रामचेत मोची को राहुल गांधी ने बुलाया मुंबई: कारोबारी सुधीर कुमार से मिलवाया, कहा- भइया ने हमारी जिंदगी ही बदल दी – Sultanpur News h3>
असगर नकी | सुलतानपुर19 मिनट पहले
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सुल्तानपुर के रामचेत की जिंदगी में राहुल गांधी की मदद से बड़ा बदलाव आया है। राहुल गांधी ने पिछले साल उन्हें मशीन गिफ्ट की। इस साल फरवरी में उन्हें दिल्ली के दस जनपथ पर बुलाया। वहां रामचेत ने सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी को अपने हाथ की बनी चप्पलें भेंट कीं।
राहुल गांधी ने रामचेत को मुंबई में चमड़ा कारोबारी सुधीर कुमार चमार से मिलवाया। सुधीर कुमार का व्यवसाय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैला है। उनकी फैक्ट्री में नए डिजाइन के बैग और सैंडल बनते हैं। रामचेत ने वहां मशीन पर पर्स बनाने का प्रदर्शन किया। सुधीर कुमार ने उनके काम की सराहना की। दैनिक NEWS4SOCIALने रामचेत से बात की। मुंबई जाने की पूरी कहानी जानीं…
पहले जानें कैसे चर्चा में आए रामचेत मोची…
गाड़ी से उतरकर राहुल मोची राम चेत की दुकान पर पहुंचे थे। चप्पल की सिलाई की। उनसे पूछा कि जूते कैसे बनाते हो।
रामचेत से मोची की कारीगरी की बारीकियां जानीं
राहुल गांधी 26 जुलाई, 2024 को गृह मंत्री अमित शाह के मानहानि के केस की पेशी में सुल्तानपुर आए थे। कोर्ट से लखनऊ वापस लौटने के दौरान वे रामचेत की दुकान में रुके थे। 5 मिनट की इस मुलाकात के दौरान उन्होंने न सिर्फ रामचेत से मोची की कारीगरी की बारीकियां जानीं। बल्कि खुद से जूता भी सिला।
50 हजार रुपए कीमत के चार कार्टन भेजे
इस मुलाकात के दौरान रामचेत ने राहुल को अपनी आर्थिक दिक्कतों की जानकारी देते हुए मदद की गुहार लगाई थी। अगस्त में राहुल ने रामचेत को एक लाख रुपए कीमत की एक जापानी सिलाई मशीन भेंट की। इसके बाद 50 हजार रुपए कीमत के चार कार्टन सामान भी भेजे और खुद रात 11 बजे कॉल करके हर संभव मदद का आश्वासन दिया था।
जूते खरीदने के लिए कई बड़े ऑफर्स आए
रामचेत ने बताया था, राहुल गांधी के सिले हुए जूते खरीदने के लिए कई बड़े ऑफर्स आए। लोगों ने लाखों रुपए का लालच दिया, पर उन्होंने वह जूता आज तक नहीं बेचा है। रामचेत और उनके परिवार ने 20 दिन पहले दिल्ली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से उनके आवास पर मुलाकात की। सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी भी मौजूद रहीं। कांग्रेस ने इस मुलाकात का एक मिनट 28 सेकेंड का वीडियो शेयर किया था।
अब चलते हैं रामचेत के गांव और जानते हैं मुंबई जाने की पूरी कहानी
मोची रामचेत के सामने राहुल गांधी ने सिलाई मशीन चलाकर देखी।
ब्रांड ‘रामचेत मोची’ को स्थापित करने की योजना
रामचेत बाबूगंज में अपनी दुकान चलाते हैं। उन्होंने किराए की जगह पर मशीन लगाई है। उनके यहां 2-3 कारीगर काम करते हैं। उनका बेटा भी रोज 2-3 घंटे व्यवसाय सीखता है। वे अपने ब्रांड ‘रामचेत मोची’ को स्थापित करने की योजना बना रहे हैं।
जिंदगी में नहीं कर पाते वो राहुल गांधी जी ने करवा दिया
रामचेत ने बताया– मेरा सफर बहुत अच्छा रहा। जो सफर हम कभी जिंदगी में नहीं कर पाते वो राहुल गांधी जी ने करवा दिया। कभी हम जहाज में नहीं बैठे थे, देखा भी नहीं था, छुआ भी नहीं था। भइया ने हमें ऐसी जगह पहुंचा दिया कि क्या ही बताएं। सुधीर कुमार जी का चमड़े का अच्छा कारोबार है। नए नए ब्रांड हैं। उनका माल बाहर विदेशों में सप्लाई होता है। भइया ने इस चीज को दिखाने और सीखाने के लिए हमको बुलाया था।
सुधीर कुमार जी से मुलाकात हुई
