लालू सिपाहियों की परिधि में चक्करघिन्नी काटते बिहार के राजनीतिक दल

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लालू सिपाहियों की परिधि में चक्करघिन्नी काटते बिहार के राजनीतिक दल

लालू सिपाहियों की परिधि में चक्करघिन्नी काटते बिहार के राजनीतिक दल


पटना: बिहार की सियासत आरजेडी प्रमुख लालू यादव के आसपास ही घूमती है। यही कारण है कि बिहार के राजनीति के ‘चाणक्य’ लालू यादव को ही कहा जाता है। लालू यादव की सियासी पाठशाला से कई नेताओं ने राजनीति के गुर सीखे। ऐसे नेताओं की फेहरिस्त लंबी है। लालू यादव की पाठशाला से निकले नेता आज की तारीख में अलग-अलग राजनीतिक दलों का नेतृत्व संभाल रहे हैं। यूं कहें तो लालू यादव के ‘सिपाहियों’ के इर्दगिर्द बिहार में मौजूद राजनीतिक पार्टियां घूम रही हैं। एक तरह से कहा जाए तो बिहार की सियासत पूरी तरह ‘USA’ के सहारे चल रही है।

क्या है ‘USA’?

यहां ‘USA’ का मतलब United State Of America नहीं है। ‘USA’ का मतलब Umesh-Samrat और Akhilesh है। उमेश कुशवाहा नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष हैं। सम्राट चौधरी दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष हैं। वहीं, अखिलेश प्रसाद सिंह बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष हैं। बिहार की प्रमुख चार पार्टियों में से तीन पर लालू यादव की पार्टी से आए नेताओं के हाथ में प्रदेश का नेतृत्व है। उमेश कुशवाहा, अखिलेश प्रसाद सिंह और सम्राट चौधरी का बैकग्राउंड आरजेडी से जुड़ा हुआ है।

उमेश कुशवाहा

सबसे पहले बात करते हैं बिहार जेडीयू के अध्यक्ष उमेश कुशवाहा की। उमेश कुशवाहा बिहार के वैशाली जिले से आते हैं। एक समय था कि उमेश कुशवाहा आरजेडी प्रमुख लालू यादव के करीबी हुआ करते थे। 2010 तक उमेश कुशवाहा आरजेडी की राजनीति करते थे। हालांकि बाद में आरजेडी छोड़कर जेडीयू में आ गए। नवंबर 2022 में उमेश कुशवाहा को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया।

अखिलेश सिंह

बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश सिंह को आरजेडी की सियासत का लंबा अनुभव रहा है। अखिलेश सिंह 2000 में आरजेडी के टिकट पर अरवल से विधायक बने थे। 2004 में मोतिहारी से सांसद चुने गए थे। इसके अलावे आरजेडी सरकार में स्वास्थ्य मंत्री भी रहे हैं। वहीं, आरजेडी कोटे से केंद्र में भी मंत्री रहे हैं। इस वक्त कांग्रेस कोटे राज्यसभा सांसद हैं। कांग्रेस ने 2022 में अखिलेश प्रसाद सिंह को पार्टी के प्रदेश बनाए गए।

सम्राट चौधरी

बिहार बीजेपी के अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने भी सियासत की शुरुआत आरजेडी से की। 1999 में आरजेडी सरकार में सम्राट चौधरी कृषि मंत्री थे। सम्राट चौधरी आरजेडी के सचेतक भी रहे हैं। सम्राट चौधरी आरजेडी छोड़ने के बाद नीतीश कुमार के साथ आ गए थे। जेडीयू से बगावत करने के बाद सम्राट चौधरी बीजेपी में शामिल हो गए। 2023 में बीजेपी ने ’24-25′ को लेकर सम्राट चौधरी पर बड़ा दांव लगाया है। बीजेपी ने सम्राट चौधरी को दुनिया के सबसे बड़े दल का प्रदेश अध्यक्ष बनाया है।

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