योग से हेल्थ के साथ करियर भी संवारें, आयुष मंत्रालय दे रहा यह सुविधा; विदेशों में भी मिलेगा अवसर

6
योग से हेल्थ के साथ करियर भी संवारें, आयुष मंत्रालय दे रहा यह सुविधा; विदेशों में भी मिलेगा अवसर

योग से हेल्थ के साथ करियर भी संवारें, आयुष मंत्रालय दे रहा यह सुविधा; विदेशों में भी मिलेगा अवसर

ऐप पर पढ़ें

World Yoga Day 2024: भारतीय प्राचीन योग परंपरा की प्रासंगिकता आधुनिक दौर में भी बरकरार है। आज ना केवल स्वस्थ तन व मन के लिए लोग योग को अपना रहे हैं, बल्कि युवाओं में योग के क्षेत्र में करियर बनाने का भी क्रेज बढ़ा है। देश के साथ ही विदेशों में भी योग की लोकप्रियता का व्यापक प्रसार हुआ है। आज युवा योग गुरु के रूप में करियर बनाने की ओर उन्मुख हुए हैं। शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर योग गुरु बाबा रामदेव,  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत देश भर की बड़ी हस्तियों ने योगाभ्यास किया और इसके महत्व पर प्रकाश डाला।

दरभंगा के योग प्रशिक्षक एवं चिकित्सक पवन सिंह ने बताया कि योग के कई स्तर के कोर्स आज संचालित हो रहे हैं। आयुष मंत्रालय की ओर से योग में लेवल वन और लेवल टू की परीक्षा ली जाती है। लेवल वन पास करने वालों को देश में योग शिक्षक के रूप में मान्यता मिलती है, जबकि लेवल टू पास करने वालों को विदेशों में भी मान्यता प्राप्त होती है। आज के युवा योग को करियर कोर्स के रूप में देखने लगे हैं। 

योग में करियर बनाने के लिए सर्टिफिकेट कोर्स, बैचलर, पीजी और पीजी डिप्लोमा कोर्स उपलब्ध हैं। पवन सिंह ने  बताया कि बीते एक दशक में विदेशों में योग का काफी प्रसार हुआ है जिससे योग विशेषज्ञों की मांग बढ़ी है। विदेशों में कई तरह के स्टूडियो, जिम, नृत्य, खेल तथा हॉस्पिटल में भी योग की मांग बढ़ी है। इंग्लैंड, अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, जापान, चीन आदि देशों में योग का विस्तार काफी हुआ है। इन देशों में योग विशेषज्ञों की मांग बढ़ी है। 

इसके साथ ही बड़े चेन वाले स्कूलों में भी योग को शामिल किया गया है। स्कूलों में सुबह के प्रार्थना सत्र में पीटी तो पहले से शामिल है, अब कई स्कूलों में योगाभ्यास भी अनिवार्य कर दिया गया है। वहीं, योग विशेषज्ञ टेकटार निवासी डॉ. निर्भय शंकर भारद्वाज ने बताया कि वर्तमान जीवनशैली का सीधा प्रभाव लोगों के शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। इसे दूर करने का एकमात्र साधन योग है। योग का नियमित अभ्यास हमें अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायक होता है। योग हमें सम्यक कर्म की सीख देते हैं। अभाविप की ओर से ग्रीष्मावकाश में संचालित निशुल्क सर्जना निखार शिविर में हर वर्ष छात्राओं को योग का प्रशिक्षण दिया जाता है। कॉलेज के छात्र-छात्राओं में भी योग का क्रेज बढ़ा है। एनएसएस से जुड़े अमित कुमार, सुरेश कामत, मदन कुमार, निशा कुमारी, सपना कुमारी आदि ने बताया कि उन्हें समय-समय पर योग का प्रशिक्षण दिया जाता है। योग से उनके जीवन में बदलाव हुआ है। योग का नियमित अभ्यास शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद उपयोगी है।

बिहार की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Delhi News