रामनवमी के लिए ममता सरकार की खास तैयारी, जुलूस वाले हर रास्ते पर लगाए सीसीटीवी कैमरे – News4Social h3>
Image Source : PTI
कोलकाता पुलिस (प्रतीकात्मक तस्वीर)
पश्चिम बंगाल के कोलकाता में प्रशासन ने रामनवमी जुलूस को लेकर खास तैयारी की है। यहां पिछले कुछ सालों में रामनवमी जुलूस के दौरान झड़प की कई घटनाएं सामने आई थीं। इसी वजह से कोलकाता पुलिस ने इस साल 6 अप्रैल को जुलूस के रास्तों में हर जगह सीसीटीवी कैमरे लगाने का फैसला किया है। इस फैसले के बाद जिन रास्तों से रामनवमी के जुलूस निकलने हैं, उन रास्तों से जुड़ी पुलिस स्टेशनों को सूचित कर दिया गया है कि वे रास्तों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की स्थिति का सर्वे करें।
कोलकाता पुलिस से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि जिन पुलिस स्टेशन को सर्वे के लिए कहा गया है, उन्हें अपनी रिपोर्ट में जुलूस वाले रास्तों पर पहले से लगे सीसीटीवी कैमरों की मौजूदा स्थिति का विवरण देना होगा।
बॉडी कैमरे से होगी पूरी निगरानी
शहर के पुलिस अधिकारी ने बताया, “संबंधित रास्तों में किसी भी तरह की खराबी की तुरंत मरम्मत की जानी चाहिए या उसे बदला जाना चाहिए। साथ ही संबंधित पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारियों को भी आयुक्त कार्यालय को रिपोर्ट भेजने के लिए कहा गया है कि किसी भी रास्ते में अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाने की आवश्यकता है या नहीं।” इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस बार ऐसे जुलूसों में शामिल होने वाले पुलिस अधिकारियों और कर्मियों को भी बॉडी कैमरों का उपयोग करना होगा ताकि शुरू से अंत तक पूरी निगरानी और रिकॉर्डिंग सुनिश्चित की जा सके।
2000 जुलूस की बात कह चुके हैं सुवेंदु अधिकारी
शहर पुलिस के सूत्रों ने बताया कि इस वर्ष रामनवमी के जुलूसों को लेकर अधिकारी विशेष रूप से सतर्क हैं, क्योंकि जुलूस आयोजकों द्वारा इस वर्ष कार्यक्रमों में अतिरिक्त भीड़ जुटाने के प्रयास किए जा रहे हैं। पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने इस महीने की शुरुआत में दावा किया था कि पश्चिम बंगाल भाजपा और उससे जुड़े संगठन इस वर्ष रामनवमी के अवसर पर कम से कम 2,000 जुलूस आयोजित करेंगे।
एक करोड़ हिंदू होंगे शामिल- अधिकारी
सुवेंदु अधिकारी ने यह भी कहा कि इस वर्ष रामनवमी पर जुलूस में शामिल होने वाले लोगों की संख्या पिछले वर्ष की तुलना में दोगुनी होगी। उन्होंने कहा, “इस साल रामनवमी बड़े पैमाने पर मनाई जाएगी। मैं उस दिन सड़कों पर रहूंगा। पिछले साल करीब 50 लाख हिंदू रामनवमी के अवसर पर रैलियों में हिस्सा लेने के लिए सड़कों पर थे। पिछले साल 1,000 रैलियां हुई थीं। इस साल 2,000 रैलियां होंगी और करीब एक करोड़ हिंदू इस साल उन रैलियों में हिस्सा लेंगे।”