विभाजन की विभीषिका को भुलाना संभव नहीं h3>
दरभंगा। देश के विभाजन की विभीषिका को भुलाना संभव नहीं है। भारत का विभाजन अपने सबसे बुनियादी रूप में अभूतपूर्व मानव विस्थापन का काला अध्याय है जिसमें 1947 के अखंड भारत के दो टुकड़े हुए और रातोंरात करोड़ों देशवासी अपने देश में शरणार्थी हो गए। भाजपा जिला कार्यालय में जिलाध्यक्ष जीवछ सहनी की अध्यक्षता में विभाजन की विभीषिका विषय पर आयोजित संगोष्ठी में सांसद डॉ. गोपाल जी ठाकुर ने ये बातें कही। सांसद डॉ. ठाकुर ने विभाजन को देश के लिए कलंक और भारतीय इतिहास का सबसे काला अध्याय बताया। जिला प्रभारी उमेश प्रसाद कुशवाहा ने कहा कि यह संगोष्ठी दुर्भावना के जहर को खत्म करने के लिए न केवल प्रेरित करेगा, बल्कि इससे एकता, सामाजिक सदभाव और मानवीय संवेदना भी मज़बूत होगी। जिलाध्यक्ष जीवछ सहनी ने शहीदों के प्रति श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि जब भी आजादी को याद किया जाता है तो देश के बंटवारे में शहीद हुए लाखों लोगों की कुर्बानियों एवं पलायन के समय करोड़ों देशवासियों के दुख दर्द को याद कर मन द्रवित हो जाता है।
कार्यक्रम में प्रभारी जिला मंत्री अविनाश साह, महिला मोर्चा की प्रदेश महामंत्री मीना झा, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष सपना भारती, किसान मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता अश्विनी यादव, पप्पू सिंह, रमेश प्रसाद, अंकुर गुप्ता, सुजित मल्लिक, संजीव साह, देवेंद्र झा, कन्हैया पासवान, अनिल सिंह, नरेश राम, राजेश रंजन, तनवीर हसन, प्रेमचंद्र मिश्रा आदि उपस्थित थे।
देश को हाशिए पर ले जाता है विभाजन
दरभंगा। सीएम कॉलेज स्थित इग्नू अध्ययन केंद्र पर बुधवार को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के अवसर पर एनएसडी द्वारा मंचित विभाजन : एक त्रासदी का प्रदर्शन किया गया। प्रो. मो. जियाउल्ला ने विषय प्रवर्तन करते हुए कहा कि विभाजन की त्रासदी भारतीय इतिहास का वह दुखद अध्याय है जिससे सीख लेकर हम अपने देश एवं समाज को विघटनकारी प्रवृत्तियों से बचा सकेंगे। क्षेत्रीय निदेशक डॉ. संतन कुमार राम ने कहा कि 1940 के बाद यह स्पष्ट हो गया था कि अंग्रेज इस देश पर अब राज नहीं कर सकेंगे, पर विभिन्न प्रयासों के बावजूद हिंदू और मुसलमानों के मध्य सांप्रदायिक नफरत देश को विभाजित करने में सफल रही। सहायक क्षेत्रीय निदेशक डॉ. आकाश अवस्थी ने कहा कि विभाजन किसी भी देश को हाशिए पर लेकर जाता है। भारत आज भी इस आघात से उबर नहीं पाया है। भारत ने 75 वर्षों में नई ऊंचाइयों को छुआ है जिसमें विभाजन के शिकार हुए लोगों की भी अहम भूमिका है। धन्यवाद ज्ञापन केंद्र समन्वयक डॉ. विजय सेन पांडे ने किया। इस अवसर पर इग्नू से जुड़े छात्र-छात्राओं के साथ इग्नू क्षेत्रीय केंद्र एवं अध्ययन केंद्र के कर्मी उपस्थित थे।
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दरभंगा। देश के विभाजन की विभीषिका को भुलाना संभव नहीं है। भारत का विभाजन अपने सबसे बुनियादी रूप में अभूतपूर्व मानव विस्थापन का काला अध्याय है जिसमें 1947 के अखंड भारत के दो टुकड़े हुए और रातोंरात करोड़ों देशवासी अपने देश में शरणार्थी हो गए। भाजपा जिला कार्यालय में जिलाध्यक्ष जीवछ सहनी की अध्यक्षता में विभाजन की विभीषिका विषय पर आयोजित संगोष्ठी में सांसद डॉ. गोपाल जी ठाकुर ने ये बातें कही। सांसद डॉ. ठाकुर ने विभाजन को देश के लिए कलंक और भारतीय इतिहास का सबसे काला अध्याय बताया। जिला प्रभारी उमेश प्रसाद कुशवाहा ने कहा कि यह संगोष्ठी दुर्भावना के जहर को खत्म करने के लिए न केवल प्रेरित करेगा, बल्कि इससे एकता, सामाजिक सदभाव और मानवीय संवेदना भी मज़बूत होगी। जिलाध्यक्ष जीवछ सहनी ने शहीदों के प्रति श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि जब भी आजादी को याद किया जाता है तो देश के बंटवारे में शहीद हुए लाखों लोगों की कुर्बानियों एवं पलायन के समय करोड़ों देशवासियों के दुख दर्द को याद कर मन द्रवित हो जाता है।
कार्यक्रम में प्रभारी जिला मंत्री अविनाश साह, महिला मोर्चा की प्रदेश महामंत्री मीना झा, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष सपना भारती, किसान मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता अश्विनी यादव, पप्पू सिंह, रमेश प्रसाद, अंकुर गुप्ता, सुजित मल्लिक, संजीव साह, देवेंद्र झा, कन्हैया पासवान, अनिल सिंह, नरेश राम, राजेश रंजन, तनवीर हसन, प्रेमचंद्र मिश्रा आदि उपस्थित थे।
देश को हाशिए पर ले जाता है विभाजन
दरभंगा। सीएम कॉलेज स्थित इग्नू अध्ययन केंद्र पर बुधवार को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के अवसर पर एनएसडी द्वारा मंचित विभाजन : एक त्रासदी का प्रदर्शन किया गया। प्रो. मो. जियाउल्ला ने विषय प्रवर्तन करते हुए कहा कि विभाजन की त्रासदी भारतीय इतिहास का वह दुखद अध्याय है जिससे सीख लेकर हम अपने देश एवं समाज को विघटनकारी प्रवृत्तियों से बचा सकेंगे। क्षेत्रीय निदेशक डॉ. संतन कुमार राम ने कहा कि 1940 के बाद यह स्पष्ट हो गया था कि अंग्रेज इस देश पर अब राज नहीं कर सकेंगे, पर विभिन्न प्रयासों के बावजूद हिंदू और मुसलमानों के मध्य सांप्रदायिक नफरत देश को विभाजित करने में सफल रही। सहायक क्षेत्रीय निदेशक डॉ. आकाश अवस्थी ने कहा कि विभाजन किसी भी देश को हाशिए पर लेकर जाता है। भारत आज भी इस आघात से उबर नहीं पाया है। भारत ने 75 वर्षों में नई ऊंचाइयों को छुआ है जिसमें विभाजन के शिकार हुए लोगों की भी अहम भूमिका है। धन्यवाद ज्ञापन केंद्र समन्वयक डॉ. विजय सेन पांडे ने किया। इस अवसर पर इग्नू से जुड़े छात्र-छात्राओं के साथ इग्नू क्षेत्रीय केंद्र एवं अध्ययन केंद्र के कर्मी उपस्थित थे।