राजस्थान में बिजली कटौती शुरू, अंधेरे में रहेंगे ग्रामीण इलाके, पढ़ें पूरी खबर | Power cuts start in Rajasthan, rural areas will remain in the dark | Patrika News h3>
Power Cut In Rajasthan : राजस्थान में भीषण गर्मी और बिजली संकट के बीच कटौती शुरू हो गई है। ऊर्जा विभाग और डिस्कॉम्स के निर्णय के बाद सोमवार सवेरे से ही ग्रामीण इलाकों में कटौती का खेल शुरू हो गया। बड़ी बात यह है कि प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में शाम 6 से रात 9 बजे के बीच बिजली गुल रहेगी और लाखों ग्रामीणों को अंधेरे में रहना पड़ेगा।
जयपुर
Published: April 25, 2022 09:49:39 am
Power Cut In Rajasthan : राजस्थान में भीषण गर्मी और बिजली संकट के बीच कटौती शुरू हो गई है। ऊर्जा विभाग और डिस्कॉम्स के निर्णय के बाद सोमवार सवेरे से ही ग्रामीण इलाकों में कटौती का खेल शुरू हो गया। बड़ी बात यह है कि प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में शाम 6 से रात 9 बजे के बीच बिजली गुल रहेगी और लाखों ग्रामीणों को अंधेरे में रहना पड़ेगा। ग्रामीण इलाकों मं तीन घंटे तक बिजली कटौती करने की प्लानिंग की जा रही है, जबकि शहरी इलाकों में एक से दो घंटे तक बिजली गुल रहेगी। उधर, पावर मैनेजमेंट गड़बड़ाने के चलते डिमांड का पिछले 38 साल का रेकाॅर्ड टूट गया है।
कोयले की कमी से बढ़ा संकट
ऊर्जा विभाग और डिस्कॉम्स ने बिजली मांग और आपूर्ति में गहराए अंतर को देखते हुए कटौती का निर्णय किया है। बिजली की मांग पिछले वर्ष की तुलना में इस समय 31 प्रतिशत बढ़ गई है। इससे एक साथ 1000 से 1500 मेगावाट बिजली की कमी हो गई। निर्णय के अनुसार शहर (जिला एवं संभाग मुख्यालय को छोड़कर) में सवेरे 6 से 10 और शाम को 6 से रात 9 बजे के बीच बिजली कटौती की जाएगी। विद्युत निगम के आला अधिकारियों का तर्क यह है कि कोयला संकट भी बना हुआ है और एनर्जी एक्सचेंज से महंगे दाम में भी बिजली नहीं मिल पा रही। सभी स्थितियों को देखते हुए ही कटौती का निर्णय करना कई राज्यों में तो हमसे भी ज्यादा स्थिति विकट है।
राजधानी में 40 लाख यूनिट ज्यादा
राजधानी जयपुर की बात की आए तो यहां रोजाना 200 लाख यूनिट बिजली की खपत हो रही है। जबकि पिछले साल अप्रेल के इन्हीं दिनों में 160 लाख यूनिट तक हो रही थी। जयपुर विद्युत वितरण के अधीक्षण अभियंता ए.के. त्यागी ने बताया कि जयपुर में बिजली की मांग लगातार बढ़ रही है और खपत रोजाना 200 लाख यूनिट को पार कर गई है। लेकिन राजधानी में कटौती जैसी कोई बात नहीं की गई है।
शटडाउन लगातार जारी
प्रदेश में एक तरफ को बिजली कटौती का निर्णय हो गया और कटौती शुरू कर दी गई है। दूसरी तरफ शटडाउन के दौरान रोजाना 6 से 8 घंटे तक बिजली गुल की जा रही है। जयपुर सहित प्रदेश के कई इलाकों में शटडाउन लिया जा रहा है। जयपुर की बात करें तो आला अधिकारियों का कहना है कि सप्ताह में दो दिन शटडाउन लिया जा रहा है जो रख-रखाव पूरा होने तक जारी रहेगा। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों में जहां शटडाउन लिया जा रहा है, वहां बिजली कटौती अलग से की जा सकती है।
बिजली उत्पादन की स्थिति
राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम ने वर्ष 2022-21 के दौरान 29141 मिलिनय यूनिट बिजली उत्पादन किया था। जबकि वर्ष 2021-22 में 34287.28 मिलियन यूनिट पहुंच गया है। वर्ष 2021 में जनवरी से अप्रेल तक 10718.85 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन हुआ था और उस दौरान कोयला संकट नहीं था। इस वर्ष कोयला संकट के बावजूद गत जनवरी से 23 अप्रेल तक 8889.51 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन किया जा चुका है।
बढ़ सकती है कटौती
राजस्थान में गर्मी का जोर अब लगातार बढ़ेगा और तापमान 46 डिग्री के पार पहुंचेगा। इस स्थिति के दौरान बिजली का संकट बढ़ जाएगा और ऐसे में ग्रामीण इलाकों में बिजली कटौती का समय बढा़या जा सकता है। माना जा रहा है कि अभी तीन घंटे तक कटौती की जा रही है और उस दौरान यह कटौती पांच घंटे तक पहुंच सकती है।
