ये है मौत बांटने वाली सडक़ | Nemavar Road | Patrika News h3>
नेमावर रोड का ढाई किमी मार्ग हादसों का हॉटस्पॉट : 20 साल में सैकड़ों लोगों ने गंवाई जान, दहशत में रहते हैं पांच हजार की आबादी वाले गांव के लोग
इंदौर
Updated: May 07, 2022 07:37:43 pm
इंदौर. शहर में एक्सीडेंट के बड़े हॉटस्पॉट में नेमावर रोड भी शामिल है। इसे इंदौर-हरदा-बैतूल रोड भी कहते है। पत्रिका ने बायपास ट्रेंङ्क्षचग ग्राउंड से लेकर ग्राम दूधिया के बीच आने वाली सडक़ को स्कैन किया। खड़ैल थाना क्षेत्र में पडऩे वाले इस मार्ग में कदम-कदम पर दुर्घटना का डर बना रहता है।
मार्ग संकरा होने से स्थानीय रहवासियों को आने-जाने में समस्या होती है। बेलगाम डंपर और ट्रक आए दिन दुर्घटना का कारण बन रहे हैं। स्थानीय ग्रामीणों की मानें तो दो दशक के बाद भी रोड का विकास नहीं हुआ है। अब तक मार्ग पर सैंकड़ों लोगों की जान जा चुही है, लेकिन जिम्मेदारों ने कोई सुध नहीं ली।
बायपास स्थित ब्रिज से नेमावर तरफ चलने पर सीधे हाथ की ओर ट्रेंङ्क्षचग ग्राउंड आता है। हाल ही में यहां बड़े सीएनजी संयंत्र का उद्घाटन हुआ है। इसे ध्यान में रखते हुए ट्रेंङ्क्षचग ग्राउंड की सीमा तक रोड का नवीनीकरण हुआ है। यहां मार्ग के दोनों तरफ रिफ्लेक्टर और डिवाइडर बने हैं, लेकिन थोड़ा आगे चलने के बाद मार्ग फिर संकरा हो जाता है। रोड के दोनों तरफ प्रतिष्ठान और घर आना शुरू हो जाते हैं। स्थानीय रहवासी दिन में मार्ग क्रॉस और उस पर चलने में असहज महसूस करते हैं।
घुमावदार और ढलान वाली सडक़
यहां से करीब दो किमी आगे बढऩे पर ग्राम दूधिया आता है। गांव का करीब एक किमी दूरी की सडक़ इन दिनों दुर्घटना का हॉटस्पॉट बन गई है। यहां रोड संकरी होने के साथ घुमावदार भी है। रोड पर ढलान भी है। आगे जाकर रोड पर ग्राम दूधिया की पुलिया आती है। पुलिया पर सुरक्षा साधन की कमी है। जैसे यहां पहुंचने के पूर्व स्पीड ब्रेकर, बाउंड्रीवॉल, चौड़ीकरण आदि।
दो माह में 10 की मौत
खुडैल थाना इंचार्ज अजय गुर्जर के मुताबिक जनवरी, फरवरी माह में थाना क्षेत्र में करीब 10 लोगों की एक्सीडेंट में मौत हो चुकी है। इसमें ग्राम दूधिया, इंडेक्स हॉस्पिटल के सामने, कंपेल रोड, बिहाडिय़ा जोड़, कंपेल रोड पर दुर्घटना हुई है, लेकिन ग्राम दूधिया रोड पर अधिकांश घटना हुई है।
केस -1
9 मार्च को दूधिया रोड पर संजय निवासी सोनगुराडिया का एक्सीडेंट हुआ। गांव वालों ने बताया कि युवक सामान लेकर घर जा रहा था तभी पीछे से आ रहे डंपर ने उसे रौंद दिया। करीब आधा घंटा रोड पर जाम लगा रहा। पुलिस ने शव बरामद किया। 8 दिन पूर्व भी ओवरटेक के दौरान युवक की हादसे में मौत गई है।
केस -2
ग्राम दूधिया की पुलिया पर बाइक सवार तीन युवकों का एक्सीडेंट हो चुका है। बाइक सवार सीधे पुलिया से उतरकर कई फीट नीचे गिरकर घायल हो गए। इसमें एक युवक की जान चली गई थी।
केस -3
