रविचंद्रन अश्विन जब रिटायर होंगे तब होगा इसका एहसास…100वें टेस्ट से पहले अनिल कुंबले ने कह दी बहुत बड़ी बात h3>
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भारतीय टीम के अनुभवी स्पिनर रविचंद्रन अश्विन 100 टेस्ट कंप्लीट करने की दहलीज पर हैं। वह इंडिया वर्सेस इंग्लैंड पांचवें टेस्ट में यह उपलब्धि हासिल करेंगे। सीरीज का पांचवां और आखिरी टेस्ट गुरुवार से धर्मशाला में खेला जाएगा। अश्विन 100 टेस्ट खेलने वाले 14वें भारतीय बनेंगे। उनकी पूर्व दिग्गज स्पिनर अनिल कुंबले ने जमकर तारीफ की है। उन्होंने कहा कि अश्विन की क्वालिटी का एहसास तब होगा, जब वह रिटायर हो जाएंगे। बता दें कि कुंबले भारत के लिए सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट (619) चटकाने वाले गेंदबाज हैं। उनके बाद लिस्ट में अश्विन (507) हैं। इन दोनों के अलावा कोई भी भारतीय गेंदबाज 500 टेस्ट विकेट का आंकड़ा नहीं छू सका।
हिंदुस्तान टाइम्स के साथ बातचीत में कुंबले से पूछा गया कि क्या अश्विन को एक चैंपियन परफॉर्मर के रूप में उतना क्रेडिट नहीं मिला है? इसपर कुंबले ने कहा, ”कुछ खिलाड़ियों के साथ ऐसा होता है कि रिटायर होने के बाद लोग उन्हें मिस करते हैं, जो चीजें वे अपने साथ लाते हैं। कुछ खिलाड़ी ऐसे हैं। शायद लोगों को अश्विन की क्वालिटी का एहसास होगा। उन्होंने जो हासिल किया, मुझे पता है कि लोग उनके बारे में बात कर रहे हैं लेकिन विशेष रूप से भारत जैसे देश में गेंदबाजों को बल्लेबाजों की तरह प्रशंसा नहीं मिलती। हम अपने देश में क्रिकेट को इसी तरह से देखते हैं। हमें शायद उनकी क्वालिटी का तब एहसास होगा जब वह रिटायर हो जाएंगे। लेकिन मेरी नजर मं अश्विन देश के लिए खेलने वाले खिलाड़ियों में शीर्ष स्तर पर हैं।”
कुंबले ने आगे कहा, “मुझे खेल के प्रति अश्विन का जुनून और भूख पसंद है। वह अपनी गेंदबाजी के अलावा बल्लेबाजी और मैदान पर अपने इनपुट से वैल्यू एड करते हैं। हालांकि, उन्हें कभी आधिकारिक तौर पर कप्तान का पद नहीं दिया गया लेकिन वह हमेशा लीडर रहे हैं। यह ऐसी चीज है जिस पर उन्हें गर्व हो सकता है।” कुंबले को लगता है कि 37 वर्षीय अश्विन को काफी पहले 100 टेस्ट मैच पूरे कर लेने चाहिए थे। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि मेरा और अश्विन का करियर भी सिमिलर रहा है। उन्होंने शायद बाद में शुरुआत की, मैंने थोड़ा जल्दी शुरू किया। लेकिन यह काफी हद तक उन चीजों को दर्शाता जिनसे मैं गुजरा।”
पूर्व स्पिनर ने कहा, ”मेरे विचार में अश्विन को अपना 100वां मैच बहुत पहले खेल लेना चाहिए था। लेकिन किसी कारण से ऐसा नहीं हुआ। कोई भी निश्चित नहीं है कि जब भारतीय टीम उपमहाद्वीप के बाहर जाती है तो अश्विन को क्यों नहीं चुना जाता? यह थोड़ा अजीब है। कुछ ऐसा है जिससे मैं हमेशा हैरान रहा हूं। यह मेरे साथ भी हुआ था लेकिन उनका मामला बहुत अलग है। हम किसी मैच विनर की तुलना में चौथे तेज गेंदबाज (अब) को तरजीह देते हैं, जो वाकई में अजीब है। मेरे मामले में कम से कम हमेशा चार गेंदबाज खेल रहे थे। लेकिन जब आप पांच गेंदबाजों के साथ खेल रहे हैं तो फिर अपने दो सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों को नहीं खिलाना थोड़ा अजीब है।”
