रेलवे बिछाएगा 54 किमी नई लाइन, यात्री ट्रेनों को ज्यादा जगह मिलेगी | Railways passenger trains will get more space after 54 km new line | Patrika News

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रेलवे बिछाएगा 54 किमी नई लाइन, यात्री ट्रेनों को ज्यादा जगह मिलेगी | Railways passenger trains will get more space after 54 km new line | Patrika News

रेलवे बिछाएगा 54 किमी नई लाइन, यात्री ट्रेनों को ज्यादा जगह मिलेगी | Railways passenger trains will get more space after 54 km new line | Patrika News

नई लाइन के लिए रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) ने सर्वे प्रारम्भ कर दिया है। यह एकल और विद्युतीकृत लाइन होगी। पमरे की ओर से माल ढुलाई के राजस्व में सबसे बड़ा हिस्सा सीमेंट और क्लिंकर का है। अमानगंज के पास एक बड़े सीमेंट कारखाने की स्थापना हो रही है। इस प्लांट तक सामान की लोडिंग-अनलोडिंग से पमरे को राजस्व में बड़ा फायदा मिलेगा।

कटनी में अमहेटा भी जुड़ेगा – सीमेंट कम्पनियों को ढुलाई की सुविधा देने के लिए पमरे कटनी जिले में अमहेटा तक भी नई लाइन बना रहा है। यह लाइन अमहेटा में बन रहे नए सीमेंट प्लांट से कटनी-मैहर रेलखंड में झुकेही से जुड़ेगी। ये क्लिंकर सीमेंट प्लांट है। इस फैक्ट्री से इसी साल से लोडिंग शुरू करने की तैयारी है। अमहेटा प्लांट में सालाना लगभग डेढ़ मिलियन टन और अमानगंज के पास बन रहे प्लांट में प्रतिवर्ष 3 मिलियन टन सीमेंट का उत्पादन होना है।

कमोडिटी : कुल लदान में हिस्सेदारी सीमेंट : 28% कोयला : 19% क्लिंकर : 13% खाद्यान्न : 13% खाद : 10% आयरन ओर : 05% कंटेनर : 02%नोट: यह सामग्री पमरे में माल यातायात का कुल 90% है। पमरे में कुल माल यातायात में जबलपुर मंडल की 70 प्रतिशत हिस्सेदारी है। भोपाल और कोटा मंडल का 15-15 प्रतिशत हिस्सा है। अमानगंज और अमहेटा का हिस्सा जबलपुर मंडल के पास है। वर्ष 2021-22 में फ्रेट लोडिंग में 46.40 मिलियन टन की वृद्धि करते हुए पिछले साल से 06.17 प्रतिशत अधिक लोडिंग दर्ज की है। मिशन सौ मिलियन के तहत वर्ष 2022-23 के अप्रेल से जून तक 13.13 मिलियन टन फ्रेट लोडिंग की वृद्धि हुई है। फ्रेट लोडिंग को बढ़ावा देने के लिए भारतीय रेल के नेक्स्ट जनरेशन फ्रेट यार्ड बनाने की योजना में जबलपुर मंडल के एनकेजे यार्ड शामिल हैं। वर्ष 2026-27 तक सीमेंट एवं क्लिंकर के लदान में 33 से ज्यादा मिलियन टन और कोयला में 17 से ज्यादा मिलियन टन कीयोजना है।

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IMAGE CREDIT: patrika

पमरे में लदान की स्थिति…

अगले 5 साल में सौ मिलियन टन फ्रेट लोडिंग का मिशन

वर्ष फ्रेट लोडिंग का लक्ष्य

(मिलियन टन में)

2022-23 : 50 से ज्यादा

2023-24 : 60 से ज्यादा

2024-25 : 75 से ज्यादा

2025-26 : 90 से ज्यादा

2026-27 : 100 से ज्यादा

नोट: पमरे की ओर से लोडिंग का निर्धारित लक्ष्य।

माल यातायात बढ़ाने की दिशा में लगातार कार्य किया जा रहा है। अमानगंज तक नई रेल लाइन का सर्वे किया जा रहा है। यह लाइन माल ढुलाई के प्रस्तावित है। अगले पांच वर्ष में भारतीय रेल का 3 हजार मिलियन टन फ्रेट लोडिंग का मिशन है। इसके लिए भी पमरे में योजना पर काम हो रहा है।

राहुल जयपुरियार, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, पश्चिम मध्य रेल



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