मैंने इस पूर्व भारतीय पेसर को देखकर बहुत सीखा…जेम्स एंडरसन का बड़ा खुलासा, बुमराह-शमी को बताया वर्ल्ड क्लास बॉलर h3>
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आमतौर पर क्रिकेटर 40 साल की उम्र तक इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह देते हैं लेकिन इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन अलग ही मिट्टी के बने हैं। वह 41 साल की उम्र में भी सक्रिय हैं। एंडरनस इन दिनों भारत के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेल रहे हैं। एंडरसन को अब तक तीन मैच में मैदान पर उतरने का मौका मिला, जिसमें उन्होंने 7 विकेट चटकाए हैं। भारत ने सीरीज में 3-1 की अजेय बढ़त बना रखी है। एंडरसन ने एक बड़ा खुलासा किया है। इंग्लिश प्लेयर ने कहा कि उन्होंने भारत के पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज जहीर खान को देखकर बहुत सीखा है। उन्होंने साथ ही जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज को वर्ल्ड क्लास बॉलर बताया।
बता दें कि एंडरसन ने 2002 में इंटरनेशनल डेब्यू किया। उन्होंने 186 टेस्ट में 698 विकेट लिए हैं। वह सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज हैं। वहीं, एंडरसन सर्वाधिक टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबजों की लिस्ट में तीसरे नंबर पर हैं। एंडरसन से जब जियो सिनेमान पर इंटरव्यू के दौरान पिछले कुछ वर्षों में भारतीय पेस अटैक की क्वालिटी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ”बुमराह, शमी और सिराज के अलावा अनेक बेहतर गेंदबाज नहीं हैं। वे वर्ल्ड क्लास बॉलर हैं। आप इशांत शर्मा को भी इस फेहरिस्त में रखें और यह वाकई मजबूत गेंदबाजी आक्रमण है। मेरे लिए जहीर खान एक ऐसे गेंदबाज थे जिन्हें मैं बहुत देखा करता था और सीखने की कोशिश करता था। उन्होंने कैसे रिवर्स स्विंग का इस्तेमाल किया, जब वह बॉलिंग के लिए दौड़े तो उन्होंने गेंद को कैसे कवर किया, यह कुछ ऐसा है जो मैंने भारत में उनके खिलाफ कई बार खेलते हुए डेवलप करने की कोशिश की।”
क्या स्विंग बॉलिंग की कला खत्म हो रही है? एंडरसन ने इसके जवाब में कहा, ”मुझे नहीं लगता कि यह खत्म हो रही है। हाल के दिनों में सफेद गेंद वाले क्रिकेट के बढ़ने के कारण, फोकस गति में बदलाव और यॉर्कर जैसी विभिन्न गेंदों और इस तरह की चीजों पर केंद्रित हो गया है। लेकिन मेरे नजरिए से मौजूदा टेस्ट सीरीज में हमने देखा है कि स्विंग एक बड़ी भूमिका निभा सकती है। मुझे लगता है कि जिस तरह से बुमराह ने गेंदबाजी की, वो देखना अद्भुत था। दूसरे टेस्ट में वह रिवर्स स्विंग स्पेल आपके द्वारा देखे गए बेस्ट में से एक था। मुझे लगता है कि अभी भी लोग हैं जो यह स्किल सीखना चाहते हैं और यह करना आसान नहीं है।”
एंडरसन ने अन्य खेल के दिग्गजों से उम्र की तुलना पर कहा, ”हां, मुझे लगता है कि आप इस तरह की चीजों को देखते हैं, लेकिन ईमानदारी से कहूं तो मैं सिर्फ अपने और अपने शरीर के अनुभव के साथ चलता हूं। मुझे ऐसा नहीं लगता कि मैं 41 साल और 200 दिन का हूं। मैं अभी भी जवान महसूस करता हूं। मैं युवाओं जैसी ट्रेनिंग कर सकता हूं। मैं अभी भी उस गति से गेंदबाजी कर सकता हूं जो मैं चाहता हूं। मैं अभी भी वो स्किल डिलीवर कर सकता हूं, जो मैं चाहता हूं। तो मेरे लिए यह सबसे महत्वपूर्ण बात है। उम्र सिर्फ एक संख्या है और यह मेरी विचार प्रक्रिया से काफी अप्रासंगिक है।”
