राजस्थान में किसान चिंतित, बारिश और ओलावृष्टि की मार, कहां कितना नुकसान | Weather Alert: Farmers worried in Rajasthan, rain and hailstorm | Patrika News h3>
Weather Alert: राजस्थान में बेमौसम की बारिश ने बुधवार को दूसरे दिन भी किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया। दोपहर बाद बिगड़े मौसम के मिजाज के चलते कई जिलों में आंधी, बारिश और ओलावृष्टि ने फसलें चौपट कर दी। सबसे ज्यादा नुकसान रबी की फसलों को पहूुंचा है। उधर, मंगलवार को ओलावृष्टि से हुए फसल खराबे की जांच के लिए सरकार ने विशेष गिरदावरी के आदेश जारी कर दिए हैं।
जयपुर
Updated: March 09, 2022 08:40:36 pm
Weather Alert: राजस्थान में बेमौसम की बारिश ने बुधवार को दूसरे दिन भी किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया। दोपहर बाद बिगड़े मौसम के मिजाज के चलते कई जिलों में आंधी, बारिश और ओलावृष्टि ने फसलें चौपट कर दी। सबसे ज्यादा नुकसान रबी की फसलों को पहूुंचा है। उधर, मंगलवार को ओलावृष्टि से हुए फसल खराबे की जांच के लिए सरकार ने विशेष गिरदावरी के आदेश जारी कर दिए हैं। साथ ही, प्रधानमंत्री बीमा योजना के तहत आंकलन के आदेश भी दिए हैं। नियमों के अनुसार 33 प्रतिशत या उससे अधिक खराबे पर ही मुआवजे का प्रावधान है, इसलिए मौके पर अधिकारियों को भेजकर विशेष जांच करवाई जाएगी। मौसम विभाग की माने तो 10 मार्च को कोटा और भरतपुर संभाग में बारिश और ओलावृष्टि हो सकती है।
तेज हवा से रबी की फसलें आड़ी पड़ी
हाड़ौती अंचल में मंगलवार व बुधवार को बेमौसम बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। तेज हवा चलने से खेतों में रबी की फसलें आड़ी पड़ गई। इससे किसानों के अरमानों पर पानी फिर गया। जिले के सांगोद में बारिश व ओलावृष्टि से सरसों, धनियां, लहसुन की फसलों को नुकसान पहुंचा। क्षेत्र के बालूहेड़ा, रूपाहेड़ा, नाहरिया, चनावता, श्यामपुरा व देवली क्षेत्र के कई गांवों में बारिश के साथ चने के आकार के ओले गिरे। अयाना में अंधड़ व बारिश से धनिया, मैथी, चने की फसलों में नुकसान हुआ है। गेहूं की खड़ी फसलें आड़ी पड़ गई। मोईकलां में बारिश से खेतों में सरसों, चने व गेहूं की फसल में नुकसान हुआ है। बूढ़ादीत में तेज हवा व बारिश से गेहूं, चने व धनिया की फ सल खेतों में आड़ी पड़ गई। पीपल्दा में तेज बारिश से कच्चे घरों के टिन टप्पर उड़ कर गिर गए। हवा व बारिश से चने, गेहूं, सरसों, मैथी की फ सलों को नुकसान हुआ है।
किसानों ने कहा, गुणवत्ता बिगड़ जाएगी
झालावाड़ के पिड़ावा नगर सहित कई ग्रामीण क्षेत्रो में अचानक मौसम ने पलटा खाया और शाम को तेज बारिश शुरू हुई। तेज बारिश के चलते सड़कों पर पानी बह निकला। करीब 50 मिनट तक बारिश का दौर जारी रहा। भालता कस्बे में बारिश ने किसानों की मुसीबतें बढ़ा दी है। इनदिनों सरसों चने की फसल कटाई चल रही है। कटी हुई फसलें भी खेतों में ही फैली है। किसानों ने बताया कि पहले हुई अतिवृष्टि से सरसों का उत्पादन भी कम ही हुआ था। अब गुणवत्ता भी बिगड़ जाएगी। सुनेल कस्बे में बुधवार शाम करीब सव्वा पांच बजे मौसम का मिजाज बिगड़ गया और