विदेश दौरे पर फैमिली ले जाने के पक्ष में कपिल: पूर्व कप्तान ने कहा- क्रिकेटर्स फैमली और क्रिकेट में खुद संतुलन रखें h3>
नई दिल्ली8 मिनट पहले
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पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव विदेश दौरे पर क्रिकेटर्स के परिवार साथ रखने के पक्ष में है। उन्होंने कहा- ‘इस मामले में संतुलित रवैया अपनाया जाना चाहिए।’
भारत को 1983 वर्ल्ड कप जिताने वाले कप्तान ने कहा, ‘ठीक है, मुझे नहीं पता, यह निजी मामला है। मुझे लगता है कि यह क्रिकेट बोर्ड का फैसला है। मेरे विचार में आपको परिवार की जरूरत है, लेकिन आपको हर समय टीम के साथ रहने की भी जरूरत है।’
दरअसल, ऑस्ट्रेलिया दौरे पर हार के बाद BCCI ने खिलाड़ियों के लिए सख्त नियम बनाए थे। इनमें विदेश दौरों पर खिलाड़ियों के परिवार के साथ रहने की समय सीमा भी तय की गई थी। टीम के साथ खिलाड़ियों की बॉन्डिंग पर भी जोर दिया गया था। इससे पहले रविवार, 16 मार्च को विराट कोहली ने विदेश दौरे में परिवार को साथ रखने का समर्थन किया था।
कपिल ने कहा-
हमारे जमाने में क्रिकेट बोर्ड नहीं, बल्कि हम खुद ही तय करते थे कि दौरे का पहला चरण क्रिकेट को समर्पित रहे। जबकि दूसरे चरण में परिवार के साथ रहने का आनंद लेना चाहिए। इसमें संतुलन होना चाहिए।

फैमिली से जुड़ी BCCI के नियम…
- 45 से अधिक दिन के दौरे में क्रिकेटर अधिकतम 14 दिन तक ही अपना परिवार साथ में रख सकते हैं।
- 45 दिन से कम अवधि के दौरे पर खिलाड़ी अधिकतम एक सप्ताह तक ही अपना परिवार साथ में रख सकते हैं।
चैंपियंस ट्रॉफी में टीम होटल में नहीं रुकी थी फैमिली इसी महीने समाप्त हुई चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान विराट कोहली, रविंद्र जडेजा और मोहम्मद शमी जैसे खिलाड़ियों के परिवार भी दुबई में थे, लेकिन वे टीम होटल में नहीं ठहरे थे। परिवार का खर्चा BCCI ने नहीं, बल्कि स्वयं खिलाड़ियों ने उठाया था।
यह फोटो दुबई में चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में टीम इंडिया के जीत के बाद की है। भारतीय टीम की जीत के बाद कोहली अपनी पत्नी अनुष्का शर्मा से गले मिलते हुए।
कोहली ने कहा था- मुश्किल दौर में खिलाड़ी के लिए परिवार अहम 2 दिन पहले 16 मार्च को भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली ने दौरों पर परिवारों की मौजूदगी की वकालत की थी। उन्होंने कहा था कि उन्हें लगता है कि वे खिलाड़ियों के लिए संतुलन लाते हैं, जो मैदान पर मुश्किल दौर से गुजर रहे होते हैं।
कोहली ने कहा था- ‘खिलाड़ी मैदान से अपने कमरे में लौटकर अकेले और उदास नहीं बैठना चाहता। वह नॉर्मल होना चाहता है। इसी तरह से खिलाड़ी अपनी जिम्मेदारी यानी खेल को सही तरह से निभा सकता है।’ पढ़ें पूरी खबर
विराट कोहली की पत्नी अनुष्का शर्मा की यह फोटो बॉर्डर- गावस्कर ट्रॉफी में पर्थ टेस्ट की है। साथ में जसप्रीत बुमराह की पत्नी संजना हैं।
रोहित ने उठाया था फैमिली साथ रखने का मुद्दा चैंपियंस ट्रॉफी की टीम अनाउंस होते वक्त रोहित शर्मा चीफ सिलेक्टर अजित अगरकर से कहते सुने गए थे कि BCCI के नए नियमों के लिए मुझे चीफ सेक्रेटरी से बातचीत करनी होगी। रोहित ने कहा था कि इस मसले को लेकर सभी खिलाड़ी परेशान हैं और उन्हें लगातार फोन कर रहे हैं।
BGT के बाद खिलाड़ियों के लिए नए नियम बनाए
- ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में 3-1 से हार के बाद BCCI ने खिलाड़ियों के लिए नए नियम बनाए। इसके तहत प्लेयर्स पूरे टूर के दौरान परिवार और पत्नियों के साथ सफर नहीं कर सकेंगे। खासतौर पर विदेशी दौरों पर यह नियम ज्यादा काम करेगा, ताकि खिलाड़ियों की परफॉर्मेंस पर असर न पड़े।
- 45 दिन से ज्यादा के दौरे पर दो हफ्तों के बाद ही उनका परिवार उनके साथ शामिल हो सकते हैं और 14 दिनों से ज्यादा नहीं रह सकते हैं।छोटे दौरों पर, परिवार एक हफ्ते तक खिलाड़ियों के साथ रह सकते हैं।
- यदि किसी प्लेयर को फैमिली के साथ या अलग से यात्रा करनी है, तो हेड कोच और सिलेक्शन कमेटी के चेयरमैन से अनुमति लेनी होगी।
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विदेशी दौरों पर फैमिली साथ रखने के मामले से जुड़ी ये खबरें भी पढ़िए
ऑस्ट्रेलिया से हार के बाद BCCI के 10 सख्त नियम