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भारतीय टीम के अनुभवी स्पिनर रविचंद्रन अश्विन 100 टेस्ट कंप्लीट करने की दहलीज पर हैं। वह इंडिया वर्सेस इंग्लैंड पांचवें टेस्ट में यह उपलब्धि हासिल करेंगे। सीरीज का पांचवां और आखिरी टेस्ट गुरुवार से धर्मशाला में खेला जाएगा। अश्विन 100 टेस्ट खेलने वाले 14वें भारतीय बनेंगे। उनकी पूर्व दिग्गज स्पिनर अनिल कुंबले ने जमकर तारीफ की है। उन्होंने कहा कि अश्विन की क्वालिटी का एहसास तब होगा, जब वह रिटायर हो जाएंगे। बता दें कि कुंबले भारत के लिए सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट (619) चटकाने वाले गेंदबाज हैं। उनके बाद लिस्ट में अश्विन (507) हैं। इन दोनों के अलावा कोई भी भारतीय गेंदबाज 500 टेस्ट विकेट का आंकड़ा नहीं छू सका।
हिंदुस्तान टाइम्स के साथ बातचीत में कुंबले से पूछा गया कि क्या अश्विन को एक चैंपियन परफॉर्मर के रूप में उतना क्रेडिट नहीं मिला है? इसपर कुंबले ने कहा, ”कुछ खिलाड़ियों के साथ ऐसा होता है कि रिटायर होने के बाद लोग उन्हें मिस करते हैं, जो चीजें वे अपने साथ लाते हैं। कुछ खिलाड़ी ऐसे हैं। शायद लोगों को अश्विन की क्वालिटी का एहसास होगा। उन्होंने जो हासिल किया, मुझे पता है कि लोग उनके बारे में बात कर रहे हैं लेकिन विशेष रूप से भारत जैसे देश में गेंदबाजों को बल्लेबाजों की तरह प्रशंसा नहीं मिलती। हम अपने देश में क्रिकेट को इसी तरह से देखते हैं। हमें शायद उनकी क्वालिटी का तब एहसास होगा जब वह रिटायर हो जाएंगे। लेकिन मेरी नजर मं अश्विन देश के लिए खेलने वाले खिलाड़ियों में शीर्ष स्तर पर हैं।”
कुंबले ने आगे कहा, “मुझे खेल के प्रति अश्विन का जुनून और भूख पसंद है। वह अपनी गेंदबाजी के अलावा बल्लेबाजी और मैदान पर अपने इनपुट से वैल्यू एड करते हैं। हालांकि, उन्हें कभी आधिकारिक तौर पर कप्तान का पद नहीं दिया गया लेकिन वह हमेशा लीडर रहे हैं। यह ऐसी चीज है जिस पर उन्हें गर्व हो सकता है।” कुंबले को लगता है कि 37 वर्षीय अश्विन को काफी पहले 100 टेस्ट मैच पूरे कर लेने चाहिए थे। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि मेरा और अश्विन का करियर भी सिमिलर रहा है। उन्होंने शायद बाद में शुरुआत की, मैंने थोड़ा जल्दी शुरू किया। लेकिन यह काफी हद तक उन चीजों को दर्शाता जिनसे मैं गुजरा।”
पूर्व स्पिनर ने कहा, ”मेरे विचार में अश्विन को अपना 100वां मैच बहुत पहले खेल लेना चाहिए था। लेकिन किसी कारण से ऐसा नहीं हुआ। कोई भी निश्चित नहीं है कि जब भारतीय टीम उपमहाद्वीप के बाहर जाती है तो अश्विन को क्यों नहीं चुना जाता? यह थोड़ा अजीब है। कुछ ऐसा है जिससे मैं हमेशा हैरान रहा हूं। यह मेरे साथ भी हुआ था लेकिन उनका मामला बहुत अलग है। हम किसी मैच विनर की तुलना में चौथे तेज गेंदबाज (अब) को तरजीह देते हैं, जो वाकई में अजीब है। मेरे मामले में कम से कम हमेशा चार गेंदबाज खेल रहे थे। लेकिन जब आप पांच गेंदबाजों के साथ खेल रहे हैं तो फिर अपने दो सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों को नहीं खिलाना थोड़ा अजीब है।”