राजस्थान के पूर्व राज्य मंत्री गोपाल केसावत गिरफ्तार, एग्जाम में पास कराने को ले रहे थे ₹18.50 लाख h3>
Rajasthan News in Hindi। जयपुर: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok gehlot) के पिछले कार्यकाल में राज्य घुमन्तु जाति कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष रहे गोपाल केसावत (राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त) सहित चार लोगों को एसीबी ने 18 लाख 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते एसीबी ने गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों ने एक परीक्षार्थी से अधीशाषी अधिकारी (EO) परीक्षा में पास कराने की एवज में लिए थे। आरोपियों ने परीक्षार्थी से कहा कि वे आरपीएससी से साठगांठ करके ओएमआर शीट सीट बदलवा देंगे और अधीशाषी अधिकारी पद के लिए सलेक्शन करवा देंगे। राज्य मंत्री रहे गोपाल केसावत के साथ एसीबी ने अनिल कुमार धरेन्द्र, ब्रह्मप्रकाश और रविन्द्र शर्मा को गिरफ्तार किया है।
दो दिन चली ट्रेप की कार्रवाई
एसीबी के आईजी सवाई सिंह गोदारा ने बताया कि ट्रेप की यह कार्रवाई दो दिन तक चली। पहले दिन 14 जुलाई को सीकर में की गई। सीकर में परिवादी से 18 लाख 50 हजार रुपए लेते हुए दो प्राइवेट व्यक्ति अनिल कुमार धरेन्द्र और ब्रह्मप्रकाश शर्मा को गिरफ्तार किया गया। इस कार्रवाई को गोपनीय रखा गया और 14 जुलाई की देर रात को सीकर में ही दिल्ली निवासी रविन्द्र शर्मा को 18 लाख 50 हजार रुपए में से अपने हिस्से के 7 लाख 50 हजार रुपए लेते हुए गिरफ्तार किया। इस कार्रवाई को भी गोपनीय रखते हुए एसीबी की टीम ने शनिवार 15 जुलाई को जयपुर के कुम्भा मार्ग सांगानेर निवासी गोपाल केसावत को 18 लाख 50 हजार रुपए में से अपने हिस्से के 7 लाख 50 हजार रुपए लेते हुए गिरफ्तार किया। चारों आरोपियों से एसीबी के अफसर पूछताछ कर रहे हैं।
आरपीएससी में साठगांठ कर अफसर बनाने का दिया झांसा
एसीबी के एडीजी हेमन्त प्रियदर्शी ने बताया कि परिवादी ने पिछले दिनों सीकर ईकाई में परिवाद दर्ज कराया था। परिवादी के मुताबिक उसने आरपीएससी द्वारा आयोजित अधीशाषी अधिकारी (ईओ) की परीक्षा में पास कराने का लालच दिया। आरपीएससी में साठगांठ कर परिवादी को ओएमआर सीट बदलने का वादा किया। पास करने की एवज में 40 लाख रुपए देने का दबाव बनाया गया था। शिकायत दर्ज करने के बाद एसीबी ने सत्यापन कराया तो आरोपियों द्वारा 25 रुपए मांगे जाने की पुष्टि हुई। इसके बाद ट्रेप करने के लिए जाल बिछाया। शुक्रवार और शनिवार को कार्रवाई करते हुए पूर्व मंत्री गोपाल केसावत सहित 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया। एडीजी हेमन्त प्रियदर्शी ने कहा कि अभी तक की पूछताछ में आरपीएससी के किसी अधिकारी या कर्मचारी की लिप्तता सामने नहीं आई है।
आमजन से अपील – भ्रष्टाचार के खिलाफ करें शिकायत
