मैहर निर्भया कांडः मासूम से रेप के साथ हैवानियत की हद पार कर दी थी दरिंदों ने | Maihar Nirbhaya incident: The poor had crossed the limits of brutality | Patrika News h3>
सतनाPublished: Jul 30, 2023 01:57:40 pm
11 साल की मासूम जिसकी दिमागी समझ सामान्य बच्चों की अपेक्षा कम है… उसने उस एक रात में जो कुछ सहा और देखा उसे सामान्य शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है। मासूम को सबसे पहले देख कर अस्पताल तक ले जाने वाली अंजू ने घटना के बाद की मासूम की हालत बयां की है वह रूह कंपा देने वाला है…
साहब… वो मुझे सिर्फ लोवर में मिली थी। लोवर भी फटा था। पूरा लोवर ब्लड में भींगा हुआ था। लोवर के अलावा कोई भी कपड़ा पूरे शरीर में नहीं था। अधो वस्त्र भी नहीं थे। उसके गाल काटे हुए थे। ओंठ काटे हुए थे। पूरे शरीर में डंडों के निशान थे। पीठ पर घसीटने के निशान थे। पूरा शरीर फूला हुआ था। वो तो बस चल रही थी… मां शारदा की कृपा थी… वरना इतने में तो कोई जिंदा नहीं बचता…. यह कथन हैं अंजू वर्मा के जिसने मैहर अंधरा टोला निवासी 11 वर्षीय मासूम रेप पीड़िता को सबसे पहले न सिर्फ देखा बल्कि उसे गोद में उठा कर घर तक लाई, फिर पुलिस चौकी ले गई और वहां से अस्पताल तक पहुचाने में मदद की।
सतनाPublished: Jul 30, 2023 01:57:40 pm
11 साल की मासूम जिसकी दिमागी समझ सामान्य बच्चों की अपेक्षा कम है… उसने उस एक रात में जो कुछ सहा और देखा उसे सामान्य शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है। मासूम को सबसे पहले देख कर अस्पताल तक ले जाने वाली अंजू ने घटना के बाद की मासूम की हालत बयां की है वह रूह कंपा देने वाला है…
साहब… वो मुझे सिर्फ लोवर में मिली थी। लोवर भी फटा था। पूरा लोवर ब्लड में भींगा हुआ था। लोवर के अलावा कोई भी कपड़ा पूरे शरीर में नहीं था। अधो वस्त्र भी नहीं थे। उसके गाल काटे हुए थे। ओंठ काटे हुए थे। पूरे शरीर में डंडों के निशान थे। पीठ पर घसीटने के निशान थे। पूरा शरीर फूला हुआ था। वो तो बस चल रही थी… मां शारदा की कृपा थी… वरना इतने में तो कोई जिंदा नहीं बचता…. यह कथन हैं अंजू वर्मा के जिसने मैहर अंधरा टोला निवासी 11 वर्षीय मासूम रेप पीड़िता को सबसे पहले न सिर्फ देखा बल्कि उसे गोद में उठा कर घर तक लाई, फिर पुलिस चौकी ले गई और वहां से अस्पताल तक पहुचाने में मदद की।