लखनऊ में फर्जी पेपर से एलडीए जमीन बेचने वाले गिरफ्तार: बाबूओं की मदद से खाली प्लॉट की जानकारी लेते, मध्यप्रदेश के पीड़ित की शिकायत पर दर्ज हुई रिपोर्ट – Lucknow News

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लखनऊ में फर्जी पेपर से एलडीए जमीन बेचने वाले गिरफ्तार:  बाबूओं की मदद से खाली प्लॉट की जानकारी लेते, मध्यप्रदेश के पीड़ित की शिकायत पर दर्ज हुई रिपोर्ट – Lucknow News

लखनऊ में फर्जी पेपर से एलडीए जमीन बेचने वाले गिरफ्तार: बाबूओं की मदद से खाली प्लॉट की जानकारी लेते, मध्यप्रदेश के पीड़ित की शिकायत पर दर्ज हुई रिपोर्ट – Lucknow News

लखनऊ में एलडीए के खाली प्लॉट को कर्मिचारियों की मिलीभगत से बेचने वाले तीन आरोपियों को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने फर्जी कागज बना कर प्लॉट बेचे थे। एसटीएफ को आरोपियों के पास से 23 जमीनों के दस्तावेज भी मिले हैं। अन्य फर्जीवाड़े के बारे में

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एसटीएफ के डिप्टी एसपी दीपक कुमार सिंह ने बताया कि मध्यप्रदेश के भोपाल के हौशंगाबाद रोड जाट खेड़ी भोजपा निवासी सर्वेश कुमार गौतम ने गोमतीनगर थाने में 21 जनवरी को रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मामले की जांच शुरू की गई तो आरोपियों के नाम सामने आए।

जिस पर कार्रवाई करते हुए सुशांत गोल्फ सिटी निवासी सरगना सचिन सिंह उर्फ अमर सिंह राठौर, गोमतीनगर सेक्टर-1 निवासी अचलेश्वर गुप्ता उर्फ बबलू गुप्ता, देव रेजीडेंस कालोनी मल्हौर का राम बहादुर सिंह, विनयखंड का मुकेश मौर्या उर्फ रंगी, विरामखंड का राहुल सिंह और विपुलखंड निवासी धनंजय सिंह को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों के पास से 23 भूखंड के रजिस्ट्री पेपर, दो बैंक पासबुक, छह चेकबुक, 4 चेक, 9 मोबाइल, क्रेटा और इनोवा, एक सीपीयू, एक मानीटर और 12710 रुपये नकदी बरामद हुआ है।

खाली पड़ी जमीनों पर नजर, सौ से अधिक का किया सौदा

एसटीएफ में सामने आया कि लंबे समय से खाली पड़े भूखंडों को चिह्नित कर जानकारी निकालते हैं। इसके बाद फर्जी पेपर तैयार करके बेच देते हैं। इस काम में एलडीए के कई बाबू उनके मददगार है। बाबू ही खाली भूखंडों के मालिकों के बारे में सही जानकारी देते हैं।

आरोपियों ने 80 से ज्यादा भूखंड बेचने की बात कुबूल की है। इस गिरोह द्वारा फर्जीवाड़ा कर सौ से अधिक भूखंड बेचने की बात सामने आ रही है। 23 भूखंड के रजिस्ट्री पेपर भी मिले है। वहीं करीब 45 भूखंडों के दस्तावेज के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।

एलडीए के बाबूओं की जानकारी में जुटी एसटीफएफ

गिरोह का सरगना बस्ती परशुरामपुर स्थित मुनियांवा का रहने वाला सचिन सिंह है। उसने बताया कि काम के हिसाब से सभी के दाम भी तय है। सचिन मुख्य भूमिका में रहता है। वह भूखंड का ग्राहक तलाशकर लाता था। राम बहादुर सिंह भूखंड के फर्जी कागज तैयार करता है। मुकेश मौर्या भूखंड के मालिक का आधार कार्ड व अन्य जरूरी दस्तावेज तैयार करता। राहुल सिंह गवाही देता था। उनके काम के हिसाब से हिस्सा दिया जाता है। एसटीएफ के डिप्टी एसपी दीपक सिंह के मुताबिक टीम गिरोह के अन्य सदस्यों और एलडीए के बाबूओं का ब्योरा जुटा रही है। जल्द ही इस मामले में बड़े नामों का खुलासा होगा।

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