यूथ कांग्रेस चुनाव 2023 में पायलट समर्थक सबसे आगे h3>
Youth Congress Election 2023: राजस्थान में चुनावी सरगर्मियों के बीच यूथ कांग्रेस के चुनाव परिणाम भी चर्चा में हैं। अब तक वोट काउंटिंग में सबसे आगे सचिन पायलट समर्थक अभिमन्यु पूनिया बने हुए हैं। हालांकि दूसरे और तीसरे नंबर रहने वाले युवा नेताओं ने आपत्ति दर्ज कराते हुए मामले को उलझा दिया है।
हाइलाइट्स
- राजस्थान में यूथ कांग्रेस के चुनाव पर फिर विवाद
- ऑनलाइन मोड पर हुए यूथ कांग्रेस के चुनावों में धांधली के आरोप
- सचिन पायलट समर्थक अभिमन्यु पूनिया को सर्वाधिक मत
- दूसरे और तीसरे स्थान पर रहने वाले उम्मीदवारों ने दर्ज कराई आपत्ति
जयपुर: राजस्थान में पिछली बार की तरह इस बार भी यूथ कांग्रेस के चुनाव विवादों में आ गए हैं। ऑनलाइन मोड पर हुए यूथ कांग्रेस के चुनावों में धांधली के आरोप लगे हैं। पिछले दिनों संगठन की ओर से परिणाम जारी किया गया था। इसमे सचिन पायलट समर्थक अभिमन्यु पूनिया सर्वाधिक मतों के साथ टॉप पर रहे थे। दूसरे और तीसरे स्थान पर रहने वाले सुधींद्र मूंड और यशवीर सूरा ने चुनाव परिणाम पर आपत्ति जताते हुए शीर्ष नेतृत्व को आपत्ति दर्ज कराई है। उन्होंने मांग की है कि टोटल वोटिंग के साथ फाइनल वोटर लिस्ट में कम किए जाने वाले और खारिज किए गए वोटों का आधार बताया जाए। जब तक शीर्ष नेतृत्व यह जानकारी नहीं देगा तब तक मूंड और सूरा ने इंटरव्यू में हिस्सा नहीं लेने की बात कही है।
यूथ कांग्रेस चुनाव में 12 लाख 30 वोट हुए थे खारिज
यूथ कांग्रेस के चुनाव में खारिज किए गए वोटों पर विवाद खड़ा हो गया है। कुल वोटिंग करीब 20 लाख से ज्यादा हुई थी लेकिन काउंटिंग के दौरान 7 लाख 70 हजार वोट ही काउंट किए गए। शेष 12 लाख 30 हजार वोटों को खारिज कर दिया गया था। शिकायतकर्ता मूंड और सूरा का कहना है कि वोट खारिज किस आधार पर किया। इसकी रिपोर्ट सार्वजनिक किया जाए। प्रत्याशियों का आरोप है कि 70 से 80 फीसदी वोट खारिज कैसे हो सकते हैं? एक प्रत्याशी का आरोप है कि उसने लगभग 4 लाख वोट जमा कराए थे जिनमें से 75 फीसदी वोटों को खारिज कर दिया। इससे साफ जाहिर होता है कि वोट काउंटिंग के दौरान रिजेक्शन में छेड़छाड़ हुई है।
पिछले चुनावों में भी हुआ था विवाद
यूथ कांग्रेस के पिछले चुनावों में भी गड़बड़ी के आरोप लगे थे। ऐसे में कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को दो बार चुनाव परिणाम जारी करना पड़ा। पहले सुमित भगासरा को सर्वाधिक वोट मिलने के कारण यूथ कांग्रेस का अध्यक्ष निर्वाचित किया गया था। जब गड़बड़ियों का खुलासा हुआ तो 10 दिन बाद ही दोबारा परिणाम जारी किया गया और सुमित भगासरा के स्थान पर विधायक मुकेश भाकर को विजेता घोषित किया गया। विवादों के चलते सुमित भगासरा को अध्यक्ष पद से हटाया गया था। इन दिनों भगासरा कांग्रेस की सोशल मीडिया टीम के स्टेट हैड हैं। मुकेश भाकर दो महीने तक यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष रहे। जुलाई 2020 में मानेसर कांड के दौरान संगठन ने भाकर को अध्यक्ष पद से हटा दिया था।
इस बार ये नेता रहे टॉप 5 पर
इस बार हुए राजस्थान यूथ कांग्रेस चुनाव परिणामों में सबसे ज्यादा 230079 वोट अभिमन्यु पूनिया को मिले हैं। पूनिया सचिन पायलट के कट्टर समर्थक हैं। पहले वे एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष थे लेकिन मानेसर कांड के दौरान अभिमन्यु पुनिया को एनएसयूआई के पद से हटा दिया गया था। यूथ कांग्रेस के चुनाव में दूसरे नंबर पर सुधींद्र मूंड रहे, जिन्हें 197385 वोट मिले। यशवीर सूरा 159640 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर रहे। वहीं चौथे स्थान पर खेल परिषद के उपाध्यक्ष सतवीर चौधरी को 71959 वोट मिले और राकेश मीणा 20740 वोट के साथ पांचवे नंबर पर रहे। रिपोर्ट – रामस्वरूप लामरोड़
