लखनऊ में लगा होम्योपैथिक मेडिकल कैंप: 100 से ज्यादा लोगों ने उठाया लाभ, द होप फाउंडेशन ने फ्री में बांटी दवाएं – Lucknow News h3>
लखनऊ में द होप फाउंडेशन ने एक अनूठी पहल की शुरुआत की है। द होप फाउंडेशन और द होप रिहैबिलिटेशन एंड लर्निंग सेंटर ने मुंशी पुलिया इलाके में 15 बेड का अस्थाई रैन बसेरा लगाया है।
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नगर निगम लखनऊ के सहयोग से स्थापित इस रैन बसेरे में अलाव, शुद्ध पेयजल और दिहाड़ी मजदूरों, राहगीरों और झुग्गी-झोपड़ी में रहने वालों को सुरक्षित आश्रय की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही बदलते मौसम को देखते हुए रैन बसेरे पर ही स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया।
100 से ज्यादा राहगीरों ने उठाया शिविर का लाभ
बुधवार को स्वास्थ्य शिविर में 118 मरीजों का पंजीकरण किया गया। इनमें नियमित बीमारियों (सामान्य सर्दी, बुखार) के साथ-साथ गंभीर और पुरानी बीमारियों (क्रोनिक डिजीज) से पीड़ित मरीज भी शामिल थे। मरीजों को निःशुल्क दवाएं और परामर्श प्रदान किया गया।
इस पहल में राजकीय नेशनल होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज (लखनऊ) की टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। शिविर में योगदान देने वाले विशेषज्ञों और छात्रों में डॉ. प्रियंका बी. चौदसी, डॉ. बिलाल, डॉ. तुलिका, राम विशाल यादव, अरविंद कुमार, दिव्यानी, पूजा सिंह, अभिनंदन शुक्ला मौजूद रहे।
द होप फाउंडेशन की तरफ से रविंद्र मिश्रा, देवानंद गौतम, प्रीति कुरील, वेद प्रकाश गुप्ता, सौम्या सिंह, अरुणिमा सिंह, प्रिया सिंह, स्मिता सिंह, संजय, माला, शिल्पी, सद्दाम, डेल्विन देवासिया, पवन कुमार यादव, दीपाली, साक्षी श्रीवास्तव, अंजलि, सान्या, शशि कला और दीनानाथ मौजूद रहे।
डॉ. प्रियंका बोलीं- हमारा उद्देश्य लोगों को लाभ दिलाना
राजकीय नेशनल होम्योपैथिक चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल के कम्युनिटी विभाग की प्रवक्ता डॉ. प्रियंका बी चौदसी ने बताया कि हमारे विभाग का मुख्य उद्देश्य लोगों तक पहुंचना, उनकी समस्याओं को समझना और उन्हें स्वास्थ्य शिविरों का लाभ दिलाना है। हमने पांच नगरीय कॉलोनी और पांच ग्रामीण कॉलोनी को गोद ले रखा है, वहां पर स्वास्थ्य योजनाओं से जुड़े प्रोग्राम करना हमारी प्राथमिकता है।
दिव्यांशु बोले- लोगों तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाना प्राथमिकता
द होप फाउंडेशन के प्रबंध निदेशक दिव्यांशु कुमार ने कहा, हमारा उद्देश्य उन लोगों तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाना है, जो इसके लिए सक्षम नहीं हैं। यदि समय पर इलाज मिले तो न केवल जान बचाई जा सकती है, बल्कि परिवारों की आय का एक बड़ा हिस्सा भी सुरक्षित किया जा सकता है। कोई भी शीतलहर की चपेट में ना आए, इस मकसद के साथ रैन बसेरे की भी शुरुआत की गई है।
होम्योपैथ से लोगों का कर रहे इलाज
राजकीय नेशनल होम्योपैथिक चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल के प्राचार्य प्रो. डॉ. विजय पुष्कर ने कहा, द होप फाउंडेशन जैसे संगठन हमारे साथ जुड़ जाते हैं तो कहीं न कहीं राहें आसान हो जाती है। हमारे विभागीय मंत्री और निदेशक, दोनों के ही मार्गदर्शन और नेतृत्व में हम इस चिकित्सकीय सेवा का लाभ जन-जन तक पहुंचाने के लिए प्रयासरत हैं।
राजकीय नेशनल होम्योपैथिक चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल के पूर्व प्राचार्य प्रो. डॉ. डी.के. सोनकर ने कहा, कोरोना काल के दौरान होम्योपैथिक चिकित्सा पद्दति पर आम जनमानस का विश्वास बढ़ा है। उनके भरोसे को कायम रखने में हम कोई कसार नहीं छोड़ते हैं। इस तरह के स्वास्थ्य शिविर के माध्यम से हम कहीं न कहीं समाज में होम्योपैथिक चिकित्सा से जुड़ी जागरूकता को बढ़ाने में सक्षम बनेगे और समाज से भ्रांतियों को दूर करने में भी हमें मदद मिलेगी।