यूक्रेन के खेरसन में फंसे 5 भारतीय स्टूडेंट्स को राजस्थान से पहुंची मदद, राष्ट्रपति सचिवालय ने सुनी गुहार

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यूक्रेन के खेरसन में फंसे 5 भारतीय स्टूडेंट्स को राजस्थान से पहुंची मदद, राष्ट्रपति सचिवालय ने सुनी गुहार

यूक्रेन के खेरसन में फंसे 5 भारतीय स्टूडेंट्स को राजस्थान से पहुंची मदद, राष्ट्रपति सचिवालय ने सुनी गुहार

अर्जुन अरविंद, बूंदी:रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच अभी भी कई भारतीय वहां फंसे है। इसी बीच यूक्रेन के खेरसन शहर में फंसे हुए 5 भारतीय स्टूडेंट्स का जीवन बचाने के लिए और उनकी मदद करने में राष्ट्रपति सचिवालय आगे आया है। राजस्थान के बूंदी के कांग्रेस नेता चर्मेश शर्मा की ओर से राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नाम दायर याचिका पर राष्ट्रपति सचिवालय ने विदेश मंत्रालय को कार्यवाही के निर्देश दिये हैं। इन छात्रों में दो छात्र गुजरात से है, दो हरियाणा व एक तमिलनाडु का रहने वाला है।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नाम लिखा चर्मेश शर्ना ने पत्र
उल्लेखनीय है कि यूक्रेन से हजारों भारतीय छात्र अपने वतन लौट आये, परन्तु युद्ध ग्रस्त क्षेत्र में पांच भारतीय छात्र फंसे रह गये। भारतीय दूतावास में कोई सुनवाई नहीं हुई, तो पीड़ित छात्रों ने गुरुवार को यूक्रेन से बूंदी में वीडियो भेजकर विदेश में संकटग्रस्त भारतीयों की सहायता के लिये कार्य करने वाले कांग्रेस नेता चर्मेश शर्मा से मदद मांगी। शर्मा ने इस मामले में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नाम राष्ट्रपति सचिवालय में याचिका दायर करते हुये भारत सरकार से छात्रों का जीवन बचाने की मांग की थी।शर्मा ने विदेश मंत्रालय में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री एस जयशंकर और विदेश सचिव हर्षवर्धन सिंगला के नाम अधिकृत शिकायत दर्ज करवाते हुये त्वरित कार्यवाही की मांग उठाई थी।

प्रशासनिक व्यवस्था हुई ठप्प, तो फंस गए भारतीय स्टूडेंट्स
बताया जा रहा है कि खेरसन में कई दिनों तक रूस और यूक्रेन की सेना में संघर्ष चलता रहा। इसके बाद यहां रूस की सेना का कब्जा हो गया है।लेकिन यूक्रेन सरकार के अंतर्गत जनता से जुड़े मूलभूत विषयों पर काम करने वाली प्रशासनिक व्यवस्था पूरी तरह से छिन्न भिन्न हो गयी है। इसमें गुजमरात जामनगर के भारतीय छात्र विवेक वादी और मिलन डोमड़िया और हरियाणा की तन्नु और सिमरन कौर और स्टूडेंट अरॉकिया राज तमिलनाडु फंस गए।

15 दिनों से भारतीय दूतावास से लगा रहे थे गुहार
यूक्रेन के खेरसन से छात्र विवेक वादी ने बताया कि वे पिछले 15 दिनों से भारतीय दूतावास से खेरसन से निकालने की गुहार लगा रहे हैं। भारत सरकार से कोई मदद नहीं मिल पाई। छात्र ने बताया कि भारतीय दूतावास के कर्मचारी फोन पर ही हमें बॉर्डर तक आने को कहकर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं, जबकि हम बॉर्डर तक कैसे आये, इसके लिये कोई सहयोग नहीं कर रहे हैं।

चर्मेश शर्मा बोले- सरकार जल्द के जल्द भारतीयों को निकाले बाहर
यूक्रेन में फंसे हुये भारतीय छात्रों की मदद में जुटे चर्मेश शर्मा ने कहा कि भारत सरकार को इस मामले में त्वरित कार्यवाही करते हुये खेरसन से पांचों भारतीय नागरिकों को शीघ्र सकुशल भारत लाना चाहिये। इस मामले में रूस व यूक्रेन दोनों सरकारों से समन्वय करते हुए सभी छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिये।

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