योगी सरकार 2.0 में कौन होगा नंबर दो, नए डेप्युटी सीएम के लिए इन नामों पर चल रही चर्चा h3>
लखनऊः उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव संपन्न हो गया है। गुरुवार को घोषित हुए नतीजों में भारतीय जनता पार्टी ने दोबारा पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बना ली है। अब यह तय है कि योगी आदित्यनाथ दोबारा प्रदेश के मुख्यमंत्री बनेंगे। एक लंबे अंतराल के बाद उत्तर प्रदेश में पहली बार ऐसा मौका होगा जब कोई नेता लगातार दूसरी बार पूर्ण बहुमत की सरकार का मुख्यमंत्री बनेगा। इस बीच यह सवाल भी उठने लगा है कि नई सरकार में सीएम योगी के आसपास कौन लोग होंगे? उपमुख्यमंत्री केशव मौर्या चुनाव हार चुके हैं। ऐसे में क्या उन्हें दोबारा उप मुख्यमंत्री बनाया जाएगा?
विधानसभा चुनाव के ऐलान के बाद यह तय किया गया था कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य भी चुनाव लड़ेंगे। योगी आदित्यनाथ के लिए गोरखपुर की सीट तय की गई। वहीं केशव मौर्य को सिराथू विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ा गया। गुरुवार को घोषित हुए नतीजों में सीएम योगी तो एक लाख से ज्यादा मतों के अंतर से चुनाव जीत गए लेकिन केशव मौर्या की सीट फंस गई।
अपना दल कमेरावादी की पल्लवी पटेल ने केशव मौर्य को 7000 वोटों के अंतर से चुनाव हरा दिया। ऐसे में माना जा रहा है कि उपमुख्यमंत्री पद पर केशव मौर्य की दावेदारी थोड़ी कमजोर हुई है। देखना यह होगा नई योगी सरकार में केशव मौर्य को क्या ओहदा दिया जाता है?
अरविंद शर्मा का क्या होगा?
इसके साथ ही सवाल यह भी है कि अफसर से नेता बने अरविंद शर्मा का क्या होगा? अरविंद शर्मा को भारतीय जनता पार्टी ने विधान परिषद भेजा था तब ऐसी चर्चा थी कि उन्हें उप मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। ऐसे में यह भी हो सकता है कि नई सरकार में अरविंद शर्मा को केशव मौर्य की जगह दी जाए। हालांकि, भाजपा की ओर से स्पष्ट नहीं किया गया है कि केशव मौर्या दोबारा डिप्टी सीएम बनेंगे या नहीं?
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो नए उपमुख्यमंत्री के लिए दो नाम चर्चा में चल रहे हैं। पहला बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह का है। वहीं दूसरा नाम पूर्व राज्यपाल बेबीरानी मौर्य का है। बताया जा रहा रहा है कि स्वतंत्रदेव सिंह को डेप्युटी सीएम बनाकर उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी जा सकती है। साल 2024 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए बीजेपी जातीय समीकरण साधने की कोशिश कर रही है। विधानसभा चुनाव में बीजेपी से ब्राह्मणों के नाराज होने की चर्चा थी। ऐसे में दिनेश शर्मा को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाकर लोकसभा चुनाव के लिए ब्राह्मणों को साधने की कोशिश की जा सकती है।
अपना दल कमेरावादी की पल्लवी पटेल ने केशव मौर्य को 7000 वोटों के अंतर से चुनाव हरा दिया। ऐसे में माना जा रहा है कि उपमुख्यमंत्री पद पर केशव मौर्य की दावेदारी थोड़ी कमजोर हुई है। देखना यह होगा नई योगी सरकार में केशव मौर्य को क्या ओहदा दिया जाता है?
अरविंद शर्मा का क्या होगा?
इसके साथ ही सवाल यह भी है कि अफसर से नेता बने अरविंद शर्मा का क्या होगा? अरविंद शर्मा को भारतीय जनता पार्टी ने विधान परिषद भेजा था तब ऐसी चर्चा थी कि उन्हें उप मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। ऐसे में यह भी हो सकता है कि नई सरकार में अरविंद शर्मा को केशव मौर्य की जगह दी जाए। हालांकि, भाजपा की ओर से स्पष्ट नहीं किया गया है कि केशव मौर्या दोबारा डिप्टी सीएम बनेंगे या नहीं?
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो नए उपमुख्यमंत्री के लिए दो नाम चर्चा में चल रहे हैं। पहला बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह का है। वहीं दूसरा नाम पूर्व राज्यपाल बेबीरानी मौर्य का है। बताया जा रहा रहा है कि स्वतंत्रदेव सिंह को डेप्युटी सीएम बनाकर उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी जा सकती है। साल 2024 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए बीजेपी जातीय समीकरण साधने की कोशिश कर रही है। विधानसभा चुनाव में बीजेपी से ब्राह्मणों के नाराज होने की चर्चा थी। ऐसे में दिनेश शर्मा को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाकर लोकसभा चुनाव के लिए ब्राह्मणों को साधने की कोशिश की जा सकती है।