रील नहीं रियल लाइफ के भी सुपरस्टार हैं सलमान, भाईजान और कैंसर पेशेंट की वो कहानी जो दिल में उतर जाएगी h3>
सलमान खान (Salman Khan) इस समय अपनी फिल्म ‘राधेः योर मोस्ट वॉन्टेड भाई’ (Radhe: Your Most Wanted Bhai) को लेकर चर्चा में हैं और इस फिल्म से जुड़ी तमाम अपडेट्स सोशल मीडिया पर सामने आ रहे हैं। सलमान खान की इस फिल्म ने ओटीटी प्लेटफॉर्म सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। भाईजान ने एक बार फिर साबित कर दिया रील लाइफ में उनका सिक्का अभी बरकरार है। वहीं, सलमान खान की रियल लाइफ की बात करें तो वह यहां भी उनका अलग ही स्टारडम है। हाल ही में ऐक्टर की दरियादिली का एक वाकया एक जर्नलिस्ट ने अपने फेसबुक पोस्ट में शेयर किया है।
दरअसल, जर्नलिस्ट कर्मवीर सिंह चिकारा ने गुरुवार को अपने फेसबुक अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर किया है। इसमें उन्होंने बताया कि सलमान खान किस तरह से एक नेकदिल इंसान हैं। उन्होंने अपनी इस पोस्ट में अपनी लाइफ से जुड़ा किस्सा बताया है जो कि सलमान खान से जुड़ा है। इसके साथ ही उन्होंने ऐक्टर और अपनी पत्नी के साथ की पुरानी तस्वीरें भी शेयर की हैं। बताते चलें कि कर्मवीर सिंह चिकारा की पत्नी आरती चिकारा की कैंसर के चलते मौत हो चुकी है।
कर्मवीर सिंह चिकारा ने पोस्ट में लिखा, ‘यह फोटो नवंबर 2019 की है, जब मैं अपनी मट्टो और आप सब की आरती कैंसर से जूझते हुए दर-दर घूम रहे थे। कुछ बेहद मोहब्बत करने वाले लोगों की सलाह पर हमने टाटा कैंसर हॉस्पिटल, मुंबई में ओपिनियन लेने का प्लान किया। अब हम जैसे लोग जिनका जीवन में कभी कभार ही मुंबई जाना हो, तो ज़ेहन में बॉलिवुड हीरो-हीरोइन का आना लाज़मी है। मैं और आरती जब पहली बार मुंबई गए थे तो हम फिल्मी सितारों के घरों के बाहर चक्कर लगा आए थे। और टैक्सी वाले भाई ने भी हमें खूब कहानियां सुनाईं। जब हम सलमान भाई के बांद्रा वाले फ्लैट के सामने पहुंचे तो आरती का एक्साइटमेंट देखने ही वाला था। मैं अपनी मट्टो की आंखों की चमक पढ़ सकता था, उसके अंदर जो जिज्ञासाएं थीं, वह समझ सकता था। अब जब हमें मजबूरीवश दोबारा जाना हुआ, तो मैंने आरती से ऐसे ही पूछा कि यदि आपको किसी सितारे से मिलने का मौका मिले तो आप किन से मिलना चाहेंगे। उन्होंने सलमान खान साहब का नाम लिया। सलमान भाई और उनके पिताजी आदरणीय सलीम खान साहब का मैं भी बहुत बड़ा फैन हूं।’
उन्होंने पोस्ट में आगे जिक्र करते हुए लिखा, ‘मैंने सलीम साहब को फोन किया उन्हें बताया कि मेरी पत्नी कैंसर की पेशेंट है और वे सलमान भाई से मिलना चाहती हैं। सलीम साहब ने सबसे पहले मुझे कहा बेटा आपको किसी भी चीज की जरूरत हो डॉक्टर से, पैसे से, आपने जरूर बताना है हम पूरी मदद करेंगे। फिर उन्होंने कहा कि मैं आपकी सलमान की बहन से बात करवाता हूं। मैं आवाज से तो नहीं पहचान