योगी 2.0 में काम ही पैमाना, ईनाम और कार्रवाई साथ-साथ | Work is the scale, reward and action together in Yogi 2.0 uttar prades | Patrika News h3>
सीएम योगी जिले स्तर पर प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ शिकायतों और आरोपों को भी बहुत मजबूती से ले रहे हैं। जनसमस्याओं के निस्तारण, आरोपों और भ्रष्टाचार की शिकायतों का निपटारा भी हो रहा है।
लखनऊ
Published: April 15, 2022 09:38:36 pm
योगी 2.0 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के तेवर काफी सख्त हैं। सीएम योगी अधिकारियों के खिलाफ जनसमस्याओं के निस्तारण, आरोपों और भ्रष्टाचार की शिकायतों को गंभीरता से ले रहे हैं। ऐसे अधिकारियों पर कार्रवाई की जा रही है, तो अच्छा काम करने वाले अधिकारियों को अच्छी पोस्टिंग देकर ईनाम भी दिया जा रहा है। सीएम योगी जल्द जिलों का दौरा करेंगे और धरातल पर समीक्षा बैठक कर योजनाओं की पड़ताल करेंगे।
Yogi Adityanath File Photo
योगी 2.0 में अपराध और भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस योगी 2.0 में अपराध और भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर और सख्ती बरती जा रही है। सीएम के निर्देश पर हाल ही में गंभीर आरोपों से घिरे डीएम और्रैया सुनील कुमार वर्मा, सोनभद्र के डीएम टीके शिबु और गाजियाबाद एसएसपी पवन कुमार को निलंबित किया गया था। शासन की ओर से एक दर्जन से अधिक आईएएस अधिकारियों और 14 आईपीएस अधिकारियों के तबादले किए गए हैं। इनमें कई अधिकारियों को प्रतीक्षारत किया गया है, तो अच्छा काम करने वाले कई अधिकारियों का अच्छी पोस्टिंग भी दी गई है। माना जा रहा है कि पुलिस-प्रशासनिक व्यवस्था में और सुधार लाने के लिए जल्द बड़े पैमाने पर तबादले और कार्यवाही की जाएगी। इसके बाद सीएम योगी पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग करेंगे और उसके बाद जिलों का दौरा करेंगे।
सिर्फ जनसमस्याओं का निस्तारण नहीं, बल्कि शिकायतकर्ता की संतुष्टि भी अहम
सीएम योगी की जिलों में लापरवाह अधिकारियों पर पैनी नजर है। खानापूर्ति करने वाले, जनसुनवाई या भ्रष्टाचार जैसे मामलों में कार्रवाई में शिथिलता बरतने वाले जिला स्तरीय अधिकारी भी सीएम योगी की रडार पर हैं। बार-बार शासन स्तर से निर्देश देने के बावजूद अनदेखी करने वाले अधिकारियों पर जल्द गाज गिरने वाली है। इसके लिए सीएम योगी ने मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारियों को निर्देशित कर दिया है। सीएम योगी की प्राथमिकता में सिर्फ जनसमस्याओं का निस्तारण नहीं है, बल्कि उसकी गुणवत्ता और शिकायत करने वाले की संतुष्टि भी अहम है, ताकि एक ही शिकायत बार बार करने से लोगों को मुक्ति मिले।
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सीएम योगी जिले स्तर पर प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ शिकायतों और आरोपों को भी बहुत मजबूती से ले रहे हैं। जनसमस्याओं के निस्तारण, आरोपों और भ्रष्टाचार की शिकायतों का निपटारा भी हो रहा है।
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Published: April 15, 2022 09:38:36 pm
योगी 2.0 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के तेवर काफी सख्त हैं। सीएम योगी अधिकारियों के खिलाफ जनसमस्याओं के निस्तारण, आरोपों और भ्रष्टाचार की शिकायतों को गंभीरता से ले रहे हैं। ऐसे अधिकारियों पर कार्रवाई की जा रही है, तो अच्छा काम करने वाले अधिकारियों को अच्छी पोस्टिंग देकर ईनाम भी दिया जा रहा है। सीएम योगी जल्द जिलों का दौरा करेंगे और धरातल पर समीक्षा बैठक कर योजनाओं की पड़ताल करेंगे।
Yogi Adityanath File Photo
योगी 2.0 में अपराध और भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस योगी 2.0 में अपराध और भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर और सख्ती बरती जा रही है। सीएम के निर्देश पर हाल ही में गंभीर आरोपों से घिरे डीएम और्रैया सुनील कुमार वर्मा, सोनभद्र के डीएम टीके शिबु और गाजियाबाद एसएसपी पवन कुमार को निलंबित किया गया था। शासन की ओर से एक दर्जन से अधिक आईएएस अधिकारियों और 14 आईपीएस अधिकारियों के तबादले किए गए हैं। इनमें कई अधिकारियों को प्रतीक्षारत किया गया है, तो अच्छा काम करने वाले कई अधिकारियों का अच्छी पोस्टिंग भी दी गई है। माना जा रहा है कि पुलिस-प्रशासनिक व्यवस्था में और सुधार लाने के लिए जल्द बड़े पैमाने पर तबादले और कार्यवाही की जाएगी। इसके बाद सीएम योगी पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग करेंगे और उसके बाद जिलों का दौरा करेंगे।
सिर्फ जनसमस्याओं का निस्तारण नहीं, बल्कि शिकायतकर्ता की संतुष्टि भी अहम
सीएम योगी की जिलों में लापरवाह अधिकारियों पर पैनी नजर है। खानापूर्ति करने वाले, जनसुनवाई या भ्रष्टाचार जैसे मामलों में कार्रवाई में शिथिलता बरतने वाले जिला स्तरीय अधिकारी भी सीएम योगी की रडार पर हैं। बार-बार शासन स्तर से निर्देश देने के बावजूद अनदेखी करने वाले अधिकारियों पर जल्द गाज गिरने वाली है। इसके लिए सीएम योगी ने मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारियों को निर्देशित कर दिया है। सीएम योगी की प्राथमिकता में सिर्फ जनसमस्याओं का निस्तारण नहीं है, बल्कि उसकी गुणवत्ता और शिकायत करने वाले की संतुष्टि भी अहम है, ताकि एक ही शिकायत बार बार करने से लोगों को मुक्ति मिले।
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