‘मोदी, नीतीश, लालू के चेहरे पर न दें वोट’: प्रशांत किशोर बोले- अपने बच्चों का चेहरा देखकर उनकी शिक्षा, रोजगार के लिए सरकार चुनिए – Aurangabad (Bihar) News h3>
जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर सोमवार को ‘जन सुराज उद्घोष यात्रा’ के तहत एक दिवसीय दौरे पर औरंगाबाद पहुंचे। हसपुरा मोड़ शमशेरनगर, सिपहा मोड़, भखरुआ मोड़ चौक दाउदनगर, जिनौरिया चौक, अरंडा चौक, सादिकपुर-डिहरी चौक, कारा मोड़ सहित कई स्थानों पर लोगों
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प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में अधिकारी और नेता राशन कार्ड बनाने से लेकर जमीन की रसीद कटवाने तक के लिए रिश्वत लेते हैं। आम लोग परेशान हैं। अब तक आपने नीतीश, लालू और मोदी के चेहरे देखकर वोट दिया। मंदिर बनाने, पांच किलो राशन पाने, जातीय दंगा कराने और गुजरात का विकास देखकर नरेंद्र मोदी को वोट दिया। बिहार में बोलने की आजादी के लिए लालू यादव को वोट दिया। बिजली और सड़क के लिए नीतीश कुमार को वोट दिया। लेकिन कभी भी अपने बच्चों की शिक्षा और रोजगार के लिए वोट नहीं किया। इसी कारण बच्चों को न तो अच्छी शिक्षा मिली, न रोजगार।
‘अगली बार बिहार में जनता का राज स्थापित करें’
प्रशांत किशोर ने कहा कि अगली बार वोट लालू, नीतीश और मोदी के चेहरे पर नहीं, अपने बच्चों के भविष्य को देखकर दें। उन्होंने ओबरा की जनता से अपील की कि जो नेता उन्हें और उनके बच्चों को लूटते हैं, उन्हें वोट न दें। अगली बार अपने बच्चों के लिए वोट करें और बिहार में जनता का राज स्थापित करें।
प्रशांत किशोर ने नरेंद्र मोदी नीतीश कुमार और लालू यादव पर एक साथ निशाना साधते हुए कहा आप लोगों ने गुजरात का विकास देखकर वोट किया तो नरेंद्र मोदी पूरे देश के रुपए से गुजरात में फैक्ट्रियां लग रहे हैं। लाल यादव को बोलने की आजादी और जात देखकर वोट किया तो गांव-गांव में जातीय दंगा हो रहा है। नीतीश कुमार को सड़क और बिजली पानी के लिए वोट किया तो वो सब चींजे मिली, लेकिन आपने कभी भी अपने बच्चों के रोजगार और शिक्षा के लिए वोट नहीं किया तो आपके बच्चों को अब तक रोजगार और शिक्षा नहीं मिली।
प्रशांत किशोर का स्वागत करते समर्थक।
प्रशांत किशोर ने ओबरा की जनता से बड़ा वादा किया। कहा कि दिसंबर 2025 से 60 साल से अधिक उम्र के हर पुरुष और महिला को 2000 रुपए मासिक पेंशन दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इस साल छठ के बाद बिहार के युवाओं को 10-12 हजार रुपए की मजदूरी के लिए घर-परिवार छोड़कर बाहर नहीं जाना पड़ेगा। बिहार में ही रोजगार मिलेगा।
उन्होंने ऐलान किया कि जब तक सरकारी स्कूलों में सुधार नहीं होगा, तब तक 15 साल से कम उम्र के बच्चों को निजी स्कूलों में पढ़ाया जाएगा। उनकी फीस सरकार भरेगी। ताकि गरीब का बच्चा भी अंग्रेजी मीडियम स्कूल में पढ़ सके।