पाया कि फोन पर अर्पिता जी थी या अलवीरा जी। लेकिन उन्होंने भी छूटते ही कहा कि कर्मवीर भाई आप बिल्कुल चिंता मत करो, हम हर तरह से आपकी मदद करेंगे। उन्होंने तुरंत मुझे सलमान भाई की मैनेजर साहिबा का नंबर दिया और बोला कि मैं उन्हें बता देती हूं कि आपका फोन आएगा। जब इंसान जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा होता है तो कोई उसके कंधे पर हाथ रख दे, उस सहारे का मतलब आप समझ सकते है। उनकी बातों ने जो मुझे मज़बूती दी, मैं यदि शब्दों में पिरोना चाहूं तो बहुत मुश्किल है। थोड़ी देर में ही मेरे पास सलमान भाई की मैनेजर साहिबा का फोन आता है। उन्होंने भी उसी अंदाज में, उसी प्यार से मुझसे बात की और वही बातें कहीं कि आपको कोई भी हेल्प चाहिए हो, चाहे वह पैसे से, चाहे डॉक्टर से या किसी भी तरह की कोई सहायता चाहिए हो आपने हमें जरूर बताना है। मैनेजर साहिबा ने कहा कि आप आराम से डॉक्टर साहब को दिखाइए, जब डॉक्टर साहब से फ्री हो जाए तो मुझे फोन कीजिएगा। जैसे ही हम डॉक्टर साहब से फ्री हुए, मैंने अस्पताल के कोने में जाकर ने फोन किया। उन्होंने महबूब स्टूडियो आने को कहा।’
पत्नी आरती चिकारा संग कर्मवीर सिंह चिकारा
कर्मवीर सिंह चिकारा ने आगे लिखा, ‘मेरी मट्टो को अभी तक बिल्कुल भी कोई आइडिया नहीं था कि हम कहां जा रहे हैं। जब हम स्टूडियो के गेट पर पहुंचे तो उन्हें लगा कि हम किसी बॉलिवुड सेलिब्रिटी से मिलने जा रहे हैं। सलमान भाई के सिक्योरिटी गार्ड साहब (शेरा जी नहीं, कोई और) हमें लेने आए। उन्होंने भी आरती के चेहरे को पढ़ लिया और मुस्कुराते हुए कहा अरे आज तो आप भाई से मिलेंगे। मैंने उन्हें इशारे में सरप्राइज देने के बारे में बताया। वह इतने समझदार थे कि तुरंत बात घुमा दी। अब हम स्टूडियो के अंदर थे। मैनेजर साहिबा ने हमें बड़े प्यार से रिसीव किया और एक वैनिटी वैन में बिठा दिया। अब भी आरती को कोई आइडिया नहीं था कि हम कहां पर हैं। वैनिटी वैन की खिड़की से आरती ने राधे योर मोस्ट वॉन्टेड भाई और एसकेएफ प्रॉडक्शन का पोस्टर देखा और पूछा क्या आप मुझे सच में सलमान खान से मिलवाने लाए हो। मैंने कहा नहीं मुझे कोई आइडिया नहीं है। आरती एक्साइटेड हो रही थी और मैं उसे मुस्कुराते हुए देख अंदर ही अंदर खुशी से झूम रहा था। अंदर राधे के सीटी मार गाने की शूटिंग चल रही थी। कुछ देर बाद एक शख्स हमें लेने आते हैं और हम चंद कदमों में ही सलमान खान साहब को अपने सामने पाते हैं। अपने सामने अपने पसंदीदा हीरो को देखकर लोग किस तरह से झूमते हैं, मैंने बहुत देखा था लेकिन अपनी आरती को इस तरह से झूमते देखना मेरी जिंदगी के सबसे खूबसूरत लम्हों में से एक है।’
