राजस्थान की राजनीति में अब इन अफसरों की होगी एंट्री! h3>
जयपुर: राजस्थान में 6 महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं। नेताओं और उनके परिवार वालों के अलावा कई सेवानिवृत अफसर भी इस बार चुनाव लड़ने की तैयारी में है। कुछ अफसर ऐसे भी हैं जो आगामी तीन या चार महीनों में सेवानिवृत होने वाले हैं और वे अपने पसंदीदा क्षेत्र में सक्रिय भी हो गए हैं। पूर्व के चुनावों में भी ऐसा देखा गया है कि रिटायर्ड आईएएस और आईपीएस राजनीति में अपना भाग्य आजमाते रहे हैं। राजनीतिक दलों द्वारा टिकट दिए जाने पर कुछ सेवानिवृत अफसर विधायक, मंत्री, सांसद और केन्द्रीय मंत्री भी बने हैं। आइये जानते हैं उन अफसरों के बारे में जो आगामी विधानसभा चुनावों में अपनी किस्मत आजमाना चाहते हैं।
कांग्रेस से टिकट न मिला तो ओवैसी भी विकल्प
सेवानिवृत आईएएस अशफाक हुसैन पहले आएएस थे और बाद पदोन्न होकर आईएएस बने थे। इन दिनों में झुंझुनूं में सक्रिय हैं। वे कांग्रेस से टिकट की उम्मीद रख रहे हैं। अगर कांग्रेस उन्हें टिकट नहीं देती है तो वे असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी से भी चुनाव लड़ सकते हैं।
दलित समाज के लिए अब चुनावी मैदान में लालचंद असवाल
रिटायर्ड आईएएस लालचंद असवाल पिछले कई सालों से जनसेवा में सक्रिय हैं। वे टोंक या दौसा से किस्मत आजमा सकते हैं। असवाल दलित समाज के उत्थान के लिए लगातार कार्य कर रहे हैं।
एमपी के डीजी होमगार्ड की चुनाव लड़ने की तैयारी
मध्यप्रदेश में डीजी होमगार्ड पवन कुमार जैन 3 महीने बाद सेवानिवृत होंगे। वे धौलपुर जिले के राजाखेड़ा क्षेत्र के रहने वाले हैं और राजाखेड़ा से चुनाव लड़ने की तैयारी में है। पवन कुमार जैन का कहना है कि उनका परिवार राजनीति में सक्रिय है। अब क्षेत्र की जनता चाहती है कि मैं भी राजनीति में आकर सेवा करूं।
यूपी के डीजीपी थामने वाले हैं कमल
सेवानिवृत आईपीएस गोपाल लाल मीणा उत्तर प्रदेश के डीजीपी रहे हैं। वे जयपुर के पास जमवारामगढ के रहने वाले हैं। इनकी पत्नी ग्राम पंचायत चिताणु कलां की निर्विरोध सरपंच हैं। योगी सरकार में रहते हुए गोपाल लाल मीणा लगातार 5 साल तक डीजीपी रहे। बताया जा रहा है कि मीणा ने यूपी में 200 से ज्यादा एनकाउंटर किए हैं। कर्नाटक चुनावों के बाद गोपाल मीणा बीजेपी ज्वॉइन करेंगे।
सीएम के सलाहकार निरंजन आर्य
रिटायर्ड आईएएस निरंजन आर्य प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव रहे हैं और वर्तमान में ये मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सलाहकार हैं। ये कांग्रेस के नजदीकी हैं। इनकी पत्नी सुनीता आर्य पूर्व में सोजत विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुकी है और वर्तमान में वे आरपीएससी की सदस्य हैं। इस बार निरंजन आर्य सोजत से चुनाव लड़ने की तैयारी में है।
राजस्थान की और समाचार देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Rajasthan News
कांग्रेस से टिकट न मिला तो ओवैसी भी विकल्प
सेवानिवृत आईएएस अशफाक हुसैन पहले आएएस थे और बाद पदोन्न होकर आईएएस बने थे। इन दिनों में झुंझुनूं में सक्रिय हैं। वे कांग्रेस से टिकट की उम्मीद रख रहे हैं। अगर कांग्रेस उन्हें टिकट नहीं देती है तो वे असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी से भी चुनाव लड़ सकते हैं।
दलित समाज के लिए अब चुनावी मैदान में लालचंद असवाल
रिटायर्ड आईएएस लालचंद असवाल पिछले कई सालों से जनसेवा में सक्रिय हैं। वे टोंक या दौसा से किस्मत आजमा सकते हैं। असवाल दलित समाज के उत्थान के लिए लगातार कार्य कर रहे हैं।
एमपी के डीजी होमगार्ड की चुनाव लड़ने की तैयारी
मध्यप्रदेश में डीजी होमगार्ड पवन कुमार जैन 3 महीने बाद सेवानिवृत होंगे। वे धौलपुर जिले के राजाखेड़ा क्षेत्र के रहने वाले हैं और राजाखेड़ा से चुनाव लड़ने की तैयारी में है। पवन कुमार जैन का कहना है कि उनका परिवार राजनीति में सक्रिय है। अब क्षेत्र की जनता चाहती है कि मैं भी राजनीति में आकर सेवा करूं।
यूपी के डीजीपी थामने वाले हैं कमल
सेवानिवृत आईपीएस गोपाल लाल मीणा उत्तर प्रदेश के डीजीपी रहे हैं। वे जयपुर के पास जमवारामगढ के रहने वाले हैं। इनकी पत्नी ग्राम पंचायत चिताणु कलां की निर्विरोध सरपंच हैं। योगी सरकार में रहते हुए गोपाल लाल मीणा लगातार 5 साल तक डीजीपी रहे। बताया जा रहा है कि मीणा ने यूपी में 200 से ज्यादा एनकाउंटर किए हैं। कर्नाटक चुनावों के बाद गोपाल मीणा बीजेपी ज्वॉइन करेंगे।
सीएम के सलाहकार निरंजन आर्य
रिटायर्ड आईएएस निरंजन आर्य प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव रहे हैं और वर्तमान में ये मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सलाहकार हैं। ये कांग्रेस के नजदीकी हैं। इनकी पत्नी सुनीता आर्य पूर्व में सोजत विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुकी है और वर्तमान में वे आरपीएससी की सदस्य हैं। इस बार निरंजन आर्य सोजत से चुनाव लड़ने की तैयारी में है।