बाइक पर दंपती और बच्चा जा रहे थे। बाइक के हैंडल पर हेलमेट टंगा था। तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक सवार को साइड से टक्कर मारी। बाइक सवार की ट्रक के पहिए की चपेट में आने से मौत हो गई। वहीं उसकी पत्नी और बच्चे विपरित दिशा में गिरकर घायल हो गए थे।
अब तक 200 मौत
80 वर्षीय मनोहरलाल जाट ने बताया कि वे दूधिया में रहते है। 20 साल से दूधिया की पुलिया को देखते आ रहे है। उसमें अब तक कोई बदलाव नहीं हुआ है। उनके मुताबिक यहां 200 लोगों की विभिन्न तरह की दुर्घटना में जान जा चुकी है। गांव के अन्य सदस्य ने बताया कि पुलिया से करीब 100 मीटर दूरी पर चूना भट्टी चौराहा है। यहां भी आए दिन हादसे में लोगों की मौत होती है। 9 मार्च को यहां डंपर वाले ने युवक को रौंदा है। रोड पर कई खामियां है जिसे समय रहते दुरुस्त नहीं किया तो कई हादसे हो सकते हैं।
सीएम हेल्पलाइन में तीन बार शिकायत, नहीं हुआ समाधान
ग्राम दूधिया के सचिन बैरागी ने बताया कि गांव की पुलिया संकरी है। उसके आसपास सुरक्षा की ²ष्टि से कोई दीवार नहीं है। कुछ माह पूर्व यहां ट्रक रात के अंधेरे में पुलिया से नीचे जा गिरा। ड्राइवर की मौत हो गई, लेकिन पुलिया में सुधार नहीं हुआ। अधिकारियों ने पुल के पहले सिर्फ रिफ्लेक्टर लगाकर जिम्मेदार पूरी कर ली है। पुलिया में सुधार कार्य के लिए वर्ष 2021 की 28 मई, 1 अगस्त, 7 सितंबर को सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की है। एक बार तो अधिकारी भी आए। वे समस्या का समाधान करने की बात कहकर चले गए, लेकिन इसके बाद कोई लौटकर नहीं आया।
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नेमावर रोड का ढाई किमी मार्ग हादसों का हॉटस्पॉट : 20 साल में सैकड़ों लोगों ने गंवाई जान, दहशत में रहते हैं पांच हजार की आबादी वाले गांव के लोग
इंदौर
Updated: May 07, 2022 07:37:43 pm
इंदौर. शहर में एक्सीडेंट के बड़े हॉटस्पॉट में नेमावर रोड भी शामिल है। इसे इंदौर-हरदा-बैतूल रोड भी कहते है। पत्रिका ने बायपास ट्रेंङ्क्षचग ग्राउंड से लेकर ग्राम दूधिया के बीच आने वाली सडक़ को स्कैन किया। खड़ैल थाना क्षेत्र में पडऩे वाले इस मार्ग में कदम-कदम पर दुर्घटना का डर बना रहता है।
मार्ग संकरा होने से स्थानीय रहवासियों को आने-जाने में समस्या होती है। बेलगाम डंपर और ट्रक आए दिन दुर्घटना का कारण बन रहे हैं। स्थानीय ग्रामीणों की मानें तो दो दशक के बाद भी रोड का विकास नहीं हुआ है। अब तक मार्ग पर सैंकड़ों लोगों की जान जा चुही है, लेकिन जिम्मेदारों ने कोई सुध नहीं ली।
बायपास स्थित ब्रिज से नेमावर तरफ चलने पर सीधे हाथ की ओर ट्रेंङ्क्षचग ग्राउंड आता है। हाल ही में यहां बड़े सीएनजी संयंत्र का उद्घाटन हुआ है। इसे ध्यान में रखते हुए ट्रेंङ्क्षचग ग्राउंड की सीमा तक रोड का नवीनीकरण हुआ है। यहां मार्ग के दोनों तरफ रिफ्लेक्टर और डिवाइडर बने हैं, लेकिन थोड़ा आगे चलने के बाद मार्ग फिर संकरा हो जाता है। रोड के दोनों तरफ प्रतिष्ठान और घर आना शुरू हो जाते हैं। स्थानीय रहवासी दिन में मार्ग क्रॉस और उस पर चलने में असहज महसूस करते हैं।
