रचनाओं का डिजिटाइजेशन होने से विश्वकवि के रूप में जाने जाएंगे दिनकर: राज्यपाल

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रचनाओं का डिजिटाइजेशन होने से विश्वकवि के रूप में जाने जाएंगे दिनकर: राज्यपाल

रचनाओं का डिजिटाइजेशन होने से विश्वकवि के रूप में जाने जाएंगे दिनकर: राज्यपाल

प्रादेशिक व लीड::::::::::कारिता मंत्री डा. प्रेम कुमार भी पहुंचे फोटो नं.02, राष्ट्रकवि दिनकर स्मृति विकास समिति के बै

Newswrap हिन्दुस्तान, बेगुसरायMon, 23 Sep 2024 02:43 PM
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बीहट/सिमरिया धाम। नि.सं./ए.सं.। राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की 116वीं जयंती के मौके पर आयोजित समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बिहार के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि यों तो दिनकर की जन्मस्थली पर दिनकर के बारे में कुछ भी बोलने में वे काफी असहज अनुभव कर रहे हैं, फिर भी उन्होंने जितना दिनकर को पढ़ा है उसके आधार यह कहने में तनिक भी गुरेज नहीं कि दिनकर की रचना के सामने शेक्सपीयर व टॉलस्टाय कहीं नहीं टिकते हैं। सोमवार को दिनकर स्मृति विकास समिति के बैनर तले सिमरिया के राष्ट्रकवि दिनकर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय परिसर में आयोजित दिनकर जयंती समारोह में राज्यपाल ने कहा कि दिनकर की रचना का डिजिटाईजेशन होना बेहद जरूरी है। बेगूसराय जिला प्रशासन को उक्त दिशा में पहल करने का निर्देश देते हुए कहा कि दिनकर ने सभी विषयों पर अपनी काव्य रचना की। राष्ट्र प्रेम से लेकर प्रेम व शृंगार सहित सभी विषयों व पहलुओं पर दिनकर ने अपने काव्य की रचना की है। दिनकर को देवी शक्ति प्राप्त बताते हुए उन्होंने कहा कि जिस दिन दिनकर की रचनाओं का डिजिटाइजेशन होगा, यकीन मानिये दिनकर राष्ट्रकवि से ऊपर उठकर विश्वकवि के रूप में जाने जाएंगे। केन्द्रीय मंत्री सह स्थानीय सांसद गिरिराज सिंह ने कहा कि आज देश के यशस्वी प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत की जो गौरवगाथा लिखी जा रही है, उसके बारे में दिनकर ने अपनी रचना- एक हाथ में कमल एक में धर्म दीप्त विज्ञान, लेकर उठने वाला है धरती पर हिन्दुस्तान… के जरिये वर्षों पूर्व भविष्यवाणी की थी और इस आधार पर उन्हें भविष्यद्रष्टा कहना बेमानी नहीं होगा। सूबे के सहकारिता मंत्री डा. प्रेम कुमार ने कहा कि दिनकर की रचना राष्ट्रवाद व राष्ट्रीयता से ओतप्रोत है। वे विद्रोही कवि से लेकर क्रांति कवि के रूप में जाने जाते हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता दिनकर स्मृति विकास समिति के अध्यक्ष कृष्ण कुमार शर्मा ने की। मंच संचालन राजेश कुमार ने किया। स्वागत भाषण रामनाथ सिंह ने किया। आयोजन समिति के सदस्यों ने अतिथियों को अंगवस्त्रम से सम्मानित किया। रश्मि, सान्या, विजय तथा लक्ष्मण देव ने स्वागत गीत तथा दिनकर की कई रचनाओं को सस्वर प्रस्तुत किया। मौके पर विधान पार्षद सर्वेश कुमार, विधायक राजकुमार सिंह, बेगूसराय नगर निगम की मुख्य पार्षद पिंकी देवी, पूर्व विधायक श्रीकृष्ण सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष राजीव वर्मा, उपाध्यक्ष सुनील सिंह, मृत्युंजय कुमार वीरेश, आभा देवी, केशव शांडिल्य, नवीन सिंह, जदयू जिलाध्यक्ष रूदल राय, दिनकर स्मृति विकास समिति के सचिव प्रदीप कुमार, उपाध्यक्ष कैलाश सिंह, विश्वम्भर सिंह, कृष्णनंदन सिंह, विनोद बिहारी, जिला परिषद उपाध्यक्ष राजीव कुमार सिंह, अमरदीप सुमन, राजेन्द्र राय, प्रवीण प्रियदर्शी समेत अन्य मौजूद थे। सांसद ने बेगूसराय को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र घोषित करने की उठाई मांग राष्ट्रकवि दिनकर जयंती समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करने वाले सूबे के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर से बेगूसराय को बाढ़ प्रभावित घोषित करने तथा तदनुरूप जिले में राहत एवं बचाव कार्य करने की मांग की। राज्यपाल ने मंच से ही डीएम से इस बाबत मुख्यमंत्री को पत्र लिखने का निर्देश देते हुए कहा कि वे इस संबंध में मुख्यमंत्री से बात कर जिले को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र घोषित करने तथा मुआवजा, राहत समेत अन्य व्यवस्था को लेकर तुरंत कदम उठाने की मांग करेंगे। दिनकर स्मृति विकास समिति के अध्यक्ष कृष्ण कुमार शर्मा ने सिमरिया में आरओबी समेत शोधार्थियों के लिए व्यवस्था तथा पुस्तकालय को आधुनिक सुविधाओं से लैश करने की मांग की। सांसद गिरिराज सिंह ने कहा कि वे इस मामले में राज्य व केन्द्र सरकार के संबंधित मंत्रालय को बहुत जल्द पत्र लिखेंगे। दिनकर के आवास पहुंच किया माल्यार्पण, दालान व आवास का किया मुआयना राज्यपाल ने दिनकर के आवास पर जाकर वहां स्थित प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। आवास में रखे दिनकर की स्मृति से जुड़ें सामानों का अवलोकन किया। दिनकर की पुत्रवधू कल्पना सिंह, पौत्र ऋत्विक उदयन, पौत्री तुलिका सिंह ने राज्यपाल तथा सूबे के सहकारिता मंत्री डा. प्रेम कुमार को दिनकर की रचना चक्रवाल भेंट की। अतिथियों को राष्ट्रीय मिठाई जलेबी परोसते हुए दिनकर के परिजनों ने बताया कि राष्ट्रकवि दिनकर को जलेबी काफी प्रिय थी। राज्यपाल ने दिनकर के उक्त दालान का भी मुआयना किया जहां बैठकर दिनकर काव्य की रचना किया करते थे। उन्होंने सिमरिया में दिनकर संग्रहालय तथा दिनकर की रचना के डिजिटाइजेशन को लेकर आवास पर मौजूद बेगूसराय के डीएम तुषार सिंगला, एसपी मनीष कुमार, सदर एसडीओ राजीव कुमार को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिया।

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