युवक ने मौत से पहले बता दिया कौन थे हमलावर, नेब सराय में दिनदहाड़े युवक की हत्या करने वाले पकड़े गए h3>
हॉस्पिटल के रास्ते में सचिन ने हमलावरों की जानकारी दी थी
उधर, घायल सचिन को जब परिवार वाले एम्स के ट्रामा सेंटर ले जा रहे थे, उस समय उसने बताया था कि उस पर देवराज और आयुष थापा ने हमला किया है। बाद में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इस मामले में एसीपी संगम विहार रामसुंदर की देखरेख में एसएचओ नेब सराय सुरेंद्र राणा, सब इंस्पेक्टर रामकिशन, हेड कॉन्स्टेबल कृष्ण कुमार, धनराज, पवन, संदीप, विक्रम और धर्मेंद्र की टीम ने सीसीटीवी फुटेज और टेक्निकल सर्विलांस के सहयोग से दोनों आरोपियों तक पहुंचने में कामयाब हुई।
बता दें,साउथ दिल्ली के नेब सराय थाना इलाके में सोमवार सुबह करीब 11 बजे युवक पर सरेआम चाकुओं से ताबड़तोड़ वार किया गया। वारदात मौके पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जिसमें दो लोग युवक के ऊपर चाकू के कई वार करते दिखाई दे रहे हैं। मामले में फरार दोनों आरोपियों की पुलिस तलाश कर रही है।
डीसीपी चंदन चौधरी ने बताया कि मृतक के परिजनों का कहना है कि उसके दोस्तों ने सचिन को हत्या के प्रयास के एक मामले में फंसा दिया था, उस मामले में वह कुछ समय के लिए जेल गया था। जनवरी में उसे जमानत मिल गई थी। परिजन उसे घर से बाहर नहीं निकलने देते थे, लेकिन सोमवार को यह घटना हो गई। पुलिस ने बताया कि मृतक का परिवार मूलरूप से सीतामढ़ी, बिहार का रहने वाला है। यह लोग यहां 23-24 साल पहले आकर बसे थे, परिवार प्लंबर का काम करता है। परिवार में माता-पिता के अलावा दो भाई और हैं। सोमवार सुबह सचिन घर से बाहर पनीर लेने गया था। रास्ते में उसे यह दोनों आरोपी मिल गए। जिन्होंने पहले सचिन से इधर-उधर की कुछ बातें की, फिर उसपर चाकुओं से हमला कर दिया। परिवार को इसका पता लगते ही सचिन को एम्स ट्रॉमा सेंटर ले गए। पुलिस का कहना है कि शायद यह वही आरोपी हैं, जिनके मामले में पिछले साल नवंबर-दिसंबर में सचिन और इसके कुछ दोस्तों के ऊपर हत्या के प्रयास के तहत मामला दर्ज हुआ था। उन लोगों ने बदला लेने की नीयत से शायद इस वारदात को अंजाम दिया।