ललन सिंह की मटन पार्टी पर टिप्पणी कर फंस गये सम्राट चौधरी, मुंगेर जेडीयू जिलाध्यक्ष ने भेजी कानूनी नोटिस h3>
नीलकमल, पटना: 14 मई को जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने मुंगेर में पार्टी कार्यकर्ताओं को मटन चावल की दावत दी थी। इस दावत पर तंज कसते हुए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने यह दावा किया था कि ललन सिंह ने अपने कार्यकर्ताओं को मटन चावल के साथ शराब भी परोसी थी। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के इस बयान के बाद जेडीयू नेताओं ने भी सम्राट चौधरी पर जमकर हमला बोला था। गया के जेडीयू नेताओं ने मंगलवार को सम्राट चौधरी से बयान वापस लेने की मांग की थी। इतना ही नहीं गया के नेताओं ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को कोर्ट में घसीटने की चेतावनी दी थी।
जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष ने की थी बैठक
जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह द्वारा पार्टी कार्यकर्ताओं को मटन चावल के भोज पर सम्राट चौधरी के बयान पर जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष ने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष पर जमकर भड़ास निकाली थी। मंगलवार को जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने सम्राट चौधरी के बयान के विरोध में पार्टी पदाधिकारियों की एक बैठक बुलाई थी। जिसमें उन्होंने जनता दल यूनाइटेड मुंगेर के जिला अध्यक्ष को यह कहा था कि वह बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी को कानूनी नोटिस भेजें। जिसमें सम्राट चौधरी को मटन चावल के साथ शराब परोसी गई है। नोटिस में इसका सबूत मांगी जाए। जदयू प्रदेश अध्यक्ष के इस निर्देश के बाद मुंगेर जेडीयू के अध्यक्ष ने सम्राट चौधरी को कानूनी नोटिस भेज दिया है।
‘अब दें कानूनी नोटिस का जवाब’
जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने बताया कि पार्टी के मुंगेर जिलाध्यक्ष नचिकेता मंडल ने अपने वकील के माध्यम से बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी को कानून नोटिस भिजवाया है। इस नोटिस में सम्राट चौधरी पर झूठी बयानबाजी करने का आरोप लगाया गया है। उमेश कुशवाहा ने बताया कि नोटिस में सम्राट चौधरी पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने फर्जी साक्ष्यों के आधार पर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह की तरफ से आयोजित भोज कार्यक्रम को लेकर आरोप लगाए। नोटिस में कहा गया है कि अगर उस भोज में किसी तरह के कानून के उल्लंघन की बात आपके सामने आयी तो आपका ये सांविधानिक दायित्व था कि आप उसकी जानकारी सक्षम अधिकारी को देते।
‘सबूत है तो अधिकारी को सौंपे’
जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने यह भी बताया कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी को भेजे लीगल नोटिस में कहा गया है कि अगर आपके आरोप के समर्थन में आपके पास कोई साक्ष्य है तो उसे आप सक्षम अधिकारी को सौंपें। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो ये समझा जाएगा कि महज कुछ राजनीतिक स्वार्थ के लिए आपने बिना सबूतों के जदयू और उसके शीर्ष नेताओं की छवि को धूमिल करने की कोशिश की है। नोटिस में सम्राट चौधरी को 15 दिनों के अंदर इस मामले में साक्ष्य दिखाने को कहा गया है। अगर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ऐसा नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ आपराधिक और दीवानी कानूनों के तहत कार्रवाई करने को बाध्य होना पड़ेगा।
बिहार की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Delhi News
जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष ने की थी बैठक
जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह द्वारा पार्टी कार्यकर्ताओं को मटन चावल के भोज पर सम्राट चौधरी के बयान पर जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष ने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष पर जमकर भड़ास निकाली थी। मंगलवार को जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने सम्राट चौधरी के बयान के विरोध में पार्टी पदाधिकारियों की एक बैठक बुलाई थी। जिसमें उन्होंने जनता दल यूनाइटेड मुंगेर के जिला अध्यक्ष को यह कहा था कि वह बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी को कानूनी नोटिस भेजें। जिसमें सम्राट चौधरी को मटन चावल के साथ शराब परोसी गई है। नोटिस में इसका सबूत मांगी जाए। जदयू प्रदेश अध्यक्ष के इस निर्देश के बाद मुंगेर जेडीयू के अध्यक्ष ने सम्राट चौधरी को कानूनी नोटिस भेज दिया है।
‘अब दें कानूनी नोटिस का जवाब’
जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने बताया कि पार्टी के मुंगेर जिलाध्यक्ष नचिकेता मंडल ने अपने वकील के माध्यम से बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी को कानून नोटिस भिजवाया है। इस नोटिस में सम्राट चौधरी पर झूठी बयानबाजी करने का आरोप लगाया गया है। उमेश कुशवाहा ने बताया कि नोटिस में सम्राट चौधरी पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने फर्जी साक्ष्यों के आधार पर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह की तरफ से आयोजित भोज कार्यक्रम को लेकर आरोप लगाए। नोटिस में कहा गया है कि अगर उस भोज में किसी तरह के कानून के उल्लंघन की बात आपके सामने आयी तो आपका ये सांविधानिक दायित्व था कि आप उसकी जानकारी सक्षम अधिकारी को देते।
‘सबूत है तो अधिकारी को सौंपे’
जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने यह भी बताया कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी को भेजे लीगल नोटिस में कहा गया है कि अगर आपके आरोप के समर्थन में आपके पास कोई साक्ष्य है तो उसे आप सक्षम अधिकारी को सौंपें। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो ये समझा जाएगा कि महज कुछ राजनीतिक स्वार्थ के लिए आपने बिना सबूतों के जदयू और उसके शीर्ष नेताओं की छवि को धूमिल करने की कोशिश की है। नोटिस में सम्राट चौधरी को 15 दिनों के अंदर इस मामले में साक्ष्य दिखाने को कहा गया है। अगर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ऐसा नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ आपराधिक और दीवानी कानूनों के तहत कार्रवाई करने को बाध्य होना पड़ेगा।