रीवा कमिश्ररी के हालः जिसकी शिकायत, उसी को सौंप देते हैं जांच | The investigation handed over to the person whose complaint was made | Patrika News h3>
सतनाPublished: Sep 13, 2023 08:55:37 am
रीवा कमिश्नर अनिल सुचारी को दी जाने वाली शिकायतों के निराकरण की विश्वसनीयता देखना हो तो सतना आदिम जाति कल्याण विभाग के नियमितीकरण मामले को समझना होगा। रीवा कमिश्नर के पास जिस अधिकारी की शिकायत की गई थी अब उसी अधिकारी को अपने खिलाफ की गई शिकायत की जांच भी सौंप दी गई है। हद तो यह हो गई कि शिकायतकर्ता ने विभाग से इतर संभाग स्तर से जांच कराने अनुराेध किया था लेकिन इसके बाद भी शिकायत उसी अधिकारी को पहुंचा दी गई।
सतना। संभागायुक्त रीवा को दी जाने वाली शिकायतों के निराकरण में गंभीरता नहीं बरती जा रही है। हाल यह है कि जिस अधिकारी के विरुद्ध शिकायत की जाती है, उसी अधिकारी को जांच भी सौंप दी जाती है। यह स्थिति तब है जब शिकायतकर्ता द्वारा अपनी शिकायत में यह भी स्पष्ट लिखा गया है कि मामले की जांच विभागीय स्तर पर न कराकर रेवेन्यू अफसर से अथवा संभागीय कार्यालय से जांच करवाई जाए। एक ऐसा ही मामला जनजातीय कार्य तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग के जिला संयोजक कार्यालय में की जा रही स्थाई कर्मियों के नियमितीकरण से जुड़ा आया है। इसमें कमिश्नर रीवा संभाग को जिला संयोजक की अनियमितता की शिकायत की गई थी। वहां से जांच करने के लिए जिला संयोजक के पास ही आ गई है।
सतनाPublished: Sep 13, 2023 08:55:37 am
रीवा कमिश्नर अनिल सुचारी को दी जाने वाली शिकायतों के निराकरण की विश्वसनीयता देखना हो तो सतना आदिम जाति कल्याण विभाग के नियमितीकरण मामले को समझना होगा। रीवा कमिश्नर के पास जिस अधिकारी की शिकायत की गई थी अब उसी अधिकारी को अपने खिलाफ की गई शिकायत की जांच भी सौंप दी गई है। हद तो यह हो गई कि शिकायतकर्ता ने विभाग से इतर संभाग स्तर से जांच कराने अनुराेध किया था लेकिन इसके बाद भी शिकायत उसी अधिकारी को पहुंचा दी गई।
सतना। संभागायुक्त रीवा को दी जाने वाली शिकायतों के निराकरण में गंभीरता नहीं बरती जा रही है। हाल यह है कि जिस अधिकारी के विरुद्ध शिकायत की जाती है, उसी अधिकारी को जांच भी सौंप दी जाती है। यह स्थिति तब है जब शिकायतकर्ता द्वारा अपनी शिकायत में यह भी स्पष्ट लिखा गया है कि मामले की जांच विभागीय स्तर पर न कराकर रेवेन्यू अफसर से अथवा संभागीय कार्यालय से जांच करवाई जाए। एक ऐसा ही मामला जनजातीय कार्य तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग के जिला संयोजक कार्यालय में की जा रही स्थाई कर्मियों के नियमितीकरण से जुड़ा आया है। इसमें कमिश्नर रीवा संभाग को जिला संयोजक की अनियमितता की शिकायत की गई थी। वहां से जांच करने के लिए जिला संयोजक के पास ही आ गई है।