वर्तमान पीढ़ी को शिक्षा लेने की जरूरत h3>
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-स्वतंत्रता सेनानी एवं पूर्व विधायक की 24 पुण्यतिथि मनाई गई
आरा। निज प्रतिनिधि
स्वतंत्रता सेनानी एवं पूर्व विधायक रामजी प्रसाद सिंह की 24वीं पुण्यतिथि पर आरा क्लब में रामजी प्रसाद सिंह ग्रामीण विकास, सामाजिक एवं आर्थिक शोध संस्थान एवं अखिल भारतीय स्वतंत्रता सेनानी एवं उत्तराधिकारी महासंघ के संयुक्त तत्वावधान में श्रंद्धाजंलि सभा आयोजित की गई। मौके पर वीर कुंवर सिंह की ओर से अंग्रेजों पर आरा विजय की 165वीं वर्षगांठ को भी सम्मान और श्रद्धापूर्वक याद किया गया। साथ ही वीर कुंवर सिंह एवं स्वतंत्रता सेनानी रामजी प्रसाद सिंह के तैल चित्र पर माल्यार्पण और पुष्पाजंलि अर्पित की गई। बड़ी संख्या में बुद्धिजीवियों एवं आमजन ने भाग लिया। ‘भारत का स्वतंत्रता आन्दोलन, स्वतंत्र भारत के नवनिर्माण, वर्तमान परिप्रेक्ष्य और पंडित जवाहरलाल नेहरू विषय पर स्वतंत्रता सेनानियों, स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारियों, बुद्धिजीवियों एवं वर्तमान पीढ़ी के युवाओं व छात्रों के बीच संवाद आयोजित हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में केरल और नगालैंड के राज्यपाल निखिल कुमार उपस्थित थे। अध्यक्षता बिहार सरकार के पूर्व मंत्री डॉ एसएम ईशा ने की। संचालन कार्यक्रम संयोजक डॉ शशि कुमार सिंह, स्वागत भोजपुर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अशोक राम ने किया। विषय प्रवेश करते हुए वीकेएसयू के सीनेटर प्रोफेसर बलिराज ठाकुर ने कहा कि हमें पूरी आशा है कि युगों तक नेहरू जी कि प्रेरणा भारत वर्ष को अनुप्राणित करती रहेगी। विश्व ने शांति के दूत के रूप में उन्हें सम्मान दिया। मुख्य अतिथि पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार ने रामजी प्रसाद सिंह एवं वीर कुंवर सिंह को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा स्वतंत्रता संग्राम के महानायक एवं भारतीय लोकतंत्र की प्रेरणा पंडित जवाहरलाल नेहरू ने आधुनिक भारत के न केवल निर्माता कहे जाते हैं, बल्कि विषम परिस्थितियों में गुटनिरपेक्षता की नींव रख दुनिया को शांति का संदेश देने में सफल हुए। आज हमें उनकी नीतियों पर गर्व है। पूर्व मंत्री एसएम ईशा ने कहा कि रामजी बाबू का सारा जीवन जरूरतमंदों की सेवा और गरीबों की भलाई में गुजरा। वे स्वतंत्रता आन्दोलन के प्रखर सेनानी रहे। पूर्व एमएलसी डॉ अजय कुमार सिंह ने कहा कि स्व रामजी बाबू का जीवन सादगी भरा था। मौके पर प्रकाशित शोध पत्रिका वैचारिकी ‘शाहाबाद में स्वतंत्रता का संघर्ष: 1857 से 1947 विशेषांक का विमोचन अतिथियों ने किया। कार्यक्रम को डॉ कमल कुमारी, सच्चिकांत सिन्हा, डॉ राजेश सिंह, डॉ बीके शुक्ला, जैन कॉलेज प्राचार्य डॉ नरेंद्र कुमार, डॉ भीम सिंह भवेश, प्रो डॉ विश्वनाथ सिंह ने संबोधित किया। मुखिया विनोद कुमार सिंह, मो शकील अहमद, वीरेंद्र मिश्रा, अंजनी पाण्डेय, तीर्थनाथ दूबे, संतोष कुमार सिंह, भूपेन्द्र नारायण सिंह, अब्बास खान, प्रियरंजन राय, शशिकान्त तिवारी, प्रो पारस राय, डॉ रेणु मिश्रा, जितेन्द्र शर्मा, भास्कर मिश्रा, प्रमोद राय, विजय भारती, संतोष तिवारी मौजूद थे। धन्यवाद ज्ञापन प्रो नन्दजी दूबे ने किया।
यह हिन्दुस्तान अखबार की ऑटेमेटेड न्यूज फीड है, इसे लाइव हिन्दुस्तान की टीम ने संपादित नहीं किया है।