उन्होंने आगे लिखा, ‘सलमान भाई ने तकरीबन आधे घंटे तक बड़े प्यार से बातें की। सलमान भाई ने हमारी हर बात को बड़ी गंभीरता से सुना। हमने हर छोटी-बड़ी बात उनके साथ शेयर की। इलाज के बारे में बताया, जिन डॉक्टरों से हम ट्रीटमेंट ले रहे हैं उनके बारे में बताया। हमारी लाइफ में क्या-क्या हो रहा है, अपनी बेटी के बारे में बताया। हमने यह भी बताया कि हम पिछली बार आपके घर के बाहर घूम कर आए थे और टैक्सी वाले भाई ने बताया था कि सलमान साहब इस बालकनी से दिखते हैं और तमाम तरह की और भी छोटी मोटी बातें जो भी हमारे जहन में आ रही थी हम सिर्फ बोलते जा रहे थे बोलते जा रहे थे और वे मुस्कुरा रहे थे और बड़े ध्यान से सुन रहे थे। हम जो भी बोल रहे थे वे बड़ी गंभीरता से हमें सुन रहे थे। हमारे मन में जो भी आ रहा था हम बोले जा रहे थे और वे बड़े प्यार से एक परिवार के बड़े के नाते हमें सुन रहे थे। फिल्मों में जो एक छवि है उससे अलग मैंने सलमान खान साहब को पाया। एक गंभीर और वास्तव में बड़े भाई की तरह। उन्होंने हमारी सारी बातों को सुना और हमें हर तरह की मदद देने की बात कही। उन्होंने कहा कि आपको यदि डॉक्टर साहब को दिखाना हो, पैसे की कभी भी कोई दिक्कत हो तो जरूर कॉन्टेक्ट करना है। आपको किसी और चीज की जरूरत हो मुझे जरूर बताना है। बिल्कुल कोई टेंशन नहीं लेनी है। जिस तरह से सलमान खान साहब समझा रहे थे, बता रहे थे। मैं लाख कोशिश कर भी यहां पर शब्दों में उस जज़्बे को आप लोगों तक नहीं पहुंचा सकता। मैंने सलमान खान साहब से कहा कि आपसे मिलकर मेरी पत्नी के अंदर जो पॉजिटिविटी आई है। वह सबसे बड़ा इलाज है, मैं वही आपके पास लेने आया हूं। वहां पर सोहेल भाई भी थे। उन्होंने भी हमसे खुद आगे बढ़कर हेलो किया। आप बताइए इतने बड़े स्टार इतने अच्छे इंसान बने रहें ये कितनी बड़ी बात है। सलीम खान साहब का परिवार वास्तव में इंसानियत का जीता जागता उदाहरण है। सलमान खान साहब के बारे में मैंने बहुत सुना था कि वे बहुत उदार हैं, बहुत लोगों की मदद करते हैं लेकिन जब मैंने खुद अनुभव किया तो वास्तव में जो मैंने सुना था उससे उन्हें कहीं ज्यादा पाया। इनसे जुड़े हर शख्स ने हमें आगे बढ़ कर मदद देने का आश्वासन दिया। आज के युग में जब अपनों के पास टाइम नहीं होता तो इतने बड़े सितारे इतना सहारा देते हैं, इतना प्यार देते हैं यह वास्तव में अद्भुत है।’
आरती चिकारा
कर्मवीर सिंह चिकारा ने आखिर में लिखा, ‘इस पोस्ट को यहां तक पढ़ने वाले अपने सभी दोस्तों से यही विनती करना चाहता हूं कि हमें इस तरह के लोगों को आगे बढ़ाना है। इस वक्त दुनिया एक बहुत बड़ी महामारी से जूझ रही है हर रोज किसी न किसी के जाने की खबरें आ रही हैं, चारों तरफ नेगेटिविटी का माहौल है लेकिन इस नेगेटिविटी में भी हमें पॉजिटिव अप्रोच के साथ काम करना है। संभव है कि आप सलमान भाई की राधे फिल्म को सिनेमा घर पर देखने के लिए नहीं जा सकते लेकिन ओटीटी प्लैटफ़ॉर्म पर आप इसे जरूर देखें क्योंकि हम ऐसा करके एक अच्छे इंसान के हाथ मजबूत करेंगे, जिससे लाखों लोगों का