टीम इंडिया के क्रिकेटर्स को अब घरेलू क्रिकेट खेलना होगा। सीरीज के दौरान वे न तो विज्ञापन कर पाएंगे और न ही फैमिली के साथ सफर। खिलाड़ियों के लिए प्रैक्टिस सेशन में रहना भी अब जरूरी कर दिया गया है। पढ़ें पूरी खबर
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नई दिल्ली8 मिनट पहले
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पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव विदेश दौरे पर क्रिकेटर्स के परिवार साथ रखने के पक्ष में है। उन्होंने कहा- ‘इस मामले में संतुलित रवैया अपनाया जाना चाहिए।’
भारत को 1983 वर्ल्ड कप जिताने वाले कप्तान ने कहा, ‘ठीक है, मुझे नहीं पता, यह निजी मामला है। मुझे लगता है कि यह क्रिकेट बोर्ड का फैसला है। मेरे विचार में आपको परिवार की जरूरत है, लेकिन आपको हर समय टीम के साथ रहने की भी जरूरत है।’
दरअसल, ऑस्ट्रेलिया दौरे पर हार के बाद BCCI ने खिलाड़ियों के लिए सख्त नियम बनाए थे। इनमें विदेश दौरों पर खिलाड़ियों के परिवार के साथ रहने की समय सीमा भी तय की गई थी। टीम के साथ खिलाड़ियों की बॉन्डिंग पर भी जोर दिया गया था। इससे पहले रविवार, 16 मार्च को विराट कोहली ने विदेश दौरे में परिवार को साथ रखने का समर्थन किया था।
कपिल ने कहा-
हमारे जमाने में क्रिकेट बोर्ड नहीं, बल्कि हम खुद ही तय करते थे कि दौरे का पहला चरण क्रिकेट को समर्पित रहे। जबकि दूसरे चरण में परिवार के साथ रहने का आनंद लेना चाहिए। इसमें संतुलन होना चाहिए।
फैमिली से जुड़ी BCCI के नियम…
- 45 से अधिक दिन के दौरे में क्रिकेटर अधिकतम 14 दिन तक ही अपना परिवार साथ में रख सकते हैं।
- 45 दिन से कम अवधि के दौरे पर खिलाड़ी अधिकतम एक सप्ताह तक ही अपना परिवार साथ में रख सकते हैं।
चैंपियंस ट्रॉफी में टीम होटल में नहीं रुकी थी फैमिली इसी महीने समाप्त हुई चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान विराट कोहली, रविंद्र जडेजा और मोहम्मद शमी जैसे खिलाड़ियों के परिवार भी दुबई में थे, लेकिन वे टीम होटल में नहीं ठहरे थे। परिवार का खर्चा BCCI ने नहीं, बल्कि स्वयं खिलाड़ियों ने उठाया था।
यह फोटो दुबई में चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में टीम इंडिया के जीत के बाद की है। भारतीय टीम की जीत के बाद कोहली अपनी पत्नी अनुष्का शर्मा से गले मिलते हुए।
कोहली ने कहा था- मुश्किल दौर में खिलाड़ी के लिए परिवार अहम 2 दिन पहले 16 मार्च को भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली ने दौरों पर परिवारों की मौजूदगी की वकालत की थी। उन्होंने कहा था कि उन्हें लगता है कि वे खिलाड़ियों के लिए संतुलन लाते हैं, जो मैदान पर मुश्किल दौर से गुजर रहे होते हैं।
कोहली ने कहा था- ‘खिलाड़ी मैदान से अपने कमरे में लौटकर अकेले और उदास नहीं बैठना चाहता। वह नॉर्मल होना चाहता है। इसी तरह से खिलाड़ी अपनी जिम्मेदारी यानी खेल को सही तरह से निभा सकता है।’ पढ़ें पूरी खबर
विराट कोहली की पत्नी अनुष्का शर्मा की यह फोटो बॉर्डर- गावस्कर ट्रॉफी में पर्थ टेस्ट की है। साथ में जसप्रीत बुमराह की पत्नी संजना हैं।
रोहित ने उठाया था फैमिली साथ रखने का मुद्दा चैंपियंस ट्रॉफी की टीम अनाउंस होते वक्त रोहित शर्मा चीफ सिलेक्टर अजित अगरकर से कहते सुने गए थे कि BCCI के नए नियमों के लिए मुझे चीफ सेक्रेटरी से बातचीत करनी होगी। रोहित ने कहा था कि इस मसले को लेकर सभी खिलाड़ी परेशान हैं और उन्हें लगातार फोन कर रहे हैं।
BGT के बाद खिलाड़ियों के लिए नए नियम बनाए
- ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में 3-1 से हार के बाद BCCI ने खिलाड़ियों के लिए नए नियम बनाए। इसके तहत प्लेयर्स पूरे टूर के दौरान परिवार और पत्नियों के साथ सफर नहीं कर सकेंगे। खासतौर पर विदेशी दौरों पर यह नियम ज्यादा काम करेगा, ताकि खिलाड़ियों की परफॉर्मेंस पर असर न पड़े।
- 45 दिन से ज्यादा के दौरे पर दो हफ्तों के बाद ही उनका परिवार उनके साथ शामिल हो सकते हैं और 14 दिनों से ज्यादा नहीं रह सकते हैं।छोटे दौरों पर, परिवार एक हफ्ते तक खिलाड़ियों के साथ रह सकते हैं।
- यदि किसी प्लेयर को फैमिली के साथ या अलग से यात्रा करनी है, तो हेड कोच और सिलेक्शन कमेटी के चेयरमैन से अनुमति लेनी होगी।
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