यूपी निकाय चुनाव से पहले ही 25 सीटों पर कांग्रेस बाहर, पदाधिकारियों की खींचतान में 19 ने नहीं किया नामांकन, 6 के खारिज h3>
लखनऊ:निकाय चुनाव में मतदान से पहले ही पार्टी पदाधिकारियों की खींचतान में कांग्रेस पार्षदी की 25 सीटों पर लड़ाई से बाहर हो गई है। कुछ सीटों पर नामांकन ही नहीं हो सकता तो कुछ पर खारिज हो गया। इसके साथ ही करीब 24 सीटों पर कांग्रेस की तरफ से दो-दो उम्मीदवारों ने आवेदन किया है। पार्टी के नेता एक-एक नाम वापस करवा प्रत्याशी की स्थिति स्पष्ट करने की कवायद में जुटे हैं। नाम वापस लेने का गुरुवार को अंतिम दिन है। ऐसे में एक दिन पहले मंगलवार तक नाम तय करने को लेकर कवायद चलती रही।निकाय चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया सोमवार को पूरी हो गई। नामांकन वापस लेने का आखिरी मौका गुरुवार तक है। कांग्रेस की ओर से करीब 24 सीटों पर दो या दो से अधिक लोगों ने नामांकन कर दिया है। इनमें से सात सीटें ऐसी हैं, जिनके लिए नामांकन करने वाले सभी उम्मीदवारों के पर्चे अलग-अलग कारणों से खारिज हो चुके हैं। इनमें से कुछ ने बिना पार्टी के नामांकन किया था, जबकि कुछ को सिंबल देरी से दिया गया था।
वहीं, करीब 25 सीटें ऐसी हैं, जिन पर पार्टी की तरफ से किसी प्रत्याशी ने नामांकन ही नहीं किया। सूत्रों के अनुसार पदाधिकारियों की खींचतान में नामांकन नहीं हो सके और पार्टी मतदान से पहले ही दौड़ से बाहर हो गई। जिला कांग्रेस अध्यक्ष वेद प्रकाश त्रिपाठी के अनुसार नामांकन पत्रों में गड़बड़ियों की वजह से कुछ सीटों पर हुए नामांकन खारिज होने की जानकारी मिली है। करीब 24 सीटों पर डबल नामांकन हो गए हैं। ऐसी सीटों पर एक उम्मीदवार का नामांकन वापस करवाया जाएगा।
इन सीटों पर नहीं हुए नामांकन
लालजी टंडन, कल्याण सिंह, न्यू हैदरगंज तृतीय, बालागंज प्रथम, जानकीपुरम प्रथम, आलमनगर, फैजुल्लागंज प्रथम, कन्हैया माधवपुर प्रथम, रानी लक्ष्मी बाई, भारतेंदु हरिश्चंद्र और कदम रसूल वॉर्ड के लिए पहली सूची में घोषित उम्मीदवारों ने नामांकन नहीं किया है। बताया जा रहा है कि पदाधिकारियों की खींचतान में पहली सूची अवैध करते हुए दूसरी जारी करने की बात कही गई थी। ऐसे में नामांकन नहीं हो सके। वहीं, इंदिरानगर, लाल बहादुर शास्त्री, लेबर कॉलोनी, बाबू कुंज बिहारी, गीतापल्ली सहित कई वॉर्डों में पार्टी सिंबल मिलने का दावा करते हुए दो-दो लोगों ने नामांकन किया है।
पार्टी से इस्तीफों का दौर
नामांकन प्रक्रिया से पहले ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की तरफ से सोशल मीडिया पर उम्मीदवारों की सूची जारी की गई थी। इसके कुछ ही देर में सूची को अवैध घोषित कर दिया गया। हालांकि इसके बाद पार्टी की तरफ से कोई दूसरी सूची जारी नहीं हुई। बताया जा रहा है कि कांग्रेस के प्रांतीय अध्यक्ष के दखल पर सूची में बदलाव किया गया। इस दौरान स्थिति स्पष्ट नहीं होने से 16 प्रत्याशी सिंबल मिलने के बावजूद नामांकन नहीं कर सके।
इससे नाराज प्रत्याशियों ने मंगलवार को पार्टी की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है। इनमें रीमा वाल्मीकि, सोनू रावत, अमित गुप्ता, रीना यादव, पूजा श्रीवास्तव, अर्चना श्रीवास्तव, रिंकी मिश्रा,सुरेंद्र पाल, अशोक सोनकर, प्रदीप गुप्ता, इस्लामुद्दीन, रेखा सिंह, सुनील सिंह और हासिम शामिल हैं।
प्रदेश अध्यक्ष का आदेश तार-तार, FIR
जोन-6 के दौलतगंज वॉर्ड के लिए नामांकन के दौरान सोमवार को बवाल हो गया था। नामांकन केंद्र पर कांग्रेस की तरफ से अलमास मलिक पर्चा दाखिल करने दोपहर 12 बजे पहुंची और दोपहर डेढ़ बजे आशा मिश्रा ने पार्टी प्रत्याशी के तौर पर नामांकन कर दिया। आशा ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के आदेश वाला पत्र भी दिखाया था, जिसमें लिखा था कि अलमास मलिक का टिकट निरस्त कर आशा मिश्रा को टिकट दिया जाता है।