बदलों की तेज गडगड़ाहट के साथ तेज बारिश का दौर शुरू हुआ। झालरापाटन कस्बे में बुधवार शाम को अचानक मौसम का मिजाज बदलने के साथ ही बरसात शुरू हो गई। सुबह से मौसम एकदम साफ रहने और अच्छी धूप निकलने के बाद शाम 5 बजे आसमान में घटाटोप बादल छाने के साथ ही अंधड शुरू हो गया। पिड़ावा ग्रामीण क्षेत्र में बुधवार शाम को मौसम का मिजाज बिगड़ गया। कई गांवों में ओलावृष्टि से खेतों में खड़ी फसल आड़ी पड़ गई। हिम्मतगढ़ खारपा खुर्द कल्याणपुरा सहित कई गावों में खेतों में कटी पड़ी धनिया, चने सरसों, सहित अन्य फसल को नुकसान पहुंचा है।
चने के आकार के ओले
बीकानेर अंचल में बुधवार को अचानक मौसम बदला। शाम को आसमान में बादल छा गए। संभाग मुख्यालय पर हल्की बूंदाबांदी हुई। वहीं ग्रामीण अंचल में बूंदाबांदी के साथ कई जगह ओलावृष्टि भी हुई है। नोखा के पांचू क्षेत्र में बेर के आकार के ओले गिरे। इससे रबी की पकी हुई फसलों को नुकसान पहुंचा है। नोखा, उदासर, कुदसू, किशनासर, हिम्टसर, ढिगसरी, बधाला आदि गांवों में बारिश हुई है।
यहां कई गांवों में नुकसान
चित्तौड़ के भैंसरोडगढ़ क्षेत्र में शाम को हवाओं के साथ तेज बारिश हुई। किसानों के दलहन सरसों चना जो की कटी हुई फसल को भी नुकसान पहुंचा है। क्षेत्र के ग्राम गोपालपुरा, बोरदा, नगपुरा, शंभू पूरिया, गणेशपुरा, बोराव, टाकरदा, प्रतापपुरा, श्रीपुरा, जावदा, निमडी, दौलतपुरा, टोलु का लुहारिया, सेमलिया बल कुंडी, तंबोलिया, सुखपुरा, लक्ष्मी खेड़ा, खातीखेड़ा, बड़ोदिया, आदि गांवों में भारी बारिश हुई किसानों को भारी नुकसान की सूचना है।
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Weather Alert: राजस्थान में बेमौसम की बारिश ने बुधवार को दूसरे दिन भी किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया। दोपहर बाद बिगड़े मौसम के मिजाज के चलते कई जिलों में आंधी, बारिश और ओलावृष्टि ने फसलें चौपट कर दी। सबसे ज्यादा नुकसान रबी की फसलों को पहूुंचा है। उधर, मंगलवार को ओलावृष्टि से हुए फसल खराबे की जांच के लिए सरकार ने विशेष गिरदावरी के आदेश जारी कर दिए हैं।
जयपुर
Updated: March 09, 2022 08:40:36 pm
Weather Alert: राजस्थान में बेमौसम की बारिश ने बुधवार को दूसरे दिन भी किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया। दोपहर बाद बिगड़े मौसम के मिजाज के चलते कई जिलों में आंधी, बारिश और ओलावृष्टि ने फसलें चौपट कर दी। सबसे ज्यादा नुकसान रबी की फसलों को पहूुंचा है। उधर, मंगलवार को ओलावृष्टि से हुए फसल खराबे की जांच के लिए सरकार ने विशेष गिरदावरी के आदेश जारी कर दिए हैं। साथ ही, प्रधानमंत्री बीमा योजना के तहत आंकलन के आदेश भी दिए हैं। नियमों के अनुसार 33 प्रतिशत या उससे अधिक खराबे पर ही मुआवजे का प्रावधान है, इसलिए मौके पर अधिकारियों को भेजकर विशेष जांच करवाई जाएगी। मौसम विभाग की माने तो 10 मार्च को कोटा और भरतपुर संभाग में बारिश और ओलावृष्टि हो सकती है।
तेज हवा से रबी की फसलें आड़ी पड़ी
