यूक्रेन संकट के बीच पहली बार क्वाड बैठक, PM मोदी बोले- बातचीत और कूटनीति के रास्ते पर लौटने की जरूरत h3>
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को क्वाड की ऑनलाइन बैठक में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन तथा जापान और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्रियों के साथ हिस्सा लिया। यह बैठक यूक्रेन पर रूस के सैन्य हमले की पृष्ठभूमि में आयोजित हुई। विदेश मंत्रालय ने बताया कि नेताओं ने हिंद प्रशांत क्षेत्र में अहम घटनाक्रम पर विचार विमर्श किए। बता दें कि क्वाड भारत, अमेरिका ऑस्ट्रेलिया और जापान सहित चार देशों का गठबंधन है।
बैठक में सितंबर 2021 क्वाड शिखर सम्मेलन के बाद से क्वाड पहल पर प्रगति की समीक्षा की गई। नेताओं ने इस वर्ष के अंत में जापान में शिखर सम्मेलन द्वारा ठोस परिणाम प्राप्त करने के उद्देश्य से सहयोग में तेजी लाने पर सहमति व्यक्त की।
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने बताया किया कि क्वाड को भारत-प्रशांत क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि को बढ़ावा देने के अपने मूल उद्देश्य पर केंद्रित रहना चाहिए। उन्होंने मानवीय और आपदा राहत, ऋण स्थिरता, आपूर्ति श्रृंखला, स्वच्छ ऊर्जा, कनेक्टिविटी और क्षमता निर्माण जैसे क्षेत्रों में क्वाड के भीतर सहयोग के ठोस और व्यावहारिक रूपों का आह्वान किया। बता दें कि इससे पहले क्वाड नेताओं ने पिछले वर्ष सितंबर में वाशिंगटन में बैठक में हिस्सा लिया था।
बैठक में यूक्रेन के मुद्दे पर और इसके मानवीय निहितार्थ पर चर्चा की गई। प्रधानमंत्री ने बातचीत और कूटनीति के रास्ते पर लौटने की जरूरत पर जोर दिया। नेताओं ने आसियान, हिंद महासागर क्षेत्र और प्रशांत द्वीप समूह के विकास सहित अन्य सामयिक मुद्दों पर भी चर्चा की। प्रधानमंत्री ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर, अंतर्राष्ट्रीय कानून और संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान का पालन करने के महत्व को दोहराया।
पिछले वर्ष मार्च में बाइडन ने डिजिटल माध्यम से क्वाड नेताओं की पहली बैठक की मेजबानी की थी और इसके बाद सिंतबर में वाशिंगटन में समूह के नेताओं ने भौतिक रूप से बैठक में हिस्सा लिया था जिसमें शामिल होने के लिये प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका गए थे।
क्वाड समूह टीका उत्पादन, सम्पर्क परियोजनाओं, छात्रों की आवाजाही, स्टार्टअप एवं प्रौद्योगिकी गठजोड़ को बढ़ावा देने जैसे क्षेत्रों में सहयोग पर ध्यान दे रहा है। क्वाड समूह के विदेश मंत्रियों ने पिछले महीने मेलबर्न में व्यापक विचार विमर्श किया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को क्वाड की ऑनलाइन बैठक में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन तथा जापान और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्रियों के साथ हिस्सा लिया। यह बैठक यूक्रेन पर रूस के सैन्य हमले की पृष्ठभूमि में आयोजित हुई। विदेश मंत्रालय ने बताया कि नेताओं ने हिंद प्रशांत क्षेत्र में अहम घटनाक्रम पर विचार विमर्श किए। बता दें कि क्वाड भारत, अमेरिका ऑस्ट्रेलिया और जापान सहित चार देशों का गठबंधन है।
बैठक में सितंबर 2021 क्वाड शिखर सम्मेलन के बाद से क्वाड पहल पर प्रगति की समीक्षा की गई। नेताओं ने इस वर्ष के अंत में जापान में शिखर सम्मेलन द्वारा ठोस परिणाम प्राप्त करने के उद्देश्य से सहयोग में तेजी लाने पर सहमति व्यक्त की।
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने बताया किया कि क्वाड को भारत-प्रशांत क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि को बढ़ावा देने के अपने मूल उद्देश्य पर केंद्रित रहना चाहिए। उन्होंने मानवीय और आपदा राहत, ऋण स्थिरता, आपूर्ति श्रृंखला, स्वच्छ ऊर्जा, कनेक्टिविटी और क्षमता निर्माण जैसे क्षेत्रों में क्वाड के भीतर सहयोग के ठोस और व्यावहारिक रूपों का आह्वान किया। बता दें कि इससे पहले क्वाड नेताओं ने पिछले वर्ष सितंबर में वाशिंगटन में बैठक में हिस्सा लिया था।
बैठक में यूक्रेन के मुद्दे पर और इसके मानवीय निहितार्थ पर चर्चा की गई। प्रधानमंत्री ने बातचीत और कूटनीति के रास्ते पर लौटने की जरूरत पर जोर दिया। नेताओं ने आसियान, हिंद महासागर क्षेत्र और प्रशांत द्वीप समूह के विकास सहित अन्य सामयिक मुद्दों पर भी चर्चा की। प्रधानमंत्री ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर, अंतर्राष्ट्रीय कानून और संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान का पालन करने के महत्व को दोहराया।
पिछले वर्ष मार्च में बाइडन ने डिजिटल माध्यम से क्वाड नेताओं की पहली बैठक की मेजबानी की थी और इसके बाद सिंतबर में वाशिंगटन में समूह के नेताओं ने भौतिक रूप से बैठक में हिस्सा लिया था जिसमें शामिल होने के लिये प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका गए थे।
क्वाड समूह टीका उत्पादन, सम्पर्क परियोजनाओं, छात्रों की आवाजाही, स्टार्टअप एवं प्रौद्योगिकी गठजोड़ को बढ़ावा देने जैसे क्षेत्रों में सहयोग पर ध्यान दे रहा है। क्वाड समूह के विदेश मंत्रियों ने पिछले महीने मेलबर्न में व्यापक विचार विमर्श किया था।