रत्नागिरी बारसू रिफाइनरी पर गरमाई राजनीति, देवेंद्र फडणवीस की पहली प्रतिक्रिया, उद्धव ठाकरे पर सीधा हमला

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रत्नागिरी बारसू रिफाइनरी पर गरमाई राजनीति, देवेंद्र फडणवीस की पहली प्रतिक्रिया, उद्धव ठाकरे पर सीधा हमला

रत्नागिरी बारसू रिफाइनरी पर गरमाई राजनीति, देवेंद्र फडणवीस की पहली प्रतिक्रिया, उद्धव ठाकरे पर सीधा हमला

मुंबई\विजयपुरा:पहले आरे का विरोध किया, फिर समृद्धि हाईवे, बीच में बंदरगाह और अब रिफाइनरी का विरोध किया। महाराष्‍ट्र के उपमुख्यमंत्रीदेवेंद्र फडणवीसने मंगलवार को कहा कि हम शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों से चर्चा करेंगे, लेकिन उन लोगों को बर्दाश्त नहीं करेंगे जो सिर्फ राजनीति के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने यह सवाल भी पूछा कि इस विरोध का किससे नाता है। दरअसलउद्धव ठाकरेगुट ने रत्नागिरी बारसू रिफाइनरी प्रोजेक्ट का व‍िरोध कर रहे लोगों का समर्थन क‍िया है। साथ ही उनके आंदोलन में साथ देने का ऐलान क‍िया है।

मंगलवार को विजयपुरा में कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार करने आए देवेंद्र फडणवीस मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे थे। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि इस रिफाइनरी को बनाने के लिए केंद्र सरकार की तीन कंपनियां मिलकर काम कर रही हैं। उन्होंने (व‍िपक्षी गुट) शुरू से ही रिफाइनरी का विरोध किया। फिर उन्होंने सत्ता में आकर इस रिफाइनरी को बारसू में करने का निश्चय किया तो उन्होंने प्रधानमंत्री को पत्र भेजा। अब काम शुरू हुआ तो फिर विरोध। हम विरोधियों का सम्मान करते हैं। हम उनसे चर्चा करने और उनकी गलतफहमियां दूर करने को तैयार हैं। लेकिन हम उन लोगों को बर्दाश्त नहीं करेंगे जो राजनीति के लिए विरोध कर रहे हैं। ऐसी ही एक रिफाइनरी जामनगर में है, जहां से निर्यात होता है। आख‍िरकार यह सिद्ध हो गया है कि रिफाइनरी से कोई हानि नहीं होती है।

MNS कार्यकर्ताओं ने मुंबई में ऑयल रिफाइनरी के ऑफिस में की तोड़फोड़

‘रिफाइनरी से पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं होगा’
फडणवीस ने कहा क‍ि यह एक ग्रीन रिफाइनरी है। इसलिए पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं होगा। लेकिन, झूठ बोलकर विपक्ष महाराष्ट्र का और कितना नुकसान करेगा? यहां एक भी पेड़ नहीं है। हमने यह भी कहा कि हम कटल शिल्पा की साइट को छोड़ देंगे। कोई राजनीति के लिए विरोध कर रहा है तो कोई बाहरी लोगों के साथ विरोध कर रहा है। देवेंद्र फडणवीस ने कहा क‍ि तब हमें यह सवाल पूछना होगा कि आप सुपारी लेकर किसका विरोध कर रहे हैं।

रत्नागिरि रिफाइनरी परियोजना के विरोध में प्रदर्शन
दरअसल महाराष्ट्र के रत्नागिरि में सऊदी अरामको और अबुधाबी नेशनल ऑयल कंपनी की मदद से प्रस्तावित रत्नागिरि रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स प्रोजेक्ट (आरआरपीएल) के विरोध में प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और शिवसेना (उद्धव गुट) के विपक्षी महाविकास अघाड़ी (एमवीए) के नेता और स्थानीय दल ग्रामीणों के समर्थन में सामने आए हैं। उन्होंने आशंका जताई है कि आरआरपीएल परियोजना के लिए ग्रामीणों की 20 एकड़ जमीन ले ली जाएगी।

एनसीपी, कांग्रेस, श‍िवसेना यूटीबी व‍िरोध में शाम‍िल

एनसीपी के विपक्ष के नेता अजित पवार, कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोराट, शिवसेना (उद्धव गुट) के संजय राउत और अन्य ने ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए सत्तारूढ़ शिवसेना-बीजेपी सरकार से सर्वेक्षण बंद करने का आग्रह किया है। पुलिस ने बारसू, गोवल, धोपेश्वर वरचिवाडी-गोवल, राजापुर, खलचीवाड़ी-गोवल, पन्हाले-तरफे गांवों में और उसके आसपास 1,500 पुलिस कर्मियों, 300 से अधिक एसआरपी कर्मियों और दंगा नियंत्रण पुलिस के चार प्लाटूनों को तैनात किया गया है।

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