राजस्थान में…. राम जी की निकली सवारी… अब हनुमान जी चिंता सता रही… | Hanuman Jayanti Shoba Yatra root in Jaipur | Patrika News h3>
रामनवमी के बाद अब कुछ समय के लिए पुलिस ने राहत की सांस ली है लेकिन अब हनुमान जयंती को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। इस अलर्ट के बाद फिर से जिलों की किलेबंदी करने की प्रक्रिया शुरु कर दी गई है।
जयपुर
Published: April 11, 2022 11:00:50 am
जयपुर
करौली उप्रदव के बाद राजस्थान में रामनवमी को लेकर पुलिस एक टांग पर खड़ी रही… जब तक सभी जिलों में शांतिपूर्व तरीके से रामनवमी के जूलूस और शोभायात्रा नहीं निकल गए, पुलिस मुख्यालय में बैठे अफसरों की सांसे भी उपर नीचे होती रही। आईबी से मिले इनपुट के बाद छह जिलों में सुरक्षा बंदोबस्त को इतना चाकचौबद किया गया कि रामनवमी पर आखिर पुलिस की जीत हो ही गई। उपद्रव फैलाने वाले सफल नहीं हो सके। रामनवमी के बाद अब कुछ समय के लिए पुलिस ने राहत की सांस ली है लेकिन अब हनुमान जयंती को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। इस अलर्ट के बाद फिर से जिलों की किलेबंदी करने की प्रक्रिया शुरु कर दी गई है।
पहली बार सड़क से लेकर छतों तक पुलिस का पहरा, ड्रौन कैमरों की घंटों रिकॉर्डिंग जांची
जयपुर समेत लगभग सभी जिलों में पहली बार किसी शोभायात्रा से पहले ड्रोन कैमरों से निगरानी की गई है। जयपुर शहर की बात करें तो तीन दिन के दौरान करीब दस से ज्यादा घंटों की रिकॉर्डिंग ड्रोन कैमरों से की गई है। उसके बाद रामनवमी की शोभायात्रा निकाली गई। अब इसी सुरक्षा बंदोबस्त को हनुमान जंयती पर भी फॉलो करने के निर्देश पुलिस मुख्यालय ने दिए हैं। हनुमान जयंती के जुलुस में भी डीजे की अनुमति को लेकर संशय बरकरार है। लगभग सभी जिलों के पुलिस प्रशासन ने डीजे की अनुमति नहीं देने की प्लानिंग कर ली है।
माहौल को हल्का करने के लिए पहली बार सरकार भी करा रही सुंदरकांड
करौली उपद्रव के बाद खराब हुए प्रदेश के माहौल को कुछ हल्का करने के लिए इस बार सरकार ने तैयारी की है। राज्य सरकार ने पहली बार प्रदेश के सरकारी मंदिरों मंे हनुमान जयंती से पहले सुदरकांड कराने के निर्देश जारी किए हैं। देव स्थान के अधीन आने वाले दर्जनों मंदिरों में इसे लेकर तैयारी भी शुरु कर दी गई है। सभी जिलों से पांच से पंद्रह तक ऐसे मंदिरों का चुनाव किया गया हैं। यह पहली बार है कि जब सरकार इस तरह का आयोजन करा रही है।
शोभायात्रा मार्ग के बारे में पहले देनी होगी जानकारी, तभी मिलेगी अनुमति
रामनवमी शोभायात्रा की तरह ही हनुमान जयंती की शोभायात्रा के बारे में भी रूट की पहले ही जानकारी लोकर प्रशासन को देनी होगी। यात्रा के मार्ग के आधार पर थानों का जाब्ता निर्धारित किया जाएगा। सुरक्षा बंदोबस्त को शोभायात्रा के एक दिन पहले सुनिश्चित किया जाएगा। गौरतलब है कि जयपुर समेत प्रदेश के लगभग हर जिले में छोटी और बडी हनुमान जी की शोभायात्रा निकाली जाती रही है।
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रामनवमी के बाद अब कुछ समय के लिए पुलिस ने राहत की सांस ली है लेकिन अब हनुमान जयंती को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। इस अलर्ट के बाद फिर से जिलों की किलेबंदी करने की प्रक्रिया शुरु कर दी गई है।
जयपुर
Published: April 11, 2022 11:00:50 am
जयपुर
करौली उप्रदव के बाद राजस्थान में रामनवमी को लेकर पुलिस एक टांग पर खड़ी रही… जब तक सभी जिलों में शांतिपूर्व तरीके से रामनवमी के जूलूस और शोभायात्रा नहीं निकल गए, पुलिस मुख्यालय में बैठे अफसरों की सांसे भी उपर नीचे होती रही। आईबी से मिले इनपुट के बाद छह जिलों में सुरक्षा बंदोबस्त को इतना चाकचौबद किया गया कि रामनवमी पर आखिर पुलिस की जीत हो ही गई। उपद्रव फैलाने वाले सफल नहीं हो सके। रामनवमी के बाद अब कुछ समय के लिए पुलिस ने राहत की सांस ली है लेकिन अब हनुमान जयंती को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। इस अलर्ट के बाद फिर से जिलों की किलेबंदी करने की प्रक्रिया शुरु कर दी गई है।
पहली बार सड़क से लेकर छतों तक पुलिस का पहरा, ड्रौन कैमरों की घंटों रिकॉर्डिंग जांची
जयपुर समेत लगभग सभी जिलों में पहली बार किसी शोभायात्रा से पहले ड्रोन कैमरों से निगरानी की गई है। जयपुर शहर की बात करें तो तीन दिन के दौरान करीब दस से ज्यादा घंटों की रिकॉर्डिंग ड्रोन कैमरों से की गई है। उसके बाद रामनवमी की शोभायात्रा निकाली गई। अब इसी सुरक्षा बंदोबस्त को हनुमान जंयती पर भी फॉलो करने के निर्देश पुलिस मुख्यालय ने दिए हैं। हनुमान जयंती के जुलुस में भी डीजे की अनुमति को लेकर संशय बरकरार है। लगभग सभी जिलों के पुलिस प्रशासन ने डीजे की अनुमति नहीं देने की प्लानिंग कर ली है।
माहौल को हल्का करने के लिए पहली बार सरकार भी करा रही सुंदरकांड
करौली उपद्रव के बाद खराब हुए प्रदेश के माहौल को कुछ हल्का करने के लिए इस बार सरकार ने तैयारी की है। राज्य सरकार ने पहली बार प्रदेश के सरकारी मंदिरों मंे हनुमान जयंती से पहले सुदरकांड कराने के निर्देश जारी किए हैं। देव स्थान के अधीन आने वाले दर्जनों मंदिरों में इसे लेकर तैयारी भी शुरु कर दी गई है। सभी जिलों से पांच से पंद्रह तक ऐसे मंदिरों का चुनाव किया गया हैं। यह पहली बार है कि जब सरकार इस तरह का आयोजन करा रही है।
शोभायात्रा मार्ग के बारे में पहले देनी होगी जानकारी, तभी मिलेगी अनुमति
रामनवमी शोभायात्रा की तरह ही हनुमान जयंती की शोभायात्रा के बारे में भी रूट की पहले ही जानकारी लोकर प्रशासन को देनी होगी। यात्रा के मार्ग के आधार पर थानों का जाब्ता निर्धारित किया जाएगा। सुरक्षा बंदोबस्त को शोभायात्रा के एक दिन पहले सुनिश्चित किया जाएगा। गौरतलब है कि जयपुर समेत प्रदेश के लगभग हर जिले में छोटी और बडी हनुमान जी की शोभायात्रा निकाली जाती रही है।
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