आसपास के शहरों की खबरें
Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म… पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप
लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें
राजस्थान की और समाचार देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Rajasthan News
Youth Congress Election 2023: राजस्थान में चुनावी सरगर्मियों के बीच यूथ कांग्रेस के चुनाव परिणाम भी चर्चा में हैं। अब तक वोट काउंटिंग में सबसे आगे सचिन पायलट समर्थक अभिमन्यु पूनिया बने हुए हैं। हालांकि दूसरे और तीसरे नंबर रहने वाले युवा नेताओं ने आपत्ति दर्ज कराते हुए मामले को उलझा दिया है।
हाइलाइट्स
- राजस्थान में यूथ कांग्रेस के चुनाव पर फिर विवाद
- ऑनलाइन मोड पर हुए यूथ कांग्रेस के चुनावों में धांधली के आरोप
- सचिन पायलट समर्थक अभिमन्यु पूनिया को सर्वाधिक मत
- दूसरे और तीसरे स्थान पर रहने वाले उम्मीदवारों ने दर्ज कराई आपत्ति
यूथ कांग्रेस चुनाव में 12 लाख 30 वोट हुए थे खारिज
यूथ कांग्रेस के चुनाव में खारिज किए गए वोटों पर विवाद खड़ा हो गया है। कुल वोटिंग करीब 20 लाख से ज्यादा हुई थी लेकिन काउंटिंग के दौरान 7 लाख 70 हजार वोट ही काउंट किए गए। शेष 12 लाख 30 हजार वोटों को खारिज कर दिया गया था। शिकायतकर्ता मूंड और सूरा का कहना है कि वोट खारिज किस आधार पर किया। इसकी रिपोर्ट सार्वजनिक किया जाए। प्रत्याशियों का आरोप है कि 70 से 80 फीसदी वोट खारिज कैसे हो सकते हैं? एक प्रत्याशी का आरोप है कि उसने लगभग 4 लाख वोट जमा कराए थे जिनमें से 75 फीसदी वोटों को खारिज कर दिया। इससे साफ जाहिर होता है कि वोट काउंटिंग के दौरान रिजेक्शन में छेड़छाड़ हुई है।
पिछले चुनावों में भी हुआ था विवाद
यूथ कांग्रेस के पिछले चुनावों में भी गड़बड़ी के आरोप लगे थे। ऐसे में कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को दो बार चुनाव परिणाम जारी करना पड़ा। पहले सुमित भगासरा को सर्वाधिक वोट मिलने के कारण यूथ कांग्रेस का अध्यक्ष निर्वाचित किया गया था। जब गड़बड़ियों का खुलासा हुआ तो 10 दिन बाद ही दोबारा परिणाम जारी किया गया और सुमित भगासरा के स्थान पर विधायक मुकेश भाकर को विजेता घोषित किया गया। विवादों के चलते सुमित भगासरा को अध्यक्ष पद से हटाया गया था। इन दिनों भगासरा कांग्रेस की सोशल मीडिया टीम के स्टेट हैड हैं। मुकेश भाकर दो महीने तक यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष रहे। जुलाई 2020 में मानेसर कांड के दौरान संगठन ने भाकर को अध्यक्ष पद से हटा दिया था।
इस बार ये नेता रहे टॉप 5 पर
इस बार हुए राजस्थान यूथ कांग्रेस चुनाव परिणामों में सबसे ज्यादा 230079 वोट अभिमन्यु पूनिया को मिले हैं। पूनिया सचिन पायलट के कट्टर समर्थक हैं। पहले वे एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष थे लेकिन मानेसर कांड के दौरान अभिमन्यु पुनिया को एनएसयूआई के पद से हटा दिया गया था। यूथ कांग्रेस के चुनाव में दूसरे नंबर पर सुधींद्र मूंड रहे, जिन्हें 197385 वोट मिले। यशवीर सूरा 159640 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर रहे। वहीं चौथे स्थान पर खेल परिषद के उपाध्यक्ष सतवीर चौधरी को 71959 वोट मिले और राकेश मीणा 20740 वोट के साथ पांचवे नंबर पर रहे। रिपोर्ट – रामस्वरूप लामरोड़
आसपास के शहरों की खबरें
Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म… पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप