रिफाइनरी को लेकर बोले गहलोत- एक साल बर्बाद कर दिया: ‘पेट्रोकेमिकल पर काम करना चाहिए’; CM का ट्वीट- जुमलेबाजी में टाइम खराब नहीं करते – Barmer News

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रिफाइनरी को लेकर बोले गहलोत- एक साल बर्बाद कर दिया:  ‘पेट्रोकेमिकल पर काम करना चाहिए’; CM का ट्वीट- जुमलेबाजी में टाइम खराब नहीं करते – Barmer News

रिफाइनरी को लेकर बोले गहलोत- एक साल बर्बाद कर दिया: ‘पेट्रोकेमिकल पर काम करना चाहिए’; CM का ट्वीट- जुमलेबाजी में टाइम खराब नहीं करते – Barmer News

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और उद्योग वाणिज्य राज्यमंत्री केके विश्नोई ने कल बालोतरा में पचपदरा रिफाइरी का दौरा किया था। इस दौरान विश्नोई ने कहा था कि अप्रैल तक रिफाइनरी का बड़ा हिस्सा शुरू हो सकता है। इसके बाद जयपुर में पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने रिफाइनरी

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पूर्व सीएम ने कहा- बीजेपी सरकार को चाहिए था कि सरकार बनते ही रिफाइनरी का काम आगे बढ़ाते। जब मैं रिफाइनरी में गया था तो प्रोजेक्ट को रिव्यू करने का वादा किया था। कहा था कि 31 दिसंबर 2024 तक हम इसे पूरा कर देंगे। अब ये (राज्यमंत्री केके विश्नोई) कह रहे हैं कि एक महीना दो महीना…।

जयपुर में पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने न्यूज एजेंसी एएनआई को रिफाइनरी को लेकर बयान दिया।

रिफाइनरी की लागत 40 से 70 हजार करोड़ हो गई

पूर्व सीएम बोले- अगर एक-दो महीने में रिफाइनरी शुरू हो जाए तो हमें खुशी होगी। भाजपा सरकार ने पहले भी 5 साल बर्बाद कर दिए थे। कांग्रेस सरकार ने 2013 में रिफाइनरी का शिलान्यास करवाया था। इसके बाद सरकार बदली और फिर 5 साल इस पर काम नहीं हुआ।

पूर्व सीएम का ट्वीट

ऐसे में रिफाइनरी की लागत 40 हजार करोड़ से बढ़कर लगभग 70 हजार करोड़ पहुंच गई।

पचपदरा रिफाइनरी में रिफाइंड होने वाला तेल देशभर में जाएगा या उत्तर भारत में जाएगा, यह अलग इश्यू है। यहां आधुनिक तकनीक का पेट्रो केमिकल कॉम्पलेक्स बन रहा है।

पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने आरोप लगाया कि सरकार ने एक साल बर्बाद कर दिया।

नई टेक्नोलॉजी की रिफाइनरी, अब सरकार पेट्रो केमिकल कॉम्प्लेक्स पर काम करे

गहलोत ने कहा- वर्तमान में रिफाइनरी आधुनिक तकनीक से बन रही है। आग्रह है कि सरकार इसे समझने की कोशिश करे। इसमें हमने पचपदरा के आसपास के इलाके की जमीनें ईएमआर की थी। अब मैं कहना चाहूंगा कि रिफाइनरी बहुत बड़ी इंडस्ट्री है। पचपदरा और आसपास के इलाकों में बड़ी मात्रा में पेट्रो केमिकल प्रोडक्ट बनेंगे। ये प्रोडक्ट 100 से भी ज्यादा तरह के हो सकते हैं।

प्लास्टिक आधारित कई इंडस्ट्री लगेंगी। इसकी तैयारी बिल्कुल नहीं हो रही है। इसके लिए जमीन का डवलपमेंट रीको कर रहा होगा। इसे लेकर काम करना चाहिए। सरकार तैयारी करे, ताकि राजस्थानवासियों को ज्यादा फायदा मिले।

पचपदरा रिफाइनरी को लेकर सीएम और पूर्व सीएम में जुबानी जंग चल रही है।

सरकार को एक टीम बड़ौदा भेजनी चाहिए

गहलोत ने कहा- बड़ौदा (गुजरात) में पेट्रो केमिकल प्रोडक्ट बनते हैं। वहां इनको टीम भेजनी चाहिए। अधिकारियों को अभी से तैयारी करनी चाहिए। यह देखना चाहिए कि कैसे हमारे हजारों-लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा। मैं समझता हूं कि यह सबसे बड़ा काम होगा।

मुख्यमंत्री को चाहिए कि वे इस बात पर ध्यान दें कि पेट्रो केमिकल कॉम्प्लेक्स का आने वाले वक्त में किस प्रकार उपयोग होगा? उसका फायदा हमें मिलेगा या नहीं। रिफाइनरी तो लग गई, इनवेस्ट बड़ा हो गया। मुख्य काम इसके बाद का है।