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आमतौर पर क्रिकेटर 40 साल की उम्र तक इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह देते हैं लेकिन इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन अलग ही मिट्टी के बने हैं। वह 41 साल की उम्र में भी सक्रिय हैं। एंडरनस इन दिनों भारत के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेल रहे हैं। एंडरसन को अब तक तीन मैच में मैदान पर उतरने का मौका मिला, जिसमें उन्होंने 7 विकेट चटकाए हैं। भारत ने सीरीज में 3-1 की अजेय बढ़त बना रखी है। एंडरसन ने एक बड़ा खुलासा किया है। इंग्लिश प्लेयर ने कहा कि उन्होंने भारत के पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज जहीर खान को देखकर बहुत सीखा है। उन्होंने साथ ही जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज को वर्ल्ड क्लास बॉलर बताया।
बता दें कि एंडरसन ने 2002 में इंटरनेशनल डेब्यू किया। उन्होंने 186 टेस्ट में 698 विकेट लिए हैं। वह सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज हैं। वहीं, एंडरसन सर्वाधिक टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबजों की लिस्ट में तीसरे नंबर पर हैं। एंडरसन से जब जियो सिनेमान पर इंटरव्यू के दौरान पिछले कुछ वर्षों में भारतीय पेस अटैक की क्वालिटी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ”बुमराह, शमी और सिराज के अलावा अनेक बेहतर गेंदबाज नहीं हैं। वे वर्ल्ड क्लास बॉलर हैं। आप इशांत शर्मा को भी इस फेहरिस्त में रखें और यह वाकई मजबूत गेंदबाजी आक्रमण है। मेरे लिए जहीर खान एक ऐसे गेंदबाज थे जिन्हें मैं बहुत देखा करता था और सीखने की कोशिश करता था। उन्होंने कैसे रिवर्स स्विंग का इस्तेमाल किया, जब वह बॉलिंग के लिए दौड़े तो उन्होंने गेंद को कैसे कवर किया, यह कुछ ऐसा है जो मैंने भारत में उनके खिलाफ कई बार खेलते हुए डेवलप करने की कोशिश की।”
क्या स्विंग बॉलिंग की कला खत्म हो रही है? एंडरसन ने इसके जवाब में कहा, ”मुझे नहीं लगता कि यह खत्म हो रही है। हाल के दिनों में सफेद गेंद वाले क्रिकेट के बढ़ने के कारण, फोकस गति में बदलाव और यॉर्कर जैसी विभिन्न गेंदों और इस तरह की चीजों पर केंद्रित हो गया है। लेकिन मेरे नजरिए से मौजूदा टेस्ट सीरीज में हमने देखा है कि स्विंग एक बड़ी भूमिका निभा सकती है। मुझे लगता है कि जिस तरह से बुमराह ने गेंदबाजी की, वो देखना अद्भुत था। दूसरे टेस्ट में वह रिवर्स स्विंग स्पेल आपके द्वारा देखे गए बेस्ट में से एक था। मुझे लगता है कि अभी भी लोग हैं जो यह स्किल सीखना चाहते हैं और यह करना आसान नहीं है।”
एंडरसन ने अन्य खेल के दिग्गजों से उम्र की तुलना पर कहा, ”हां, मुझे लगता है कि आप इस तरह की चीजों को देखते हैं, लेकिन ईमानदारी से कहूं तो मैं सिर्फ अपने और अपने शरीर के अनुभव के साथ चलता हूं। मुझे ऐसा नहीं लगता कि मैं 41 साल और 200 दिन का हूं। मैं अभी भी जवान महसूस करता हूं। मैं युवाओं जैसी ट्रेनिंग कर सकता हूं। मैं अभी भी उस गति से गेंदबाजी कर सकता हूं जो मैं चाहता हूं। मैं अभी भी वो स्किल डिलीवर कर सकता हूं, जो मैं चाहता हूं। तो मेरे लिए यह सबसे महत्वपूर्ण बात है। उम्र सिर्फ एक संख्या है और यह मेरी विचार प्रक्रिया से काफी अप्रासंगिक है।”