घुमावदार और ढलान वाली सडक़
यहां से करीब दो किमी आगे बढऩे पर ग्राम दूधिया आता है। गांव का करीब एक किमी दूरी की सडक़ इन दिनों दुर्घटना का हॉटस्पॉट बन गई है। यहां रोड संकरी होने के साथ घुमावदार भी है। रोड पर ढलान भी है। आगे जाकर रोड पर ग्राम दूधिया की पुलिया आती है। पुलिया पर सुरक्षा साधन की कमी है। जैसे यहां पहुंचने के पूर्व स्पीड ब्रेकर, बाउंड्रीवॉल, चौड़ीकरण आदि।
दो माह में 10 की मौत
खुडैल थाना इंचार्ज अजय गुर्जर के मुताबिक जनवरी, फरवरी माह में थाना क्षेत्र में करीब 10 लोगों की एक्सीडेंट में मौत हो चुकी है। इसमें ग्राम दूधिया, इंडेक्स हॉस्पिटल के सामने, कंपेल रोड, बिहाडिय़ा जोड़, कंपेल रोड पर दुर्घटना हुई है, लेकिन ग्राम दूधिया रोड पर अधिकांश घटना हुई है।
केस -1
9 मार्च को दूधिया रोड पर संजय निवासी सोनगुराडिया का एक्सीडेंट हुआ। गांव वालों ने बताया कि युवक सामान लेकर घर जा रहा था तभी पीछे से आ रहे डंपर ने उसे रौंद दिया। करीब आधा घंटा रोड पर जाम लगा रहा। पुलिस ने शव बरामद किया। 8 दिन पूर्व भी ओवरटेक के दौरान युवक की हादसे में मौत गई है।
केस -2
ग्राम दूधिया की पुलिया पर बाइक सवार तीन युवकों का एक्सीडेंट हो चुका है। बाइक सवार सीधे पुलिया से उतरकर कई फीट नीचे गिरकर घायल हो गए। इसमें एक युवक की जान चली गई थी।
केस -3
बाइक पर दंपती और बच्चा जा रहे थे। बाइक के हैंडल पर हेलमेट टंगा था। तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक सवार को साइड से टक्कर मारी। बाइक सवार की ट्रक के पहिए की चपेट में आने से मौत हो गई। वहीं उसकी पत्नी और बच्चे विपरित दिशा में गिरकर घायल हो गए थे।
अब तक 200 मौत
80 वर्षीय मनोहरलाल जाट ने बताया कि वे दूधिया में रहते है। 20 साल से दूधिया की पुलिया को देखते आ रहे है। उसमें अब तक कोई बदलाव नहीं हुआ है। उनके मुताबिक यहां 200 लोगों की विभिन्न तरह की दुर्घटना में जान जा चुकी है। गांव के अन्य सदस्य ने बताया कि पुलिया से करीब 100 मीटर दूरी पर चूना भट्टी चौराहा है। यहां भी आए दिन हादसे में लोगों की मौत होती है। 9 मार्च को यहां डंपर वाले ने युवक को रौंदा है। रोड पर कई खामियां है जिसे समय रहते दुरुस्त नहीं किया तो कई हादसे हो सकते हैं।
सीएम हेल्पलाइन में तीन बार शिकायत, नहीं हुआ समाधान
ग्राम दूधिया के सचिन बैरागी ने बताया कि गांव की पुलिया संकरी है। उसके आसपास सुरक्षा की ²ष्टि से कोई दीवार नहीं है। कुछ माह पूर्व यहां ट्रक रात के अंधेरे में पुलिया से नीचे जा गिरा। ड्राइवर की मौत हो गई, लेकिन पुलिया में सुधार नहीं हुआ। अधिकारियों ने पुल के पहले सिर्फ रिफ्लेक्टर लगाकर जिम्मेदार पूरी कर ली है। पुलिया में सुधार कार्य के लिए वर्ष 2021 की 28 मई, 1 अगस्त, 7 सितंबर को सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की है। एक बार तो अधिकारी भी आए। वे समस्या का समाधान करने की बात कहकर चले गए, लेकिन इसके बाद कोई लौटकर नहीं आया।
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