हमारा टिकट कराया। एयरपोर्ट से हमें ले गए। बहुत अच्छा स्वागत किया। हमसे गले मिले। फिर उस जगह ले गए जहां सुधीर कुमार का कारोबार चल रहा था। वहां गए, सुधीर कुमार जी से मुलाकात हुई। जो काम वो कर रहे थे वो काम हमें भी करके दिखाया।
सुधीर कुमार को हमने पर्श बनाकर दिखाया
वहां बैग, नए नए डिजाइन के सैंडिल बनाए जाते थे। कुछ लकड़ी का था, कुछ रबड़ का था। हमने वहां मशीन चलाकर दिखाया। इस प्रकार की मशीन हम चला लेते हैं। हमने वहां पर्स बनाकर दिखाया। कई प्रकार की हम डिजाइन बना लेते हैं। सुधीर कुमार ने हमारा काम देखा और कहा तुम ठीक कारोबार कर लेते हो। जुड़े रहो, कारोबार आगे बढ़ते रहो।
सुधीर कुमार जी की तरह हम भी ब्रांड बनाएंगे
राहुल गांधी ने भी सुधीर कुमार और उनकी टीम से पर्स की क्वालिटी के बारे में जाना।
रामचेत ने बताया– हमने सोचा है कि सुधीर कुमार जी की तरह हम भी ब्रांड बनाएंगे। अपने लड़के को काम सीखा रहे हैं। हम अपने ब्रां का नाम रामचेत मोची रखेंगे। भइया से कोई बात और नहीं हुई। उन्होंने कहा है रामचेत जहां लगे हो लगे रहो। भइया कुछ भी कहेंगे हमारे लिए हम न नहीं करेंगे हां करेंगे। क्योंकि भइया ने हमारी दुकान पर आकर हमें इना ऊंचा उठा दिया।
भइया हमें दिल्ली ले गए। वहां उनकी मम्मी को चप्पल पहना कर आए। भइया ने मशीन दिया है, उससे जूता बनाते हैं। पहले हमारी दुकान पर माल नहीं था। दो तीन जोड़ी माल रहता था। टकाई सकाई करते थे। मरम्मत करते थे। 100-150 की आमदनी थी। आज हजारों की इनकम है।
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गांधी परिवार से मिले सुल्तानपुर के मोची रामचेत: राहुल ने गले लगाया, सोनिया-प्रियंका को चप्पलें गिफ्ट कीं, बोले- भैया ने बिजनेस बढ़ा दिया
सुल्तानपुर के मोची रामचेत और उनके परिवार ने सोमवार की शाम दिल्ली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से उनके आवास पर मुलाकात की। सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी भी मौजूद रहीं। कांग्रेस ने इस मुलाकात का एक मिनट 28 सेकेंड का वीडियो शेयर किया है। पढ़ें पूरी खबर
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असगर नकी | सुलतानपुर19 मिनट पहले
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सुल्तानपुर के रामचेत की जिंदगी में राहुल गांधी की मदद से बड़ा बदलाव आया है। राहुल गांधी ने पिछले साल उन्हें मशीन गिफ्ट की। इस साल फरवरी में उन्हें दिल्ली के दस जनपथ पर बुलाया। वहां रामचेत ने सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी को अपने हाथ की बनी चप्पलें भेंट कीं।
राहुल गांधी ने रामचेत को मुंबई में चमड़ा कारोबारी सुधीर कुमार चमार से मिलवाया। सुधीर कुमार का व्यवसाय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैला है। उनकी फैक्ट्री में नए डिजाइन के बैग और सैंडल बनते हैं। रामचेत ने वहां मशीन पर पर्स बनाने का प्रदर्शन किया। सुधीर कुमार ने उनके काम की सराहना की। दैनिक NEWS4SOCIALने रामचेत से बात की। मुंबई जाने की पूरी कहानी जानीं…
पहले जानें कैसे चर्चा में आए रामचेत मोची…
गाड़ी से उतरकर राहुल मोची राम चेत की दुकान पर पहुंचे थे। चप्पल की सिलाई की। उनसे पूछा कि जूते कैसे बनाते हो।
रामचेत से मोची की कारीगरी की बारीकियां जानीं
राहुल गांधी 26 जुलाई, 2024 को गृह मंत्री अमित शाह के मानहानि के केस की पेशी में सुल्तानपुर आए थे। कोर्ट से लखनऊ वापस लौटने के दौरान वे रामचेत की दुकान में रुके थे। 5 मिनट की इस मुलाकात के दौरान उन्होंने न सिर्फ रामचेत से मोची की कारीगरी की बारीकियां जानीं। बल्कि खुद से जूता भी सिला।
50 हजार रुपए कीमत के चार कार्टन भेजे
