यूक्रेन संकट: राशन-पानी मिलना बंद, टमाटर, आलू के दाम कई गुना बढ़े

120
यूक्रेन संकट: राशन-पानी मिलना बंद, टमाटर, आलू के दाम कई गुना बढ़े

यूक्रेन संकट: राशन-पानी मिलना बंद, टमाटर, आलू के दाम कई गुना बढ़े

मुजफ्फरपुर। सोमनाथ सत्योम

युद्ध से यूक्रेन के शहरों में राशन-पानी मिलना बंद हो गया है। इससे वहां रह रहे बिहार के मेडिकल छात्रों की परेशानी दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। वे यूनिवर्सिटी के हॉस्टल, एयरपोर्ट, दूतावास आदि जगहों पर फंसे हैं। फिलहाल, स्टॉक में रखे राशन से काम चल रहा है। दवा दुकानें भी बंद हैं। एटीएम में रुपये नहीं हैं। हालात बद से बदतर हो रहे हैं। सभी खौफ व दहशत में हैं।

जेप्रोजिया के एक हॉस्टल में फंसे मुजफ्फरपुर के बीबीगंज के मेडिकल छात्र आशीष चंद्रा ने फोन पर ‘हिन्दुस्तान को बताया कि पानी की किल्लत हो गई है। 30 रुपये प्रतिलीटर मिलने वाला पानी अब 125 रुपये में भी नहीं मिल रहा है। कुछ इलाके में पानी है तो वहां मारामारी है। एक जगह से दूसरी जगह जाने में दिक्कत है। कभी भी बम, मिसाइल गिर सकता है। इससे वे अपने स्टॉक को ही बचा-बचाकर इस्तेमाल कर हैं। आशीष ने जहां शरण ली है, वहां बिहार के अलावा कर्नाटक, ओडिशा के छात्र-छात्राएं भी हैं। आरा निवासी जय कुमार की तबीयत बीते तीन दिनों से खराब है। बुखार और शरीर में दर्द से बेहाल हैं। आशीष ने बताया कि इंटरनेट पहले की तरह संचालित नहीं हो रहा है। काफी डाउन है। टमाटर से लेकर आलू तक के दाम कई गुना बढ़ गए हैं। ब्रेड और दूध नहीं मिल रहा है।

सड़क पर सिर्फ सैनिक और आकाश में धुंआ

पूसा के राकेश कुमार साह ने बताया कि ओ-ब्लास्ट में चावल तक नहीं मिल रहा है। घर के बाहर सिर्फ मौत मंडरा रही है। सिर के ऊपर से मिसाइल गुजर रही है। भगवान का नाम लेकर रह रहे हैं। सड़क पर सिर्फ सैनिक और आकाश में सिर्फ धुंआ और आग की लपटें दिख रही हैं। कलेजा दहल जा रहा है। घर वाले परेशान हैं। पूरे दिन में दर्जनों बार कॉलकर बात कर हालचाल ले रहे हैं।

खौफ में सभी, जमीन पर सोना पड़ रहा

मुजफ्फरपुर की अमृता ने बताया कि वह एक हॉस्टल में फंसी है। 26 फरवरी को फ्लाइट थी। सड़क मार्ग से सुरक्षित स्थानों पर जाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन बमबारी की वजह से जाना संभव नहीं हो पा रहा है। एयरपोर्ट और अन्य जगह जमीन पर सामान लेकर सोना पड़ रहा है। लड़कियों को परेशानी अधिक हो रही है। हालात डरावने हैं। सरकार को चाहिए कि हमलोगों को एयरलिफ्ट कराए। सभी डरे हैं। भारत में परिजन भी बेचैन हैं।

10 गुना अधिक दाम देने पर भी नहीं मिल रहा सामान

यूक्रेन में रहने वाले मेडिकल के छात्रों ने बताया कि वर्तमान में दूध, चावल और ब्रेड नहीं मिल रहा है। 10 गुना अधिक दाम देने को तैयार हैं, लेकिन सामान नहीं मिल रहे हैं। पहले 100 रुपये प्रतिकिलो चावल, 90 रुपये प्रतिलीटर दूध और 30-40 रुपये ब्रेड मिलता था, जो अभी नहीं मिल रहा है।

अभिभावक बोले, भगवान ही बचाएंगे बच्चों को

मुजफ्फरपुर के बीबीगंज निवासी रियल स्टेट कारोबारी अमरेश कुमार सिन्हा, सकरा पिलखी के हार्डवेयर कारोबारी दिलीप चौधरी, अहियापुर के रिटायर रेलकर्मी रणजीत कुमार साह ने बताया कि वे अपने-अपने बच्चों के संपर्क में हैं, लेकिन बच्चों की स्थिति बहुत खराब है। कभी भी उनके साथ अनहोनी हो सकती है। वे सुरक्षित नहीं हैं। सरकार उनकी मदद करे। वर्तमान में भगवान ही एक सहारा है। वे ही उनके बच्चों की रक्षा करेंगे। सरकार से अपील करते हैं कि सभी को जल्द यूक्रेन से निकालकर सुरक्षित जगह पर शिफ्ट करे।

यूक्रेन में दैनिक इस्तेमाल के समान के दाम :

सामान पहले के दाम वर्तमान के दाम

पानी 30-40 125 से अधिक (प्रतिलीटर)

गोभी 100 330 से अधिक (प्रतिकिलो)

टमाटर 100 300-400 (प्रतिकिलो)

आलू 40-50 140-180 (प्रतिकिलो

चिकेन 150-200 300-500 (प्रतिकिलो)

चावल 100 500 से अधिक (प्रतिकिलो)

दूध 90 210 से अधिक (प्रतिलीटर)

ब्रेड 60 150 से अधिक (प्रतिपैकेट)

(नोट : दाम भारतीय मुद्रा में, चावल, ब्रेड व दूध उपलब्ध नहीं है)

बिहार की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Delhi News