यूक्रेन में फंसे छात्रों की आपबीती : शहर में बमबारी के साथ-साथ लगातार हो रही बर्फबारी

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यूक्रेन में फंसे छात्रों की आपबीती :  शहर में बमबारी के साथ-साथ लगातार हो रही बर्फबारी

यूक्रेन में फंसे छात्रों की आपबीती : शहर में बमबारी के साथ-साथ लगातार हो रही बर्फबारी

यूक्रेन में फंसे छात्रों की आपबीती : शहर में बमबारी के साथ-साथ लगातार हो रही बर्फबारी

बंकर में फंसी अमवां की छात्रा का परिजनों से टूटा सम्पर्क, परिजनों में छायी मायूसी

देश से मदद की लगा रहे गुहार

बोधगया। एक संवाददाता  

यूक्रेन में फंसे छात्रों ने ‘हिन्दुस्तान से अपनी आपबीती सुनायी। छात्रों ने बताया कि रूसी हमले के डर से यूक्रेन के खार्किव शहर में फंसे बोधगया के कई युवकों को मेट्रो स्टेशन पर रात बितानी पड़ी। हालांकि फायरिंग की आवाज के बीच ज्यादातर युवक मेट्रो के भीतर जाग कर समय बिता रहे हैं। छात्रों के पास खाने-पीने के सामान तक खत्म हो चुके हैं। स्थिति भयावह बनी है। यूक्रेन में फंसे छात्रों के परिजन भी घरों पर अब बेचैन होने लगे हैं। खार्किव में जो छात्र फंसे हैं, उन्हें घर वापसी के लिए दूतावास की ओर से कोई स्पष्ट संदेश नहीं मिल रहा है कि उनका रेस्क्यू कब होगा।

खार्किव नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी के छात्र आदित्य कुमार ने बताया कि मेट्रो स्टेशन पर रेलवे पटरी के किनारे पूरी रात जागना पड़ा है। थोड़ी बहुत नींद लगती थी तो फायरिंग की आवाज के कारण नींद खुल जा रही है। भूख-प्यास तो दूर की बात हो गयी। कितना जल्दी घर लौट आएं, मन में यही बात है। भय के कारण भूख नहीं लग रही है। ऊपर से पूरे शहर में बमबारी के साथ-साथ लगातार बर्फबारी लगातार हो रही है। छात्र और परिजनों के बीच लगातार संपर्क टूटता जा रहा है। ऐसे में यूक्रेन में छात्र तो घर पर परिजन परेशान हैं।

बंकर में फंसी अमवां की छात्रा का परिजनों से टूटा सम्पर्क

बोधगया के अमवां गांव निवासी नगर पंचायत की पूर्व अध्यक्ष आरती देवी व पूर्व वार्ड पार्षद श्रीकांत प्रसाद का अपनी बेटी वर्षा रानी से पिछले 24 घंटे से ज्यादा समय से सम्पर्क टूटा हुआ है। वर्षा रानी भी  खार्किव में ही फस्ट ईयर मेडिकल की छात्रा है और दो माह पहले दिसंबर माह में बोधगया से यूक्रेन मेडिकल की पढ़ाई करने गयी थी। वर्षा की मां आरती देवी व पिता श्रीकांत प्रसाद कहते हैं की शुक्रवार की शाम में हमें अपनी बेटी से अंतिम बार बात हुआ था। जिसमें वह बतायी थी कि हम लोग काफी सारे बच्चे यूनिवर्सिटी के पास बंकर में हैं। यहां काफी परेशानी में हैं और यहां के हालात देखकर हिम्मत भी टूटने लगी है। सड़कों पर हर ओर सन्नाटा पसरा है। इमरजेंसी सेवा तक भी बंद की जा रही है।

केन्द्र सरकार से गुहार

नपं बोधगया की पूर्व अध्यक्ष आरती देवी ने केन्द्र सरकार से गुहार लगाते हुए कही की यूक्रेन में फंसे हुए सभी बच्चों को अविलंब सकुशल स्वदेश लाया जाए। राज्य सरकार व केंद्र सरकार दोनों को इस मामले में बड़ी पहल करनी चाहिए। यूक्रेन में इंडियन एंबेसी लगातार केवल एडवाइजरी जारी कर रही है। जबकि सभी बच्चों का अबतक पूरी तरह रेस्क्यू हो जाना चाहिए था।

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