राजस्थान विधानसभा चुनाव में हारे कांग्रेस प्रत्याशियों ने सुखजिन्दर सिंह के सामने किया हंगामा, जानिए वजह

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राजस्थान विधानसभा चुनाव में हारे कांग्रेस प्रत्याशियों ने सुखजिन्दर सिंह के सामने किया हंगामा, जानिए वजह

राजस्थान विधानसभा चुनाव में हारे कांग्रेस प्रत्याशियों ने सुखजिन्दर सिंह के सामने किया हंगामा, जानिए वजह


जयपुर: राजस्थान कांग्रेस में कलह एक बार फिर सामने आ गई। जयपुर के बिड़ला ऑडिटोरियम में हुए कांग्रेस के राज्य स्तरीय अधिवेशन के अगले ही दिन पार्टी के नए कार्यालय में हंगामा हो गया। कांग्रेस के प्रत्याशी रहे नेताओं ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा और प्रदेश प्रभारी सुखजिन्दर सिंह रंधावा को जमकर खरी खोटी सुनाई। दरअसल पार्टी के प्रदेश प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष ने विधायक प्रत्याशियों से फीडबैक जानने के लिए कांग्रेस के वार रूम में बुलाया। 2018 के विधानसभा चुनावों में हार का सामना कर चुके कांग्रेस प्रत्याशी गुरुवार 29 दिसंबर को अस्पताल रोड़ के सामने स्थित कांग्रेस के वार रूम में पहुंचे। फीडबैक के दौरान विधायक प्रत्याशियों ने अपनी पीड़ा बताते हुए हंगामा कर दिया। उनका कहना था कि पार्टी ने उन्हें टिकट दिया लेकिन हार के बाद पार्टी और संगठन में उनकी कोई सुनवाई नहीं होती। उनके कहे अनुसार काम नहीं होते। ऐसे में उन्हें जनता के सामने शर्मिन्दा होना पड़ता है।

निर्दलीय विधायकों ने मचा रखी है लूट

राजस्थान के 13 विधानसभा सीटों पर निर्दलीयों की जीत हुई थी। 6 सीटों पर बसपा के टिकट पर चुनाव जीतने वाले विधायक कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। इन सीटों पर कांग्रेस का चुनाव लड़ने वाले विधायकों ने निर्दलीय विधायकों और बसपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाले विधायकों पर क्षेत्र में खुली लूट मचाने के आरोप लगाए। उनका कहना था कि पार्टी के नेता होने के बावजूद सरकार में उनकी एक भी नहीं चलती। उनके कहने पर ना किसी का ट्रांसफर होता है और ना किसी अधिकारी कर्मचारी को हटाया जाता है। चुनाव जीतने वाले निर्दलीय विधायक अफसरों को धमका कर रखते हैं। मुख्यमंत्री के नाम से धमकियां देकर खुलेआम भ्रष्टाचार कर रहे हैं और अफसरों पर दबाव डाल अपने स्वार्थ के काम करवाते हैं।

राज चलाने का मतलब यह नहीं … – मनीष यादव

शाहपुरा से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुके मनीष यादव का आरोप है कि निर्दलीय विधायकों ने लूट और तांडव मचा रखा है। उनकी शिकायत हमने रंधावा जी से की है। हम हारे हुए कांग्रेस प्रत्याशी इन लोगों का मजबूती से सामना करेंगे। यादव ने कहा कि आप शाहपुरा और खंडेला सहित निर्दलीय विधायकों के क्षेत्रों में जाकर देंखे कि किस तरह से निकायों में भ्रष्टाचार हो रहा है। अधिकारी कर्मचारी चाहकर भी कुछ नहीं कर पाते। हम शिकायत करते हैं तो हमारी सुनवाई नहीं होती। मनीष यादव ने कहा कि राज चलाने का मतलब यह नहीं होता कि कार्यकर्ताओं को मरता छोड़ दें। पिछले चार साल में निर्दलीय विधायकों ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को खत्म करने की मंशा से काम किया है।

निर्दलीय विधायकों ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित किया

कांग्रेस नेता मनीष यादव ने कहा कि बसपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाले और निर्दलीय विधायकों ने जमकर भ्रष्टाचार किया। सचिन पायलट ने हम नौजवान लोगों को चुनाव लड़ने का अवसर दिया। लेकिन बीते चार सालों में हमारे जैसे कार्यकर्ताओं को निर्दलीय विधायकों की ओर से प्रताड़ित किया गया। संगठन और निकाय के चुनावों में उनसे राय नहीं ली गई। सारे काम निर्दलीयों के कहने पर किए जा रहे हैं। ऐसा करना कांग्रेस कार्यकर्ता के साथ न्याय नहीं है। निर्दलीय विधायकों की ओर से की जा रही लूट की वजह से पार्टी को भारी नुकसान पहुंच रहा है।

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निर्दलीय विधायक सीएमओ के नाम पर धमकाते हैं – सुभाष मील

खंडेला से हार का सामना कर चुके कांग्रेस प्रत्याशी सुभाष मील का कहना है कि जिन लोगों ने कांग्रेस को वोट दिया, वे पिछले चार साल से प्रताड़ित हो रहे हैं। निर्दलीयों के समर्थन से सरकार चलाने के नाम पर विधायकों ने तांडव मचा रखा है। अफसरों और कर्मचारियों के साथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को जानबूझकर प्रताड़ित किया जाता है। आने वाले चुनावों में जनता इसका जवाब देगी लेकिन कांग्रेस पार्टी को ही नुकसान पहुंचेगा। मील ने कहा कि संगठन के कार्यों में हमें मौका मिलना चाहिए लेकिन पार्टी में हमारी बात को तवज्जो नहीं दी जाती।

प्रदेशाध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा बोले – ध्यान रखेंगे

कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा कि विधायक प्रत्याशियों ने अपनी पीड़ा प्रदेश प्रभारी के सामने रखी है। उनकी बात को ध्यान से सुना गया। डोटासरा ने माना कि 19 विधानसभा क्षेत्रों के प्रत्याशियों के साथ वे न्याय नहीं कर सके। इन्हें ना तो संगठन में स्थान मिला और ना ही स्थानीय निकायों के चुनाव में तवज्जो दी गई। डोटासरा ने कहा कि आगे से इनका ध्यान रखेंगे। शाहपुरा से कांग्रेस प्रत्याशी रहे मनीष यादव, खंडेला से सुभाष मील, बहरोड़ से डॉ. आरसी यादव, नदबई से हिमांशु कटारा सहित कई नेताओं ने अपनी पीड़ा रंधावा के सामने रखी। (रिपोर्ट – रामस्वरूप लामरोड़, जयपुर)

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