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Power Cut In Rajasthan : राजस्थान में भीषण गर्मी और बिजली संकट के बीच कटौती शुरू हो गई है। ऊर्जा विभाग और डिस्कॉम्स के निर्णय के बाद सोमवार सवेरे से ही ग्रामीण इलाकों में कटौती का खेल शुरू हो गया। बड़ी बात यह है कि प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में शाम 6 से रात 9 बजे के बीच बिजली गुल रहेगी और लाखों ग्रामीणों को अंधेरे में रहना पड़ेगा।
जयपुर
Published: April 25, 2022 09:49:39 am
Power Cut In Rajasthan : राजस्थान में भीषण गर्मी और बिजली संकट के बीच कटौती शुरू हो गई है। ऊर्जा विभाग और डिस्कॉम्स के निर्णय के बाद सोमवार सवेरे से ही ग्रामीण इलाकों में कटौती का खेल शुरू हो गया। बड़ी बात यह है कि प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में शाम 6 से रात 9 बजे के बीच बिजली गुल रहेगी और लाखों ग्रामीणों को अंधेरे में रहना पड़ेगा। ग्रामीण इलाकों मं तीन घंटे तक बिजली कटौती करने की प्लानिंग की जा रही है, जबकि शहरी इलाकों में एक से दो घंटे तक बिजली गुल रहेगी। उधर, पावर मैनेजमेंट गड़बड़ाने के चलते डिमांड का पिछले 38 साल का रेकाॅर्ड टूट गया है।
कोयले की कमी से बढ़ा संकट
ऊर्जा विभाग और डिस्कॉम्स ने बिजली मांग और आपूर्ति में गहराए अंतर को देखते हुए कटौती का निर्णय किया है। बिजली की मांग पिछले वर्ष की तुलना में इस समय 31 प्रतिशत बढ़ गई है। इससे एक साथ 1000 से 1500 मेगावाट बिजली की कमी हो गई। निर्णय के अनुसार शहर (जिला एवं संभाग मुख्यालय को छोड़कर) में सवेरे 6 से 10 और शाम को 6 से रात 9 बजे के बीच बिजली कटौती की जाएगी। विद्युत निगम के आला अधिकारियों का तर्क यह है कि कोयला संकट भी बना हुआ है और एनर्जी एक्सचेंज से महंगे दाम में भी बिजली नहीं मिल पा रही। सभी स्थितियों को देखते हुए ही कटौती का निर्णय करना कई राज्यों में तो हमसे भी ज्यादा स्थिति विकट है।
राजधानी में 40 लाख यूनिट ज्यादा
राजधानी जयपुर की बात की आए तो यहां रोजाना 200 लाख यूनिट बिजली की खपत हो रही है। जबकि पिछले साल अप्रेल के इन्हीं दिनों में 160 लाख यूनिट तक हो रही थी। जयपुर विद्युत वितरण के अधीक्षण अभियंता ए.के. त्यागी ने बताया कि जयपुर में बिजली की मांग लगातार बढ़ रही है और खपत रोजाना 200 लाख यूनिट को पार कर गई है। लेकिन राजधानी में कटौती जैसी कोई बात नहीं की गई है।
शटडाउन लगातार जारी
प्रदेश में एक तरफ को बिजली कटौती का निर्णय हो गया और कटौती शुरू कर दी गई है। दूसरी तरफ शटडाउन के दौरान रोजाना 6 से 8 घंटे तक बिजली गुल की जा रही है। जयपुर सहित प्रदेश के कई इलाकों में शटडाउन लिया जा रहा है। जयपुर की बात करें तो आला अधिकारियों का कहना है कि सप्ताह में दो दिन शटडाउन लिया जा रहा है जो रख-रखाव पूरा होने तक जारी रहेगा। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों में जहां शटडाउन लिया जा रहा है, वहां बिजली कटौती अलग से की जा सकती है।
बिजली उत्पादन की स्थिति
राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम ने वर्ष 2022-21 के दौरान 29141 मिलिनय यूनिट बिजली उत्पादन किया था। जबकि वर्ष 2021-22 में 34287.28 मिलियन यूनिट पहुंच गया है। वर्ष 2021 में जनवरी से अप्रेल तक 10718.85 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन हुआ था और उस दौरान कोयला संकट नहीं था। इस वर्ष कोयला संकट के बावजूद गत जनवरी से 23 अप्रेल तक 8889.51 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन किया जा चुका है।
बढ़ सकती है कटौती
राजस्थान में गर्मी का जोर अब लगातार बढ़ेगा और तापमान 46 डिग्री के पार पहुंचेगा। इस स्थिति के दौरान बिजली का संकट बढ़ जाएगा और ऐसे में ग्रामीण इलाकों में बिजली कटौती का समय बढा़या जा सकता है। माना जा रहा है कि अभी तीन घंटे तक कटौती की जा रही है और उस दौरान यह कटौती पांच घंटे तक पहुंच सकती है।
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