लाइव डिबेट में नेताजी पर भड़की जनता, कह डाली ये बड़ी बात- देखें वीडियो | People got angry on ‘Netaji’ in live debate – watch video | Patrika News h3>
धनवंतरि नगर ‘पत्रिका’ चौपाल में मंगलवार को क्षेत्र के बाङ्क्षशदों का जबलपुर के नेताओं पर गुस्सा फूटा। उनका कहना था कि नगर निगम के चुनाव करीब आ गए हैं। सभी नेता वोट मांगने आएंगे। जबकि चुनाव जीतने के बाद सांसद, विधायक, पार्षद कोई भी उनकी समस्या सुनने नहीं आता। उनका कहना था कि पिछले पंद्रह वर्षों में सरकारें तो बदलती रही हैं, लेकिन उनके इलाके की तस्वीर जस की तस है।
पत्रिका मुद्दा: 15 साल से उपेक्षा, बदइंतजामी का दंश झेल रहे धनवंतरि नगर व आसपास की कॉलोनियों के लोग
सडक़-पानी और बिजली से हैं बेहाल बाशिंदों का दर्द नहीं समझते ‘नेताजी’
60 फीसदी सडक़ें कच्ची
क्षेत्र के बाङ्क्षशदों ने बताया कि धनवंतरि नगर, दुर्गा कॉलोनी, शांति कॉलोनी, पीएंडटी कॉलोनी, जसूजा कॉलोनी, भूकम्प कॉलोनी, साईं कॉलोनी, परसवारा बस्ती, अंधुआ बस्ती समेत आसपास के इलाकों में कई स्थानों पर तस्वीर गांवों से भी बदतर है। मुख्य आवाजाही मार्ग धनवंतरि नगर-साईं कॉलोनी सडक़ का निर्माण पिछले चुनावों के दौरान उम्मीदवार अपने घोषणा पत्र में भी शामिल कर चुके हैं, लेकिन आज तक निर्माण नहीं हो सका। क्षेत्र की 60 प्रतिशत सडक़ें आज भी कच्ची हैं। बरसात के दिनों में इन सडक़ों की तस्वीर जुते हुृए खेत की तरह हो जाती है। इससे आवागमन में परेशानी होती है।
मूलभूत सुविधाएं भी नहीं
महाराणा प्रताप वार्ड के अंतर्गत आने वाली कॉलोनियों के लोगों ने बताया कि 15-15 दिन पानी नहीं आता। ड्रेनेज सिस्टम ठीक ढंग से विकसित नहीं होने से निस्तारी पानी खाली प्लॉटों में भरता है। इससे मच्छर पनपते हैं। मच्छरों के काटनेसे बड़ी संख्या में लोग मलेरिया, डेंगू से पीडि़त हो चुके हैं। स्ट्रीट लाइट भी आए दिन बंद रहती है। क्षेत्र में उद्यान के लिए जमीन तो खाली छोड़ी गइ है, लेकिन उद्यानों का विकास नहीं हुआ। चौराहे के समीप स्थित तालाब के कैचमेंट एरिया को लगातार पूरा जा रहा है। तालाब की जमीन पर अतिक्रमण पैर पसार रहा है।
ये थे शामिल
चौपाल में एके शुक्ला, शुभम विश्वकर्मा, अंकित दुबे, शुभम ठाकुर, शुभम तिवारी, सतीश खण्डलकर, संतोष चक्रवर्ती, सतीश दुबे, राजेंद्र नेमा, जीतू कटारे, राहुल साहू, कमल धाकड़, सोमू चक्रवर्ती, अंकित त्रिपाठी, प्रतीक विश्वकर्मा, विकास इंग्ले, अजय चौरसिया, डॉ. चंदन दुबे, मनोज बाल्मीक, संतोष चक्रवर्ती, अनिल दुबे, गुलाब ठाकुर, अर्पित नेमा, इंदु मिश्रा, सीमा चौबे, रश्मि मिश्रा, मीना शुक्ला, मालती मिश्रा, उर्मिला गांधी, लता मिश्रा, जया मिश्रा, सुनीता बर्मन, नीतू चक्रवर्ती, रानू शर्मा, एके पटेल, अभिषेक पाठक, रोशन आनंद, शेष नारायण पारासर शामिल थे।