मुख्यमंत्री-राज्यमंत्री समेत अधिकारियों ने बस से रिफाइनरी का दौरा किया था।

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने किया ट्वीट

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शुक्रवार रात 9.55 बजे ट्वीट कर रिफाइनरी के काम को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा।

ट्वीट में उन्होंने लिखा- रिफाइनरी का काम अक्टूबर 2022 में पूरा होना था लेकिन कांग्रेस सरकार के ढुलमुल तरीकों के कारण 2023 के अंत तक तीन-चौथाई काम भी पूरा नहीं हो सका। हमने पिछले एक साल में 13500 करोड़ रुपए व्यय कर रिफाइनरी का 90 प्रतिशत से अधिक काम पूरा कर लिया है।

मैंने आज ही 3 से 4 महीने में रिफाइनरी में कच्चे तेल की रिफाइनिंग का काम शुरू करने के निर्देश दिए हैं। कांग्रेस सरकार ने रिफाइनरी के साथ इसके आस-पास औद्योगिक गतिविधियां बढ़ाने के लिए भी कोई पहल नहीं की। हमारी सरकार रिफाइनरी के पास रीको के तरफ से प्लग एंड प्ले आधारित व्यवस्था स्थापित कर रही है, ताकि उद्यमियों द्वारा शुरुआती दौर में बिना अधिक पूंजी लगाए उद्योग शुरू किए जा सकें।

इस अनूठे प्रयास से रिफाइनरी के पास बड़ी संख्या में लोगो को रोजगार मिलेगा तथा पेट्रो जोन में तत्काल औद्योगिक गतिविधियां प्रारंभ हो सकेंगी। हमारी सरकार जुमलेबाजी में समय खराब करने की जगह सीधे एक्शन पर ध्यान देती है और इसी कारण लंबे समय से प्रतीक्षित रिफाइनरी शीघ्र शुरू होने जा रही है।

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कल रिफाइनरी का दौरा किया था। परिसर में पौधा भी लगाया था।

मुख्यमंत्री का ट्ववीट

राजेंद्र राठौड़ बोले- गहलोत चाहते तो रिफाइनरी बहुत पहले ही शुरू हो जाती

पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवं भाजपा नेता राजेन्द्र राठौड़ ने कहा-रिफाइनरी पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का दिया गया बयान न केवल हास्यास्पद है बल्कि ‘उल्टे बांस बरेली को’ वाली कहावत को सार्थक करता है। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के समय वर्ष 2017 में रिफाइनरी का शिलान्यास हुआ था, यह अक्टूबर 2022 में पूर्ण होनी थी। लेकिन कांग्रेस ने जानबूझकर रिफाइनरी परियोजना को लटकाया-भटकाया और इसकी लागत 36 हजार करोड रुपए से बढ़कर 72 हजार करोड़ रुपए हो गई।

अशोक गहलोत ने विधानसभा में तीन बार घोषणा करते हुए परियोजना शुरू करने की तारीख तय की थी। मुख्यमंत्री शर्मा प्रदेशवासियों को रिफाइनरी की सौगात जल्द देने के लिए कटिबद्ध हैं। दिसंबर 2023 में हमारी सरकार बनी तो रिफाइनरी का काम 72 प्रतिशत पूरा हुआ था।

हमने कार्य को गति देते हुए एक वर्ष में ही इसे 84 प्रतिशत तक पहुंचा दिया। वर्तमान में राजस्थान रिफाइनरी के निर्माण का कार्य तीव्र गति से जारी है। इसकी 9 यूनिट्स में से लगभग सभी यूनिट्स का 90 प्रतिशत से ज्यादा कार्य पूर्ण हो चुका है। कांग्रेस के नेता हमेशा ईआरसीपी, ईडब्ल्यूएस आरक्षण, यमुना जल समझौते सहित विभिन्न मुद्दों पर सिर्फ प्रचार के लिए अनर्गल बात करते हैं। यह उनकी आदत में शुमार हो चुका है। अगर गहलोत चाहते तो रिफाइनरी बहुत पहले ही शुरू हो जाती।

मुख्यमंत्री-उद्योग राज्यमंत्री ने कल किया था दौरा

बता दें कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और उद्योग वाणिज्य राज्यमंत्री केके विश्नोई ने शुक्रवार को बालोतरा जिले के पचपदरा में स्थित रिफाइनरी का दौरा किया था।

पचपदरा रिफाइनरी के प्रशासनिक सभागार में मीटिंग करने के बाद सीएम, राज्यमंत्री और अन्य बस से रिफाइनरी विजिट करने निकले थे। सीएम ने यहां नाइट्रोजन प्लांट का उद्घाटन किया था। प्रशासनिक सभागार कार्यालय में सीएम ने हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL) के अधिकारियों, प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से चर्चा की थी।

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