आरोप है कि अलमास के पति मो. जावेद मलिक इससे भड़क उठे और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का आदेश फाड़कर फेंक दिया था। इसे लेकर दोनों पक्षों में जमकर हंगामा हुआ। पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। इस मामले में नामांकन अधिकारी आशुतोष कुमार ने तालकटोरा थाने में एफआईआर दर्ज करवाई है।
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वहीं, करीब 25 सीटें ऐसी हैं, जिन पर पार्टी की तरफ से किसी प्रत्याशी ने नामांकन ही नहीं किया। सूत्रों के अनुसार पदाधिकारियों की खींचतान में नामांकन नहीं हो सके और पार्टी मतदान से पहले ही दौड़ से बाहर हो गई। जिला कांग्रेस अध्यक्ष वेद प्रकाश त्रिपाठी के अनुसार नामांकन पत्रों में गड़बड़ियों की वजह से कुछ सीटों पर हुए नामांकन खारिज होने की जानकारी मिली है। करीब 24 सीटों पर डबल नामांकन हो गए हैं। ऐसी सीटों पर एक उम्मीदवार का नामांकन वापस करवाया जाएगा।
इन सीटों पर नहीं हुए नामांकन
लालजी टंडन, कल्याण सिंह, न्यू हैदरगंज तृतीय, बालागंज प्रथम, जानकीपुरम प्रथम, आलमनगर, फैजुल्लागंज प्रथम, कन्हैया माधवपुर प्रथम, रानी लक्ष्मी बाई, भारतेंदु हरिश्चंद्र और कदम रसूल वॉर्ड के लिए पहली सूची में घोषित उम्मीदवारों ने नामांकन नहीं किया है। बताया जा रहा है कि पदाधिकारियों की खींचतान में पहली सूची अवैध करते हुए दूसरी जारी करने की बात कही गई थी। ऐसे में नामांकन नहीं हो सके। वहीं, इंदिरानगर, लाल बहादुर शास्त्री, लेबर कॉलोनी, बाबू कुंज बिहारी, गीतापल्ली सहित कई वॉर्डों में पार्टी सिंबल मिलने का दावा करते हुए दो-दो लोगों ने नामांकन किया है।
पार्टी से इस्तीफों का दौर
नामांकन प्रक्रिया से पहले ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की तरफ से सोशल मीडिया पर उम्मीदवारों की सूची जारी की गई थी। इसके कुछ ही देर में सूची को अवैध घोषित कर दिया गया। हालांकि इसके बाद पार्टी की तरफ से कोई दूसरी सूची जारी नहीं हुई। बताया जा रहा है कि कांग्रेस के प्रांतीय अध्यक्ष के दखल पर सूची में बदलाव किया गया। इस दौरान स्थिति स्पष्ट नहीं होने से 16 प्रत्याशी सिंबल मिलने के बावजूद नामांकन नहीं कर सके।
इससे नाराज प्रत्याशियों ने मंगलवार को पार्टी की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है। इनमें रीमा वाल्मीकि, सोनू रावत, अमित गुप्ता, रीना यादव, पूजा श्रीवास्तव, अर्चना श्रीवास्तव, रिंकी मिश्रा,सुरेंद्र पाल, अशोक सोनकर, प्रदीप गुप्ता, इस्लामुद्दीन, रेखा सिंह, सुनील सिंह और हासिम शामिल हैं।
प्रदेश अध्यक्ष का आदेश तार-तार, FIR
जोन-6 के दौलतगंज वॉर्ड के लिए नामांकन के दौरान सोमवार को बवाल हो गया था। नामांकन केंद्र पर कांग्रेस की तरफ से अलमास मलिक पर्चा दाखिल करने दोपहर 12 बजे पहुंची और दोपहर डेढ़ बजे आशा मिश्रा ने पार्टी प्रत्याशी के तौर पर नामांकन कर दिया। आशा ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के आदेश वाला पत्र भी दिखाया था, जिसमें लिखा था कि अलमास मलिक का टिकट निरस्त कर आशा मिश्रा को टिकट दिया जाता है।
आरोप है कि अलमास के पति मो. जावेद मलिक इससे भड़क उठे और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का आदेश फाड़कर फेंक दिया था। इसे लेकर दोनों पक्षों में जमकर हंगामा हुआ। पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। इस मामले में नामांकन अधिकारी आशुतोष कुमार ने तालकटोरा थाने में एफआईआर दर्ज करवाई है।
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