धनवंतरि नगर ‘पत्रिका’ चौपाल में मंगलवार को क्षेत्र के बाङ्क्षशदों का जबलपुर के नेताओं पर गुस्सा फूटा। उनका कहना था कि नगर निगम के चुनाव करीब आ गए हैं। सभी नेता वोट मांगने आएंगे। जबकि चुनाव जीतने के बाद सांसद, विधायक, पार्षद कोई भी उनकी समस्या सुनने नहीं आता। उनका कहना था कि पिछले पंद्रह वर्षों में सरकारें तो बदलती रही हैं, लेकिन उनके इलाके की तस्वीर जस की तस है।
पत्रिका मुद्दा: 15 साल से उपेक्षा, बदइंतजामी का दंश झेल रहे धनवंतरि नगर व आसपास की कॉलोनियों के लोग
सडक़-पानी और बिजली से हैं बेहाल बाशिंदों का दर्द नहीं समझते ‘नेताजी’
60 फीसदी सडक़ें कच्ची
क्षेत्र के बाङ्क्षशदों ने बताया कि धनवंतरि नगर, दुर्गा कॉलोनी, शांति कॉलोनी, पीएंडटी कॉलोनी, जसूजा कॉलोनी, भूकम्प कॉलोनी, साईं कॉलोनी, परसवारा बस्ती, अंधुआ बस्ती समेत आसपास के इलाकों में कई स्थानों पर तस्वीर गांवों से भी बदतर है। मुख्य आवाजाही मार्ग धनवंतरि नगर-साईं कॉलोनी सडक़ का निर्माण पिछले चुनावों के दौरान उम्मीदवार अपने घोषणा पत्र में भी शामिल कर चुके हैं, लेकिन आज तक निर्माण नहीं हो सका। क्षेत्र की 60 प्रतिशत सडक़ें आज भी कच्ची हैं। बरसात के दिनों में इन सडक़ों की तस्वीर जुते हुृए खेत की तरह हो जाती है। इससे आवागमन में परेशानी होती है।
मूलभूत सुविधाएं भी नहीं
महाराणा प्रताप वार्ड के अंतर्गत आने वाली कॉलोनियों के लोगों ने बताया कि 15-15 दिन पानी नहीं आता। ड्रेनेज सिस्टम ठीक ढंग से विकसित नहीं होने से निस्तारी पानी खाली प्लॉटों में भरता है। इससे मच्छर पनपते हैं। मच्छरों के काटनेसे बड़ी संख्या में लोग मलेरिया, डेंगू से पीडि़त हो चुके हैं। स्ट्रीट लाइट भी आए दिन बंद रहती है। क्षेत्र में उद्यान के लिए जमीन तो खाली छोड़ी गइ है, लेकिन उद्यानों का विकास नहीं हुआ। चौराहे के समीप स्थित तालाब के कैचमेंट एरिया को लगातार पूरा जा रहा है। तालाब की जमीन पर अतिक्रमण पैर पसार रहा है।
ये थे शामिल
चौपाल में एके शुक्ला, शुभम विश्वकर्मा, अंकित दुबे, शुभम ठाकुर, शुभम तिवारी, सतीश खण्डलकर, संतोष चक्रवर्ती, सतीश दुबे, राजेंद्र नेमा, जीतू कटारे, राहुल साहू, कमल धाकड़, सोमू चक्रवर्ती, अंकित त्रिपाठी, प्रतीक विश्वकर्मा, विकास इंग्ले, अजय चौरसिया, डॉ. चंदन दुबे, मनोज बाल्मीक, संतोष चक्रवर्ती, अनिल दुबे, गुलाब ठाकुर, अर्पित नेमा, इंदु मिश्रा, सीमा चौबे, रश्मि मिश्रा, मीना शुक्ला, मालती मिश्रा, उर्मिला गांधी, लता मिश्रा, जया मिश्रा, सुनीता बर्मन, नीतू चक्रवर्ती, रानू शर्मा, एके पटेल, अभिषेक पाठक, रोशन आनंद, शेष नारायण पारासर शामिल थे।