मेवाड़ की पन्ना धाय के त्याग और बलिदान की 500 साल पुरानीगाथा ढूंढाड़ में भी जीवंत होगी, पीहर पांडोली में भी बन रहा पैनोरमा – Jaipur News

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मेवाड़ की पन्ना धाय के त्याग और बलिदान की 500 साल पुरानीगाथा ढूंढाड़ में भी जीवंत होगी, पीहर पांडोली में भी बन रहा पैनोरमा – Jaipur News

मेवाड़ की पन्ना धाय के त्याग और बलिदान की 500 साल पुरानीगाथा ढूंढाड़ में भी जीवंत होगी, पीहर पांडोली में भी बन रहा पैनोरमा – Jaipur News

मेवाड़ की वीर बलिदानी पन्ना धाय के त्याग और बलिदान की गाथा मेवाड़ से निकलकर अब ढूंढाड़ तक पहुंचेगी। जयपुर में महारानी कॉलेज के सामने उनकी मूर्ति लगेगी। ग्रेटर नगर निगम ने यह काम हाथ में लिया है। पिछले महीने निगम की बैठक में इसका प्रस्ताव लेने के बाद प्र

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पन्ना धाय की यह मूर्ति अष्ट धातु की होगी। इसे वर्तमान में निगम के बाहर लगी अर्जुन की मूर्ति की तरह बनवाने की योजना बना रहे हैं। यह पहला अवसर होगा, जब करीब 500 साल पहले जन्मी पन्ना के बलिदान की गाथा मेवाड़ से बाहर निकलेगी। उनके पीहर (चित्तौड़गढ़ के पांडोली) में भी पन्ना का पैनोरमा बनाया जा रहा है। करीब 60 फीसदी काम हो चुका है।

बलिदान और शौर्य की गाथा युवा पीढ़ी तक पहुंचाना ही हमारा मकसद : सौम्या

ग्रेटर नगर निगम की मेयर सौम्या गुर्जर बतातीं हैैं, पन्ना के शौर्य और बलिदान की गाथा को हम भुला नहीं सकते। महारानी कॉलेज के सामने उनकी अष्ट धातु की मूर्ति लगवाने का प्रस्ताव लिया है। महारानी कॉलेज के बाहर उनकी मूर्ति लगवाने का मकसद यही है कि युवा पीढ़ी और खासकर लड़कियां उनके बलिदान और शौर्य की गाथा को समझें और उन्हें अपने आदर्श के तौर पर लें। इसी कार्यकाल में मूर्ति लगवाने की कोशिश है। जयपुर के प्रतापनगर में पन्नाधाय सर्कल है, जो देखरेख के अभाव में जीर्ण-शीर्ण हो रहा है। इसे सुधारने के लिए हाउसिंग बोर्ड को कई बार लिखा। अब पिछले दिनों ही मुख्यमंत्रीजी को पत्र दिया है। यह निगम को हैंडओवर कर दें तो हम बलिदान गाथा को लाइट एंड शो का प्लान बना सकते हैं।

पीहर पांडोली में दूसरी महिला सरपंच

पन्ना के गांव पांडोली में अभी प्रेमदेवी गुर्जर सरपंच है। वे यहां से गुर्जर समाज की पहली महिला सरपंच चुनी गई थीं। उनसे पहले भी यहां महिला सरपंच रह चुकी है। पूर्व सरपंच गौरीलाल गुर्जर बताते हैं कि गांव में पन्ना का पैनोरमा बनाने से उनके इतिहास से युवा पीढ़ी भी रूबरू हो पाएगी। पथिक सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महावीर पोसवाल बताते हैं कि पिछले साल पथिक सेना ने जयपुर में उनकी मूर्ति लगवाने के लिए पत्र मेयर को दिया था। उनका कहना है कि पन्ना का इतिहास मेवाड़ के बाद सिर्फ ढूंढ़ाड ही नहीं जबकि प्रदेश के हर जिले में पहुंचाना चाहिए ताकि युवा पीढ़ी और महिलाएं उनके बलिदान व त्याग से प्रेरित हो सकें। आईएएस टीसी बोहरा ने वर्ष 2019 में पन्नाधाय पर पुस्तक लिखी।

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