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-स्वतंत्रता सेनानी एवं पूर्व विधायक की 24 पुण्यतिथि मनाई गई
आरा। निज प्रतिनिधि
स्वतंत्रता सेनानी एवं पूर्व विधायक रामजी प्रसाद सिंह की 24वीं पुण्यतिथि पर आरा क्लब में रामजी प्रसाद सिंह ग्रामीण विकास, सामाजिक एवं आर्थिक शोध संस्थान एवं अखिल भारतीय स्वतंत्रता सेनानी एवं उत्तराधिकारी महासंघ के संयुक्त तत्वावधान में श्रंद्धाजंलि सभा आयोजित की गई। मौके पर वीर कुंवर सिंह की ओर से अंग्रेजों पर आरा विजय की 165वीं वर्षगांठ को भी सम्मान और श्रद्धापूर्वक याद किया गया। साथ ही वीर कुंवर सिंह एवं स्वतंत्रता सेनानी रामजी प्रसाद सिंह के तैल चित्र पर माल्यार्पण और पुष्पाजंलि अर्पित की गई। बड़ी संख्या में बुद्धिजीवियों एवं आमजन ने भाग लिया। ‘भारत का स्वतंत्रता आन्दोलन, स्वतंत्र भारत के नवनिर्माण, वर्तमान परिप्रेक्ष्य और पंडित जवाहरलाल नेहरू विषय पर स्वतंत्रता सेनानियों, स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारियों, बुद्धिजीवियों एवं वर्तमान पीढ़ी के युवाओं व छात्रों के बीच संवाद आयोजित हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में केरल और नगालैंड के राज्यपाल निखिल कुमार उपस्थित थे। अध्यक्षता बिहार सरकार के पूर्व मंत्री डॉ एसएम ईशा ने की। संचालन कार्यक्रम संयोजक डॉ शशि कुमार सिंह, स्वागत भोजपुर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अशोक राम ने किया। विषय प्रवेश करते हुए वीकेएसयू के सीनेटर प्रोफेसर बलिराज ठाकुर ने कहा कि हमें पूरी आशा है कि युगों तक नेहरू जी कि प्रेरणा भारत वर्ष को अनुप्राणित करती रहेगी। विश्व ने शांति के दूत के रूप में उन्हें सम्मान दिया। मुख्य अतिथि पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार ने रामजी प्रसाद सिंह एवं वीर कुंवर सिंह को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा स्वतंत्रता संग्राम के महानायक एवं भारतीय लोकतंत्र की प्रेरणा पंडित जवाहरलाल नेहरू ने आधुनिक भारत के न केवल निर्माता कहे जाते हैं, बल्कि विषम परिस्थितियों में गुटनिरपेक्षता की नींव रख दुनिया को शांति का संदेश देने में सफल हुए। आज हमें उनकी नीतियों पर गर्व है। पूर्व मंत्री एसएम ईशा ने कहा कि रामजी बाबू का सारा जीवन जरूरतमंदों की सेवा और गरीबों की भलाई में गुजरा। वे स्वतंत्रता आन्दोलन के प्रखर सेनानी रहे। पूर्व एमएलसी डॉ अजय कुमार सिंह ने कहा कि स्व रामजी बाबू का जीवन सादगी भरा था। मौके पर प्रकाशित शोध पत्रिका वैचारिकी ‘शाहाबाद में स्वतंत्रता का संघर्ष: 1857 से 1947 विशेषांक का विमोचन अतिथियों ने किया। कार्यक्रम को डॉ कमल कुमारी, सच्चिकांत सिन्हा, डॉ राजेश सिंह, डॉ बीके शुक्ला, जैन कॉलेज प्राचार्य डॉ नरेंद्र कुमार, डॉ भीम सिंह भवेश, प्रो डॉ विश्वनाथ सिंह ने संबोधित किया। मुखिया विनोद कुमार सिंह, मो शकील अहमद, वीरेंद्र मिश्रा, अंजनी पाण्डेय, तीर्थनाथ दूबे, संतोष कुमार सिंह, भूपेन्द्र नारायण सिंह, अब्बास खान, प्रियरंजन राय, शशिकान्त तिवारी, प्रो पारस राय, डॉ रेणु मिश्रा, जितेन्द्र शर्मा, भास्कर मिश्रा, प्रमोद राय, विजय भारती, संतोष तिवारी मौजूद थे। धन्यवाद ज्ञापन प्रो नन्दजी दूबे ने किया।
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