हाड़ौती अंचल में मंगलवार व बुधवार को बेमौसम बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। तेज हवा चलने से खेतों में रबी की फसलें आड़ी पड़ गई। इससे किसानों के अरमानों पर पानी फिर गया। जिले के सांगोद में बारिश व ओलावृष्टि से सरसों, धनियां, लहसुन की फसलों को नुकसान पहुंचा। क्षेत्र के बालूहेड़ा, रूपाहेड़ा, नाहरिया, चनावता, श्यामपुरा व देवली क्षेत्र के कई गांवों में बारिश के साथ चने के आकार के ओले गिरे। अयाना में अंधड़ व बारिश से धनिया, मैथी, चने की फसलों में नुकसान हुआ है। गेहूं की खड़ी फसलें आड़ी पड़ गई। मोईकलां में बारिश से खेतों में सरसों, चने व गेहूं की फसल में नुकसान हुआ है। बूढ़ादीत में तेज हवा व बारिश से गेहूं, चने व धनिया की फ सल खेतों में आड़ी पड़ गई। पीपल्दा में तेज बारिश से कच्चे घरों के टिन टप्पर उड़ कर गिर गए। हवा व बारिश से चने, गेहूं, सरसों, मैथी की फ सलों को नुकसान हुआ है।
किसानों ने कहा, गुणवत्ता बिगड़ जाएगी
झालावाड़ के पिड़ावा नगर सहित कई ग्रामीण क्षेत्रो में अचानक मौसम ने पलटा खाया और शाम को तेज बारिश शुरू हुई। तेज बारिश के चलते सड़कों पर पानी बह निकला। करीब 50 मिनट तक बारिश का दौर जारी रहा। भालता कस्बे में बारिश ने किसानों की मुसीबतें बढ़ा दी है। इनदिनों सरसों चने की फसल कटाई चल रही है। कटी हुई फसलें भी खेतों में ही फैली है। किसानों ने बताया कि पहले हुई अतिवृष्टि से सरसों का उत्पादन भी कम ही हुआ था। अब गुणवत्ता भी बिगड़ जाएगी। सुनेल कस्बे में बुधवार शाम करीब सव्वा पांच बजे मौसम का मिजाज बिगड़ गया और बदलों की तेज गडगड़ाहट के साथ तेज बारिश का दौर शुरू हुआ। झालरापाटन कस्बे में बुधवार शाम को अचानक मौसम का मिजाज बदलने के साथ ही बरसात शुरू हो गई। सुबह से मौसम एकदम साफ रहने और अच्छी धूप निकलने के बाद शाम 5 बजे आसमान में घटाटोप बादल छाने के साथ ही अंधड शुरू हो गया। पिड़ावा ग्रामीण क्षेत्र में बुधवार शाम को मौसम का मिजाज बिगड़ गया। कई गांवों में ओलावृष्टि से खेतों में खड़ी फसल आड़ी पड़ गई। हिम्मतगढ़ खारपा खुर्द कल्याणपुरा सहित कई गावों में खेतों में कटी पड़ी धनिया, चने सरसों, सहित अन्य फसल को नुकसान पहुंचा है।
चने के आकार के ओले
बीकानेर अंचल में बुधवार को अचानक मौसम बदला। शाम को आसमान में बादल छा गए। संभाग मुख्यालय पर हल्की बूंदाबांदी हुई। वहीं ग्रामीण अंचल में बूंदाबांदी के साथ कई जगह ओलावृष्टि भी हुई है। नोखा के पांचू क्षेत्र में बेर के आकार के ओले गिरे। इससे रबी की पकी हुई फसलों को नुकसान पहुंचा है। नोखा, उदासर, कुदसू, किशनासर, हिम्टसर, ढिगसरी, बधाला आदि गांवों में बारिश हुई है।
यहां कई गांवों में नुकसान
चित्तौड़ के भैंसरोडगढ़ क्षेत्र में शाम को हवाओं के साथ तेज बारिश हुई। किसानों के दलहन सरसों चना जो की कटी हुई फसल को भी नुकसान पहुंचा है। क्षेत्र के ग्राम गोपालपुरा, बोरदा, नगपुरा, शंभू पूरिया, गणेशपुरा, बोराव, टाकरदा, प्रतापपुरा, श्रीपुरा, जावदा, निमडी, दौलतपुरा, टोलु का लुहारिया, सेमलिया बल कुंडी, तंबोलिया, सुखपुरा, लक्ष्मी खेड़ा, खातीखेड़ा, बड़ोदिया, आदि गांवों में भारी बारिश हुई किसानों को भारी नुकसान की सूचना है।
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