राजधानी दिल्ली में कोरोना से निपटने की तैयारी तेज, बनाई गईं 70 एनफोर्समेंट टीमें, तुरंत कटेगा चालान h3>
नई दिल्ली: कोविड के बढ़ते मामलों के बीच संक्रमण की रफ्तार पर लगाम लगाने की कोशिशें तेज हो गई हैं। राजधानी के 11 जिलों में 70 से अधिक एनफोर्समेंट टीमों का गठन हुआ है। यह टीमें कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने वाले लोगों का चालान करेंगी। लेकिन इस बार संख्या कम होने की वजह से इन टीमों को कई परेशानियां भी आ रही हैं। वहीं लोग भी कोरोना नियमों के प्रति इस बार ज्यादा लापरवाही बरतते दिख रहे हैं।
सार्वजनिक जगहों वाले जिलों के लिए आठ से नौ टीमें
मिली जानकारी के अनुसार राजधानी में अधिक आबादी और सार्वजनिक जगहों वाले जिलों के लिए आठ से नौ टीमें बनी हैं तो वहीं कुछ जिलों में छह टीमें बनाई गई है। अधिकारियों के अनुसार सीविल डिफेंस वॉलेंटियरों की कमी की वजह से अधिक टीमें नहीं बनाई गई हैं। लेकिन जल्द ही और टीमें बनाई जाएंगी और ड्राइव पूरे जोर शोर पर दिखेगी।
लोगों को जागरूक किया जा रहा
साउथ-ईस्ट जिले के अधिकारी के अनुसार इस समय भीड़भाड़ वाली जगहों जैसे शॉपिंग सेंटर और स्थानीय मार्केट में लोगों को जागरूक किया जा रहा है। सिविल डिफेंस वॉलेंटियर भी लगाए गए हैं ताकि कोविड नियम तोड़ने वालों के चालान किए जा सकें। वहीं, द्वारका सेक्टर-6 के स्टेशनरी विक्रेता विमल के अनुसार दो साल बाद अब स्टेशनरी की दुकानों पर ग्राहक आने लगे हैं। ऐसे में वह मास्क को लेकर बहुत ज्यादा टोकाटाकी नहीं करना चाहते। यदि कोई बीमार लगता है तो उसे मास्क पहनने के लिए जरूर कहा जाता है।
दुकनदारों की समस्या
इसी तरह पालम के जनरल स्टोर संचालक पवन गोयल का कहना है कि उनकी छोटी सी दुकान है। किराये पर चलती है। इसी के सहारे उनका परिवार चलता है। पिछले दो सालों में कई बार बाजार बंद हुए, कइ बार ऑड ईवन रहा। अब सेविंग्स भी खत्म हो गई है। ऐसे में वह कोविड के नाम पर अपने ग्राहकों को डराना या नाराज करना नहीं चाहते। इसलिए लोगों को मास्क आदि के लिए ज्यादा टोक नहीं रहे हैं। वह खुद मास्क पहनकर रहते हैं, शॉप पर सेनेटाइजर भी रखा हुआ है।
कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराने में भी दिक्कतें
दूसरी तरफ एनफोर्समेंट टीमों को लोगों को कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराने में भी दिक्कतें आ रही हैं। इन टीमों के अनुसार वह जहां भी जाते हैं लोगों का विरोध शुरू हो जाता है। खास तौर पर बाजार में व्यापारी काफी नाराज हैं। ग्राहक या दुकानदार का चालान करने पर वो भड़क उठते हैं। उनका कहना है कि कुछ लोग इस बार कोरोना को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं और कोरोना नियमों को मानने में लापरवाही कर रहे हैं।
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सार्वजनिक जगहों वाले जिलों के लिए आठ से नौ टीमें
मिली जानकारी के अनुसार राजधानी में अधिक आबादी और सार्वजनिक जगहों वाले जिलों के लिए आठ से नौ टीमें बनी हैं तो वहीं कुछ जिलों में छह टीमें बनाई गई है। अधिकारियों के अनुसार सीविल डिफेंस वॉलेंटियरों की कमी की वजह से अधिक टीमें नहीं बनाई गई हैं। लेकिन जल्द ही और टीमें बनाई जाएंगी और ड्राइव पूरे जोर शोर पर दिखेगी।
लोगों को जागरूक किया जा रहा
साउथ-ईस्ट जिले के अधिकारी के अनुसार इस समय भीड़भाड़ वाली जगहों जैसे शॉपिंग सेंटर और स्थानीय मार्केट में लोगों को जागरूक किया जा रहा है। सिविल डिफेंस वॉलेंटियर भी लगाए गए हैं ताकि कोविड नियम तोड़ने वालों के चालान किए जा सकें। वहीं, द्वारका सेक्टर-6 के स्टेशनरी विक्रेता विमल के अनुसार दो साल बाद अब स्टेशनरी की दुकानों पर ग्राहक आने लगे हैं। ऐसे में वह मास्क को लेकर बहुत ज्यादा टोकाटाकी नहीं करना चाहते। यदि कोई बीमार लगता है तो उसे मास्क पहनने के लिए जरूर कहा जाता है।
दुकनदारों की समस्या
इसी तरह पालम के जनरल स्टोर संचालक पवन गोयल का कहना है कि उनकी छोटी सी दुकान है। किराये पर चलती है। इसी के सहारे उनका परिवार चलता है। पिछले दो सालों में कई बार बाजार बंद हुए, कइ बार ऑड ईवन रहा। अब सेविंग्स भी खत्म हो गई है। ऐसे में वह कोविड के नाम पर अपने ग्राहकों को डराना या नाराज करना नहीं चाहते। इसलिए लोगों को मास्क आदि के लिए ज्यादा टोक नहीं रहे हैं। वह खुद मास्क पहनकर रहते हैं, शॉप पर सेनेटाइजर भी रखा हुआ है।
कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराने में भी दिक्कतें
दूसरी तरफ एनफोर्समेंट टीमों को लोगों को कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराने में भी दिक्कतें आ रही हैं। इन टीमों के अनुसार वह जहां भी जाते हैं लोगों का विरोध शुरू हो जाता है। खास तौर पर बाजार में व्यापारी काफी नाराज हैं। ग्राहक या दुकानदार का चालान करने पर वो भड़क उठते हैं। उनका कहना है कि कुछ लोग इस बार कोरोना को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं और कोरोना नियमों को मानने में लापरवाही कर रहे हैं।