विज्ञान में महिलाओं के योगदान को सराहा: श्री वैष्णव इंस्टीट्यूट में ग्लोबल वुमेन्स ब्रेकफास्ट का आयोजन, विज्ञान में समानता पर जोर – Indore News h3>
श्री वैष्णव इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड साइंस में अंतरराष्ट्रीय महिला और बालिका विज्ञान दिवस के अवसर पर आईयूपीएसी के सहयोग से ग्लोबल वुमेन्स ब्रेकफास्ट (जीडब्ल्यूबी-2025) का आयोजन किया गया। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विज्ञान के क्षेत्
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कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में संस्थान के निदेशक डॉ. जॉर्ज थॉमस ने अपने संबोधन में विज्ञान की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि विज्ञान केवल तकनीकी विकास का माध्यम ही नहीं है, बल्कि यह सामाजिक समानता और नवाचार का भी एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। उन्होंने विशेष रूप से इस बात पर जोर दिया कि विज्ञान को समाज के हर वर्ग तक पहुंचाना आवश्यक है।
कार्यक्रम में उपस्थित एक वक्ता
यह कार्यक्रम विज्ञान के क्षेत्र में महिलाओं की भूमिका को रेखांकित करने और उनके योगदान को सम्मानित करने का एक महत्वपूर्ण मंच साबित हुआ। इस आयोजन ने विज्ञान में लैंगिक समानता की दिशा में एक सकारात्मक कदम की ओर इशारा किया।
मुख्य वक्ता डॉ. सुप्रिया रत्नपारखे, अनुसंधान एवं विकास प्रमुख, इंदौर बायोटेक इनपुट्स एंड रिसर्च प्रा. लि. ने महिलाओं द्वारा विज्ञान के क्षेत्र में आने वाली चुनौतियां, उनकी संभावनाओं और आत्मबल की पहचान करने जैसे विषयों पर प्रेरक वक्तव्य दिया। उन्होंने बताया कि “महिलाओं को अपनी क्षमताओं को पहचानना चाहिए, और कार्य-जीवन संतुलन को बनाए रखते हुए विज्ञान के क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहिए। दूसरी मुख्य वक्ता: डॉ. रिशीना नाथू, कस्तूरबा ग्राम रूरल इंस्टीट्यूट, इंदौर की प्राचार्य, डॉ. रिशीना नाथू, ने विज्ञान और सामाजिक जिम्मेदारी के बीच के संबंध पर जोर देते हुए देशप्रेम, माता-पिता का सम्मान, स्वच्छता और हमारी प्राथमिक एवं नैतिक जिम्मेदारियों परअपने विचार साझा किए। कार्यक्रम के दौरान विज्ञान आधारित क्विज़ प्रतियोगिता का भी आयोजन की गई जिसका संचालन डॉ. रिशीना नाथू ने किया। मंच का संचालन सुश्री दिपांती चौरसिया ने किया। कार्यक्रम में कंप्यूटर विज्ञान प्रमुख डॉ. क्षमा पैठणकर, प्रबंधन प्रमुख (यूजी) (पीजी) डॉ. मंदीप गिल, प्राध्यापक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे। आभार डॉ. दीपिका चौधरी ने माना।