मेला माघी संपन्न: मुक्तसर में चालीस मुक्तों की याद में सजाया गया भव्य नगर कीर्तन, उमड़ी संगत

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मेला माघी संपन्न: मुक्तसर में चालीस मुक्तों की याद में सजाया गया भव्य नगर कीर्तन, उमड़ी संगत

मेला माघी संपन्न: मुक्तसर में चालीस मुक्तों की याद में सजाया गया भव्य नगर कीर्तन, उमड़ी संगत


मुक्तसर में निकाला नगर कीर्तन
– फोटो : संवाद

विस्तार


मुक्तसर के दशम पातशाह श्री गुरु गोबिंद सिंह महाराज के चालीस मुक्तों की याद को समर्पित मेला माघी बुधवार को नगर कीर्तन निकाले जाने के साथ ही रवायती तौर पर संपन्न हो गया। नगर कीर्तन में बड़ी गिनती में संगत उमड़ी। 

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आसमान सतनाम वाहेगुरु, जो बोले सो निहाल, सतश्री अकाल के जयकारों से गूंज उठा। धार्मिक मेला नगर कीर्तन के साथ ही बेशक संपन्न हो गया है, मगर मलोट रोड पर अभी करीब दो माह मनोरंजन मेला चलता रहने के कारण लोगों की भीड़ मुक्तसर में जुटी रहेगी।

मेले माघी के रवायती तौर पर समापन मौके गुरुद्वारा साहिब प्रबंधक कमेटी की ओर से शहर में भव्य नगर कीर्तन सजाया गया। ये नगर कीर्तन गुरुद्वारा साहिब के नाका नंबर 4 से श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की छतर-छाया एवं पांच प्यारों की अगुवाई में प्रारंभ हुआ। नगर कीर्तन के प्रारंभ होने से पूर्व मुख्य ग्रंथी भाई जगबीर सिंह द्वारा अरदास की गई। उसके उपरांत नगर कीर्तन शहर के विभिन्न बाजारों से होता हुआ गुरुद्वारा टिब्बी साहिब एवं गुरुद्वारा दातनसर साहिब पहुंचा। जहां संगतों द्वारा नतमस्तक होने के उपरांत ये नगर कीर्तन वापिस गुरुद्वारा श्री दरबार साहिब पहुंचकर संपन्न हुआ। 

नगर कीर्तन में सबसे आगे संगत नंगे पांव सड़क पर झाड़ू लगाते चल रहे थे। उनके पीछे बैंड पार्टियां मनमोहक धुनें बजा रही थीं। गतका टीमों द्वारा गतके के करतब दिखाए जा रहे थे। रागी ढ़ाडी जत्था संगतों को कीर्तन से निहाल कर रहा था। पैराग्लाइडर के द्वारा जहां नगर कीर्तन पर रंग-बिरंगी पत्तियां बरसाई जा रही थीं, जो आकर्षण का केंद्र बना हुआ था। वहीं पुष्पवर्षा कर विभिन्न जगह नगर कीर्तन का स्वागत हुआ। पालकी साहिब के दर्शनों को संगत उमड़ती नजर आ रही थी। नगर कीर्तन दौरान पुलिस प्रशासन द्वारा भारी सुरक्षा प्रबंध किए गए थे। जगह-जगह अनेकों प्रकार के लंगर चलते रहे। उधर, गुरुद्वारा तंबू साहिब में इच्छुक संगतों को अमृतपान भी कराया गया। मेला माघी के समापन मौके भी बड़ी गिनती में संगत गुरुद्वारा श्री दरबार साहिब के पवित्र सरोवर में स्नान करने पहुंची और गुरु घर का आशीर्वाद पाया। गुरुद्वारा साहिब में दिन भर समागम चलते रहे। 

महला निकाल निहंग-सिंहों ने किया शौर्य एवं शक्ति प्रदर्शन

एक तरफ जहां गुरुद्वारा साहिब प्रबंधक कमेटी की ओर से मेला माघी के समापन मौके नगर कीर्तन सजाया गया। वहीं, दूसरी ओर विभिन्न राज्यों से आए निहंग सिंहों ने महला निकाल अपने शौर्य एवं शक्ति का प्रदर्शन किया। इस दौरान जहां हाथी-घोड़ों पर सवार निहंग सिंह आकर्षण का केंद्र बने रहे। वहीं हथियारों, बंदूकों व शस्त्रों सहित महला निकाल रहे निहंग भी लोगों का ध्यान अपनी ओर खिंच रहे थे। बता दें कि गुरु की लाडली फौज के नाम से प्रसिद्ध ये निहंग सिंह दो दिन मेले में अपनी शक्ति व शौर्य का प्रदर्शन करने के बाद माघी संपन्न होने पर 16 जनवरी से अपने-अपने शहरों व राज्यों को लौटने शुरु हो जाएंगे।

संगतों ने नूरदीन की मजार पर बरसाए जूते

गुरुद्वारा श्री दातनसर साहिब के पास स्थित नूरदीन की कब्र पर संगत जूते मारने भी पहुंची। संगतों ने जहां पहले जाते ही नूरदीन की कब्र पर जूते बरसाए। फिर गुरुद्वारा श्री दातनसर साहिब में नतमस्तक हुए। कहते हैं कि इस जगह पर जब गुरु गोबिंद सिंह जी दातुन कर रहे थे, तब नूरदीन ने पीछे से बरछे से उन पर वार करना चाहा था। गुरु जी ने अपना बचाव करते हुए हाथ में पकड़े लोटे से ही वार कर उसे मार गिराया था। तब से इस जगह पर मेला माघी पर संगतों का हुजूम नूरदीन की मजार पर पहुंचता है और जमकर जूते बरसाते हुए गुरु जी प्रति अपनी श्रद्धा प्रकट करता है।

मलोट रोड मनोरंजन मेला भी हुआ शुरु

मेला माघी के दूसरे दिन मलोट रोड पर मनोरंजन मेला ग्राउंड व आस-पास भी खूब रौनक लगी रही। हालांकि पिछले कुछ दिन पहले बरसात ने मेला ग्राउंड को धो डाला था और सारे ग्राउंड में पानी ही पानी व कीचड़ जमा हो गया था, मगर अब दो दिनों से धूप खिलने पर मनोरंजन मेला की शुरुआत हो गई है। बुधवार को मेला ग्राउंड में भीड़ उमड़ी नजर आ रही थी। मनोरंजन मेले में इस बार अनेकों नई आइटमें आई हुई हैं। जिनमें बुर्ज खलीफा, लंदन ब्रिज और माउंटेन ऑफ उत्तराखंड आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। 

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