एडीजी हेमन्त प्रियदर्शी ने आमजन से अपील की है कि वे भ्रष्टाचार करने वाले अफसरों, कर्मचारियों और जनप्रतिनिधियों के झांसे में ना आएं। एसीबी द्वारा जारी किए गए हेल्प लाइन नम्बर पर निसंकोच होकर शिकायत दर्ज कराएं। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टोल फ्री हैल्पलाईन नंबर 1064 या वाट्सअप हैल्पलाईन नंबर 94135-02834 पर संपर्क कर सकते हैं। ये दोनों नम्बर दिन रात चालू हैं। उन्होंने आमजन को विश्वास दिया एसीबी आपके वैध कार्य को करवाने में पूरी मदद करेगी। गौरतबल है कि कि एसीबी राजस्थान राज्य में राज्य कर्मियों के साथ-साथ केन्द्र सरकार के कार्मिकों के विरूद्ध भी कार्यवाही करने को अधिकृत है। (रिपोर्ट – रामस्वरूप लामरोड़, जयपुर)
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दो दिन चली ट्रेप की कार्रवाई
एसीबी के आईजी सवाई सिंह गोदारा ने बताया कि ट्रेप की यह कार्रवाई दो दिन तक चली। पहले दिन 14 जुलाई को सीकर में की गई। सीकर में परिवादी से 18 लाख 50 हजार रुपए लेते हुए दो प्राइवेट व्यक्ति अनिल कुमार धरेन्द्र और ब्रह्मप्रकाश शर्मा को गिरफ्तार किया गया। इस कार्रवाई को गोपनीय रखा गया और 14 जुलाई की देर रात को सीकर में ही दिल्ली निवासी रविन्द्र शर्मा को 18 लाख 50 हजार रुपए में से अपने हिस्से के 7 लाख 50 हजार रुपए लेते हुए गिरफ्तार किया। इस कार्रवाई को भी गोपनीय रखते हुए एसीबी की टीम ने शनिवार 15 जुलाई को जयपुर के कुम्भा मार्ग सांगानेर निवासी गोपाल केसावत को 18 लाख 50 हजार रुपए में से अपने हिस्से के 7 लाख 50 हजार रुपए लेते हुए गिरफ्तार किया। चारों आरोपियों से एसीबी के अफसर पूछताछ कर रहे हैं।
आरपीएससी में साठगांठ कर अफसर बनाने का दिया झांसा
एसीबी के एडीजी हेमन्त प्रियदर्शी ने बताया कि परिवादी ने पिछले दिनों सीकर ईकाई में परिवाद दर्ज कराया था। परिवादी के मुताबिक उसने आरपीएससी द्वारा आयोजित अधीशाषी अधिकारी (ईओ) की परीक्षा में पास कराने का लालच दिया। आरपीएससी में साठगांठ कर परिवादी को ओएमआर सीट बदलने का वादा किया। पास करने की एवज में 40 लाख रुपए देने का दबाव बनाया गया था। शिकायत दर्ज करने के बाद एसीबी ने सत्यापन कराया तो आरोपियों द्वारा 25 रुपए मांगे जाने की पुष्टि हुई। इसके बाद ट्रेप करने के लिए जाल बिछाया। शुक्रवार और शनिवार को कार्रवाई करते हुए पूर्व मंत्री गोपाल केसावत सहित 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया। एडीजी हेमन्त प्रियदर्शी ने कहा कि अभी तक की पूछताछ में आरपीएससी के किसी अधिकारी या कर्मचारी की लिप्तता सामने नहीं आई है।
आमजन से अपील – भ्रष्टाचार के खिलाफ करें शिकायत
एडीजी हेमन्त प्रियदर्शी ने आमजन से अपील की है कि वे भ्रष्टाचार करने वाले अफसरों, कर्मचारियों और जनप्रतिनिधियों के झांसे में ना आएं। एसीबी द्वारा जारी किए गए हेल्प लाइन नम्बर पर निसंकोच होकर शिकायत दर्ज कराएं। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टोल फ्री हैल्पलाईन नंबर 1064 या वाट्सअप हैल्पलाईन नंबर 94135-02834 पर संपर्क कर सकते हैं। ये दोनों नम्बर दिन रात चालू हैं। उन्होंने आमजन को विश्वास दिया एसीबी आपके वैध कार्य को करवाने में पूरी मदद करेगी। गौरतबल है कि कि एसीबी राजस्थान राज्य में राज्य कर्मियों के साथ-साथ केन्द्र सरकार के कार्मिकों के विरूद्ध भी कार्यवाही करने को अधिकृत है। (रिपोर्ट – रामस्वरूप लामरोड़, जयपुर)