भला होता है। उनकी मूवी देखना एक चैरिटी के समान है। हर इंसान के अंदर सलमान ख़ान है, अपने अंदर के सलमान ख़ान को पहचानिए और लोगों की मदद कीजिए। सोनू सूद बनें, रवीश कुमार बनें। पाइरेसी बिलकुल भी न करें, ये चोरी है, किसी का हक़ मारना है। आरती को गाना गाने और सुनने का बहुत शौक था जिस सुबह उन्होंने शरीर छोड़ा, उस रात भी उन्होंने अपने दर्द को भुलाने के लिए यूट्यूब पर 4-5 गाने सुने। जिनमें से एक बच्चों का- ‘कालू मदारी आया’ और 3 सलमान भाई के गाने। इस लेख में मैंने सलमान खान साहब को कई बार सलमान भाई लिखा है वह वास्तव में भाई हैं। असल जिंदगी के भाई हैं।’
कर्मवीर सिंह चिकारा ने पोस्ट में लिखा, ‘यह फोटो नवंबर 2019 की है, जब मैं अपनी मट्टो और आप सब की आरती कैंसर से जूझते हुए दर-दर घूम रहे थे। कुछ बेहद मोहब्बत करने वाले लोगों की सलाह पर हमने टाटा कैंसर हॉस्पिटल, मुंबई में ओपिनियन लेने का प्लान किया। अब हम जैसे लोग जिनका जीवन में कभी कभार ही मुंबई जाना हो, तो ज़ेहन में बॉलिवुड हीरो-हीरोइन का आना लाज़मी है। मैं और आरती जब पहली बार मुंबई गए थे तो हम फिल्मी सितारों के घरों के बाहर चक्कर लगा आए थे। और टैक्सी वाले भाई ने भी हमें खूब कहानियां सुनाईं। जब हम सलमान भाई के बांद्रा वाले फ्लैट के सामने पहुंचे तो आरती का एक्साइटमेंट देखने ही वाला था। मैं अपनी मट्टो की आंखों की चमक पढ़ सकता था, उसके अंदर जो जिज्ञासाएं थीं, वह समझ सकता था। अब जब हमें मजबूरीवश दोबारा जाना हुआ, तो मैंने आरती से ऐसे ही पूछा कि यदि आपको किसी सितारे से मिलने का मौका मिले तो आप किन से मिलना चाहेंगे। उन्होंने सलमान खान साहब का नाम लिया। सलमान भाई और उनके पिताजी आदरणीय सलीम खान साहब का मैं भी बहुत बड़ा फैन हूं।’
उन्होंने पोस्ट में आगे जिक्र करते हुए लिखा, ‘मैंने सलीम साहब को फोन किया उन्हें बताया कि मेरी पत्नी कैंसर की पेशेंट है और वे सलमान भाई से मिलना चाहती हैं। सलीम साहब ने सबसे पहले मुझे कहा बेटा आपको किसी भी चीज की जरूरत हो डॉक्टर से, पैसे से, आपने जरूर बताना है हम पूरी मदद करेंगे। फिर उन्होंने कहा कि मैं आपकी सलमान की बहन से बात करवाता हूं। मैं आवाज से तो नहीं पहचान पाया कि फोन पर अर्पिता जी थी या अलवीरा जी। लेकिन उन्होंने भी छूटते ही कहा कि कर्मवीर भाई आप बिल्कुल चिंता मत करो, हम हर तरह से आपकी मदद करेंगे। उन्होंने तुरंत मुझे सलमान भाई की मैनेजर साहिबा का नंबर दिया और बोला कि मैं उन्हें बता देती हूं कि आपका फोन आएगा। जब इंसान जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा होता है तो कोई उसके कंधे पर हाथ रख दे, उस सहारे का मतलब आप समझ सकते है। उनकी बातों ने जो मुझे मज़बूती दी, मैं यदि शब्दों में पिरोना चाहूं तो बहुत मुश्किल है। थोड़ी देर में ही मेरे पास सलमान भाई की मैनेजर साहिबा का फोन आता