रहवासी इलाके में लोडेड ट्रकों की धमाचौकड़ी, दुर्घटना का खतरा | Loaded trucks explode in residential area, danger of accident | Patrika News

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रहवासी इलाके में लोडेड ट्रकों की धमाचौकड़ी, दुर्घटना का खतरा | Loaded trucks explode in residential area, danger of accident | Patrika News

रहवासी इलाके में लोडेड ट्रकों की धमाचौकड़ी, दुर्घटना का खतरा | Loaded trucks explode in residential area, danger of accident | Patrika News

कछपुरा के रेलवे मालगोदाम से ट्रकों में सीमेंट, अनाज, आयरन ओर, यूरिया आदि की लोडिंग-अनलोडिंग होती है। मालगोदाम में दिन रात ट्रकों की आवाजाही लगी रहती है। ये ट्रक माल भरकर या फिर माल खाली करने आते हैं। इसके लिए इन्हें गढ़ा मुख्य मार्ग का ही इस्तेमाल करना होता है, जिससे इस सडक़ पर दुर्घटना का खतरा बना रहता है।

हजार ट्रक लगते हैं रैक के लिए जानकार कहते हैं कि मालगाड़ी के 22 डिब्बों के रैक में माललादान में करीब हजार ट्रक लगते हैं। एक डिब्बे में लोडिंग करने में औसतन करीब चार-पांच ट्रक माल आता है। इस हिसाब से 22 डिब्बों के रैक में आठ सौ से एक हजार ट्रक से गुड्स ट्रासंफर किया जाता है। सूत्रों का कहना है कि रेलवे के वार्पेज से बचने के लिए यहां दिन-रात लोडिंग-अनलोडिंग की जाती है, जिससे भारी वाहनों की आवाजाही से यातायात चौपट हो रहा है।

एक्सीडेन्टल प्वाइंट कछपुरा मालगोदाम से लोडेड ट्रकों के निकलने के बाद कछपुरा रेलवे क्रॉसिंग, कछपुरा ओवर ब्रिज, आदर्श कॉलोनी मोड़ और एमआर-4 मोड़ दुर्घटना प्वाइंट में तब्दील हो चुके हैं। भीड़ के दबाव में इन जगहों पर यातायात का दबाव रहता है, जिससे ये प्वाइंट खतरनाक हो गए हैं।

कछपुरा रेलवे क्रॉसिंग : क्रॉसिंग के बाजू से मालगोदाम की एप्रोच रोड है। 24 घंटे के भीतर करीब 109 बार फाटक बंद होने पर यहां दो-चार पहिया वाहनों का जमावड़ा रहता है। इस बीच लोडेड ट्रकों का आना-जाना होता है।

कछपुरा ब्रिज : कछपुरा ओवरब्रिज का इस्तेमाल हो रहा है। ऐसे में भारी भरकम ट्रकों की आवाजाही से ब्रिज का यातायात प्रभावित होता है। ब्रिज से आने वाले वाहनों के टकराने की स्थिति बनती है।

आदर्श कॉलोनी मोड़ : गढ़ा के लिए यह सबसे व्यस्तम मोड़ है। इस पर लोडेड ट्रक कछपुरा की ओर आते समय आदर्श कॉलोनी मोड़ से मुड़ते हैं, जिसकी वजह से मोड़ पर वाहन का लम्बा घेरा लेना पड़ता है, जिससे दुर्घटना का खतरा रहता है।

एमआर-4 मोड़ : एमआर-4 मोड़ पर इन ट्रकों के मुडऩे के दौरान दोनों ओर का यातायात प्रभावित होता है। इसमें भारी भरकम ट्रक की वजह से सामने से आने वाले चालकों को वाहन रोकना पड़ता है। इस दौरान पीछे से आने वाले ट्रक जाम में फंसते हैं।

ये थी हकीकत मालगोदाम के प्लेटफॉर्म से सोमवार को सीमेंट की बोरियां ट्रकों सहित छोटे मालवाहकों में लोड हो रही थी। माल भरने के बाद ये गाडिय़ां एमआर-4 होते हुए गंतव्य को जा रही थी। भारी वाहन कछपुरा क्रॉसिंग से ब्रिज के आगे यादव कॉलोनी चौकी के सामने से गुजर रहे थे लेकिन नो-एंट्री में शहर के भीतर इन ट्रकों की पूछताछ करने वाला कोई नहीं था

ये बन सकता है वैकल्पिक मार्ग कछपुरा मालगोदाम में आने के लिए भूलन से एक रास्ता है, जो पटरियों के किनारे कछपुरा स्टेशन होते हुए सीधे एमआर-4 निकला है। रेलवे की भूमि होने की वजह से इस मार्ग पर यातायात की समस्या नहीं है। इस मार्ग के इस्तेमाल करने से रहवासी क्षेत्रों की बजाय लोडेड वाहन सीधे एमआर-4 तक पहुंच जाएंगे।



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