लॉरेंस बिश्‍नोई, जग्‍गू भगवानपुरिया, गोल्‍डी बरार… अब NIA के टारगेट पर ये खतरनाक गैंगस्‍टर्स

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लॉरेंस बिश्‍नोई, जग्‍गू भगवानपुरिया, गोल्‍डी बरार… अब NIA के टारगेट पर ये खतरनाक गैंगस्‍टर्स

लॉरेंस बिश्‍नोई, जग्‍गू भगवानपुरिया, गोल्‍डी बरार… अब NIA के टारगेट पर ये खतरनाक गैंगस्‍टर्स

नई दिल्ली: नैशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) के टारगेट पर अब तीन बड़े गैंगस्टर आ गए हैं। कनाडा स्थित आतंकवादी अर्शदीप सिंह के करीबी सहयोगी सहित 6 लोगों और कथित रूप से गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई, जग्गू भगवानपुरिया और गोल्डी बराड़ के लिए काम करने वाले पांच लोगों पर एनआईए ने शिंकजा कसा है। एनआईए ने आपराधिक गिरोहों, आतंकवादी समूहों और नशीले पदार्थों की तस्करी से जुड़े कई माफिया के बीच सांठगांठ से जुड़े मामलों में छह लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें एक आतंकवादी का करीबी भी शामिल है। एक आधिकारिक प्रवक्ता ने गुरुवार को यह जानकारी दी। NIA ने इस सांठगांठ का भंडाफोड़ करने के लिए मंगलवार को आठ राज्यों में 76 स्थानों पर छापे मारने के बाद ये गिरफ्तारियां कीं। गिरफ्तार किए गए लोगों में कनाडा में रह रहे घोषित आतंकवादी अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डल्ला का करीबी लकी खोखर उर्फ डेनिस भी शामिल है।

एनआईए ने इन राज्यों में की छापेमारी

NIA ने पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, दिल्ली-एनसीआर, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में छापेमारी की। गिरफ्तार किए गए लोगों में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई, जग्गू भगवानपुरिया और गोल्डी बराड़ के सहयोगी भी शामिल हैं। एजेंसी ने बताया कि पंजाब के बठिंडा निवासी खोखर को मंगलवार को राजस्थान के श्रीगंगानगर से गिरफ्तार किया गया। खोखर अर्श डल्ला के सीधे और लगातार संपर्क में था और वह उसके लिए भर्ती किया करता था। इसके अलावा वह आतंकवाद संबंधी गतिविधियों के लिए फंडिंग भी जुटाता था।

NIA ने बताया कि उसने पंजाब में अर्श डल्ला के सहयोगियों को हथियार और गोला-बारूद भी मुहैया कराया था, जिनका इस्तेमाल कनाडा स्थित आतंकवादी के निर्देश पर जगरांव में हाल में एक हत्या को अंजाम देने के लिए किया गया था। NIA ने पिछले साल 20 अगस्त को हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा, लखबीर सिंह संधू उर्फ लांडा और अर्श डल्ला सहित सात लोगों के खिलाफ खुद संज्ञान लेते हुए एक मामला दर्ज किया था। NIA इस मामले में पहले भी दीपक रंगा नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार कर चुका है।

आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के आरोप में गिरफ्तार

प्रवक्ता ने बताया कि सुरेंद्र चौधरी और दलीप बिश्नोई गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई, जग्गू भगवानपुरिया और कनाडा स्थित अपराधी गोल्डी बराड़ के साथी हैं। उन्हें लॉरेंस बिश्नोई गिरोह की ओर से धन जुटाने, युवाओं की भर्ती करने और आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। प्रवक्ता ने बताया कि यह मामला भी NIA ने पिछले साल अगस्त में दर्ज किया था और लॉरेंस बिश्नोई, जग्गू भगवानपुरिया, काला जठेड़ी, काला राणा, जोगिंदर सिंह, राजेश कुमार, राजू बसौदी, अनिल चिप्पी, नरेश यादव और शाहबाज अंसारी सहित 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि मंगलवार को गिरफ्तार किए गए सुरिंदर चौधरी के खिलाफ हत्या और जबरन वसूली के लिए स्वापक औषधि और मन: प्रभावी पदार्थ (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत कई मामले दर्ज किए गए हैं। वह हरियाणा में तस्करी और शराब एवं खनन ठेकेदारों से जबरन वसूली में शामिल रहने के साथ ही आतंकवाद-गैंगस्टर सिंडिकेट के लिए धन जुटाता रहा है।

आतंकी डल्ला के लिए काम करता था खोखर

NIA के एक प्रवक्ता ने बताया कि खोखर, डल्ला के लिए काम करता था। उसने बताया कि डल्ला खालिस्तान लिबरेशन फोर्स, बब्बर खालसा इंटरनैशनल और इंटरनैशनल सिख यूथ फेडरेशन सहित कई प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों के लिए भारत में अंतरराष्ट्रीय और अंतर-राज्यीय सीमाओं के आर-पार हथियारों, गोला-बारूद, विस्फोटकों और IED की तस्करी करने में शामिल रहा है।

जनता के बीच डर पैदा करते थे

प्रवक्ता ने बताया कि खोखर के अलावा NIA ने लखवीर सिंह, हरप्रीत, दलीप बिश्नोई, सुरिंदर उर्फ चीकू चौधरी और हरिओम उर्फ टीटू को भी गिरफ्तार किया। हरिओम उर्फ टीटू को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया था, जबकि लखवीर सिंह को सोशल मीडिया का उपयोग करके आतंकवादी गतिविधियों के लिए युवाओं को कथित रूप से बरगलाने और उनकी भर्ती करने को लेकर पिछले साल अगस्त में दर्ज एक मामले के संबंध में गिरफ्तार किया गया था। NIA ने कहा कि वे आम जनता के बीच डर पैदा करने के मकसद से अपने अपराधों को प्रचारित करने के लिए सोशल मीडिया का भी इस्तेमाल कर रहे थे।

कई गैंगस्टर विदेश भाग गए थे

NIA की जांच में अब तक पता चला है कि भारत के कई कुख्यात गैंगस्टर पाकिस्तान, कनाडा, मलेशिया, फिलीपीन और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में भाग गए थे और विभिन्न राज्यों की जेल में बंद अपराधियों के साथ मिलकर वहां से अपनी आतंकवादी और आपराधिक गतिविधियों की योजना बना रहे हैं। ये समूह नशीले पदार्थों एवं हथियारों की तस्करी, हवाला और जबरन वसूली के जरिए लक्षित हत्याएं कर रहे थे और अपनी नापाक गतिविधियों के लिए धन जुटा रहे थे। इस तरह के आतंकवादी नेटवर्क और उनकी फंडिंग के साधन और उनकी मदद करने वाले बुनियादी ढाचों को नष्ट करने के लिए जांच जारी है।

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