है। उन्होंने भी उसी अंदाज में, उसी प्यार से मुझसे बात की और वही बातें कहीं कि आपको कोई भी हेल्प चाहिए हो, चाहे वह पैसे से, चाहे डॉक्टर से या किसी भी तरह की कोई सहायता चाहिए हो आपने हमें जरूर बताना है। मैनेजर साहिबा ने कहा कि आप आराम से डॉक्टर साहब को दिखाइए, जब डॉक्टर साहब से फ्री हो जाए तो मुझे फोन कीजिएगा। जैसे ही हम डॉक्टर साहब से फ्री हुए, मैंने अस्पताल के कोने में जाकर ने फोन किया। उन्होंने महबूब स्टूडियो आने को कहा।’
पत्नी आरती चिकारा संग कर्मवीर सिंह चिकारा
कर्मवीर सिंह चिकारा ने आगे लिखा, ‘मेरी मट्टो को अभी तक बिल्कुल भी कोई आइडिया नहीं था कि हम कहां जा रहे हैं। जब हम स्टूडियो के गेट पर पहुंचे तो उन्हें लगा कि हम किसी बॉलिवुड सेलिब्रिटी से मिलने जा रहे हैं। सलमान भाई के सिक्योरिटी गार्ड साहब (शेरा जी नहीं, कोई और) हमें लेने आए। उन्होंने भी आरती के चेहरे को पढ़ लिया और मुस्कुराते हुए कहा अरे आज तो आप भाई से मिलेंगे। मैंने उन्हें इशारे में सरप्राइज देने के बारे में बताया। वह इतने समझदार थे कि तुरंत बात घुमा दी। अब हम स्टूडियो के अंदर थे। मैनेजर साहिबा ने हमें बड़े प्यार से रिसीव किया और एक वैनिटी वैन में बिठा दिया। अब भी आरती को कोई आइडिया नहीं था कि हम कहां पर हैं। वैनिटी वैन की खिड़की से आरती ने राधे योर मोस्ट वॉन्टेड भाई और एसकेएफ प्रॉडक्शन का पोस्टर देखा और पूछा क्या आप मुझे सच में सलमान खान से मिलवाने लाए हो। मैंने कहा नहीं मुझे कोई आइडिया नहीं है। आरती एक्साइटेड हो रही थी और मैं उसे मुस्कुराते हुए देख अंदर ही अंदर खुशी से झूम रहा था। अंदर राधे के सीटी मार गाने की शूटिंग चल रही थी। कुछ देर बाद एक शख्स हमें लेने आते हैं और हम चंद कदमों में ही सलमान खान साहब को अपने सामने पाते हैं। अपने सामने अपने पसंदीदा हीरो को देखकर लोग किस तरह से झूमते हैं, मैंने बहुत देखा था लेकिन अपनी आरती को इस तरह से झूमते देखना मेरी जिंदगी के सबसे खूबसूरत लम्हों में से एक है।’
उन्होंने आगे लिखा, ‘सलमान भाई ने तकरीबन आधे घंटे तक बड़े प्यार से बातें की। सलमान भाई ने हमारी हर बात को बड़ी गंभीरता से सुना। हमने हर छोटी-बड़ी बात उनके साथ शेयर की। इलाज के बारे में बताया, जिन डॉक्टरों से हम ट्रीटमेंट ले रहे हैं उनके बारे में बताया। हमारी लाइफ में क्या-क्या हो रहा है, अपनी बेटी के बारे में बताया। हमने यह भी बताया कि हम पिछली बार आपके घर के बाहर घूम कर आए थे और टैक्सी वाले भाई ने बताया था कि सलमान साहब इस बालकनी से दिखते हैं और तमाम तरह की और भी छोटी मोटी बातें जो भी हमारे जहन में आ रही थी हम सिर्फ बोलते जा रहे थे बोलते जा रहे थे और वे मुस्कुरा रहे थे और बड़े ध्यान से सुन रहे थे। हम जो भी बोल रहे थे वे बड़ी गंभीरता से हमें सुन रहे थे। हमारे मन में जो भी आ रहा था हम बोले जा रहे थे और वे