इस मुलाकात के दौरान रामचेत ने राहुल को अपनी आर्थिक दिक्कतों की जानकारी देते हुए मदद की गुहार लगाई थी। अगस्त में राहुल ने रामचेत को एक लाख रुपए कीमत की एक जापानी सिलाई मशीन भेंट की। इसके बाद 50 हजार रुपए कीमत के चार कार्टन सामान भी भेजे और खुद रात 11 बजे कॉल करके हर संभव मदद का आश्वासन दिया था।
जूते खरीदने के लिए कई बड़े ऑफर्स आए
रामचेत ने बताया था, राहुल गांधी के सिले हुए जूते खरीदने के लिए कई बड़े ऑफर्स आए। लोगों ने लाखों रुपए का लालच दिया, पर उन्होंने वह जूता आज तक नहीं बेचा है। रामचेत और उनके परिवार ने 20 दिन पहले दिल्ली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से उनके आवास पर मुलाकात की। सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी भी मौजूद रहीं। कांग्रेस ने इस मुलाकात का एक मिनट 28 सेकेंड का वीडियो शेयर किया था।
अब चलते हैं रामचेत के गांव और जानते हैं मुंबई जाने की पूरी कहानी
मोची रामचेत के सामने राहुल गांधी ने सिलाई मशीन चलाकर देखी।
ब्रांड ‘रामचेत मोची’ को स्थापित करने की योजना
रामचेत बाबूगंज में अपनी दुकान चलाते हैं। उन्होंने किराए की जगह पर मशीन लगाई है। उनके यहां 2-3 कारीगर काम करते हैं। उनका बेटा भी रोज 2-3 घंटे व्यवसाय सीखता है। वे अपने ब्रांड ‘रामचेत मोची’ को स्थापित करने की योजना बना रहे हैं।
जिंदगी में नहीं कर पाते वो राहुल गांधी जी ने करवा दिया
रामचेत ने बताया– मेरा सफर बहुत अच्छा रहा। जो सफर हम कभी जिंदगी में नहीं कर पाते वो राहुल गांधी जी ने करवा दिया। कभी हम जहाज में नहीं बैठे थे, देखा भी नहीं था, छुआ भी नहीं था। भइया ने हमें ऐसी जगह पहुंचा दिया कि क्या ही बताएं। सुधीर कुमार जी का चमड़े का अच्छा कारोबार है। नए नए ब्रांड हैं। उनका माल बाहर विदेशों में सप्लाई होता है। भइया ने इस चीज को दिखाने और सीखाने के लिए हमको बुलाया था।
सुधीर कुमार जी से मुलाकात हुई
हमारा टिकट कराया। एयरपोर्ट से हमें ले गए। बहुत अच्छा स्वागत किया। हमसे गले मिले। फिर उस जगह ले गए जहां सुधीर कुमार का कारोबार चल रहा था। वहां गए, सुधीर कुमार जी से मुलाकात हुई। जो काम वो कर रहे थे वो काम हमें भी करके दिखाया।
सुधीर कुमार को हमने पर्श बनाकर दिखाया
वहां बैग, नए नए डिजाइन के सैंडिल बनाए जाते थे। कुछ लकड़ी का था, कुछ रबड़ का था। हमने वहां मशीन चलाकर दिखाया। इस प्रकार की मशीन हम चला लेते हैं। हमने वहां पर्स बनाकर दिखाया। कई प्रकार की हम डिजाइन बना लेते हैं। सुधीर कुमार ने हमारा काम देखा और कहा तुम ठीक कारोबार कर लेते हो। जुड़े रहो, कारोबार आगे बढ़ते रहो।
सुधीर कुमार जी की तरह हम भी ब्रांड बनाएंगे
राहुल गांधी ने भी सुधीर कुमार और उनकी टीम से पर्स की क्वालिटी के बारे में जाना।
रामचेत ने बताया– हमने सोचा है कि सुधीर कुमार जी की तरह हम भी ब्रांड बनाएंगे। अपने लड़के को काम सीखा रहे हैं। हम अपने ब्रां का नाम रामचेत मोची रखेंगे। भइया से कोई बात और नहीं हुई। उन्होंने कहा है रामचेत जहां लगे हो लगे रहो। भइया कुछ भी कहेंगे हमारे लिए हम न नहीं करेंगे हां करेंगे। क्योंकि भइया ने हमारी दुकान पर आकर हमें इना ऊंचा उठा दिया।
भइया हमें दिल्ली ले गए। वहां उनकी मम्मी को चप्पल पहना कर आए। भइया ने मशीन दिया है, उससे जूता बनाते हैं। पहले हमारी दुकान पर माल नहीं था। दो तीन जोड़ी माल रहता था। टकाई सकाई करते थे। मरम्मत करते थे। 100-150 की आमदनी थी। आज हजारों की इनकम है।
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सुल्तानपुर के मोची रामचेत और उनके परिवार ने सोमवार की शाम दिल्ली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से उनके आवास पर मुलाकात की। सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी भी मौजूद रहीं। कांग्रेस ने इस मुलाकात का एक मिनट 28 सेकेंड का वीडियो शेयर किया है। पढ़ें पूरी खबर