बड़े प्यार से एक परिवार के बड़े के नाते हमें सुन रहे थे। फिल्मों में जो एक छवि है उससे अलग मैंने सलमान खान साहब को पाया। एक गंभीर और वास्तव में बड़े भाई की तरह। उन्होंने हमारी सारी बातों को सुना और हमें हर तरह की मदद देने की बात कही। उन्होंने कहा कि आपको यदि डॉक्टर साहब को दिखाना हो, पैसे की कभी भी कोई दिक्कत हो तो जरूर कॉन्टेक्ट करना है। आपको किसी और चीज की जरूरत हो मुझे जरूर बताना है। बिल्कुल कोई टेंशन नहीं लेनी है। जिस तरह से सलमान खान साहब समझा रहे थे, बता रहे थे। मैं लाख कोशिश कर भी यहां पर शब्दों में उस जज़्बे को आप लोगों तक नहीं पहुंचा सकता। मैंने सलमान खान साहब से कहा कि आपसे मिलकर मेरी पत्नी के अंदर जो पॉजिटिविटी आई है। वह सबसे बड़ा इलाज है, मैं वही आपके पास लेने आया हूं। वहां पर सोहेल भाई भी थे। उन्होंने भी हमसे खुद आगे बढ़कर हेलो किया। आप बताइए इतने बड़े स्टार इतने अच्छे इंसान बने रहें ये कितनी बड़ी बात है। सलीम खान साहब का परिवार वास्तव में इंसानियत का जीता जागता उदाहरण है। सलमान खान साहब के बारे में मैंने बहुत सुना था कि वे बहुत उदार हैं, बहुत लोगों की मदद करते हैं लेकिन जब मैंने खुद अनुभव किया तो वास्तव में जो मैंने सुना था उससे उन्हें कहीं ज्यादा पाया। इनसे जुड़े हर शख्स ने हमें आगे बढ़ कर मदद देने का आश्वासन दिया। आज के युग में जब अपनों के पास टाइम नहीं होता तो इतने बड़े सितारे इतना सहारा देते हैं, इतना प्यार देते हैं यह वास्तव में अद्भुत है।’
आरती चिकारा
कर्मवीर सिंह चिकारा ने आखिर में लिखा, ‘इस पोस्ट को यहां तक पढ़ने वाले अपने सभी दोस्तों से यही विनती करना चाहता हूं कि हमें इस तरह के लोगों को आगे बढ़ाना है। इस वक्त दुनिया एक बहुत बड़ी महामारी से जूझ रही है हर रोज किसी न किसी के जाने की खबरें आ रही हैं, चारों तरफ नेगेटिविटी का माहौल है लेकिन इस नेगेटिविटी में भी हमें पॉजिटिव अप्रोच के साथ काम करना है। संभव है कि आप सलमान भाई की राधे फिल्म को सिनेमा घर पर देखने के लिए नहीं जा सकते लेकिन ओटीटी प्लैटफ़ॉर्म पर आप इसे जरूर देखें क्योंकि हम ऐसा करके एक अच्छे इंसान के हाथ मजबूत करेंगे, जिससे लाखों लोगों का भला होता है। उनकी मूवी देखना एक चैरिटी के समान है। हर इंसान के अंदर सलमान ख़ान है, अपने अंदर के सलमान ख़ान को पहचानिए और लोगों की मदद कीजिए। सोनू सूद बनें, रवीश कुमार बनें। पाइरेसी बिलकुल भी न करें, ये चोरी है, किसी का हक़ मारना है। आरती को गाना गाने और सुनने का बहुत शौक था जिस सुबह उन्होंने शरीर छोड़ा, उस रात भी उन्होंने अपने दर्द को भुलाने के लिए यूट्यूब पर 4-5 गाने सुने। जिनमें से एक बच्चों का- ‘कालू मदारी आया’ और 3 सलमान भाई के गाने। इस लेख में मैंने सलमान खान साहब को कई बार सलमान भाई लिखा है वह वास्तव में भाई हैं। असल जिंदगी के भाई हैं।’