मेरीकॉम ने रिंग ड्रेस को लेकर उठाया सवाल, कहा- फाइट शुरू होने से 1 मिनट पहले ड्रेस बदली

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मेरीकॉम ने रिंग ड्रेस को लेकर उठाया सवाल, कहा- फाइट शुरू होने से 1 मिनट पहले ड्रेस बदली


मेरीकॉम ने रिंग ड्रेस को लेकर उठाया सवाल, कहा- फाइट शुरू होने से 1 मिनट पहले ड्रेस बदली

नई दिल्ली
तोक्यो ओलंपिक में पदक की सबसे बड़ी दावेदार एमसी मेरीकॉम प्री-क्वार्टर फाइनल मुकाबले में हारकर बाहर हो गईं। मेरीकॉम ने खराब अंपायरिंग के लिए पहले अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति को जिम्मेदार ठहराया उसके बाद उन्होंने ऐन वक्त पर उनकी ड्रेस बदलने को लेकर भी सवाल किए हैं।

ड्रेस रिंग को लेकर सवाल
6 बार की विश्व विजेता मुक्केबाज एमसी. मैरीकॉम (MC Mary Kom) ने शुक्रवार सुबह मैरीकॉम की ओर से ट्वीट कर बताया कि मैच शुरू होने से चंद मिनट पहले उन्हें ड्रेस बदलने को कहा गया था। एमसी. मैरीकॉम ने अपने ट्वीट में कहा, ‘चौंकाने वाला है, क्या कोई एक्सप्लेन कर सकता है कि रिंग की ड्रेस क्या होगी। मुझे प्री-क्वार्टर की बाउट शुरू होने से एक मिनट पहले ही रिंग ड्रेस बदलने को कहा गया।

टास्क फोर्स को बताया जिम्मेदार
छह बार की विश्व चैम्पियन एम सी मेरी कॉम ने गुरुवार को अपने फ्लाईवेट (51 किग्रा) प्री क्वॉर्टर फाइनल में ‘खराब फैसलों’ के लिए अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति (आईओसी) के मुक्केबाजी कार्यबल (बॉक्सिंग टास्क फोर्स) को जिम्मेदार ठहराया है। फाइट में तीन में से दो राउंड जीतने के बावजूद उन्हें हार का सामना करना पड़ा। आईओसी द्वारा अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (एआईबीए) के कथित कुशासन और वित्तीय गड़बड़ी के लिए प्रतिबंधित किए जाने के बाद कार्यबल ही तोक्यो में मुक्केबाजी प्रतियोगिता आयोजित कर रहा है।

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फैसले को लेकर सवाल
मेरी कॉम ने कोलंबिया की इंग्रिट वालेंसिया से प्री क्वॉर्टर फाइनल में हार के बाद कहा, ‘मैं नहीं जानती और इस फैसले को नहीं समझ सकती, कार्यबल के साथ क्या गड़बड़ है? आईओसी के साथ क्या गड़बड़ है?’ मेरी कॉम ने कहा, ‘मैं भी कार्यबल की एक सदस्य थी। मैं साफ सुथरी प्रतियोगिता सुनिश्चित करने के लिए उन्हें सुझाव भी दे रही थी और उनका सहयोग भी कर रही थी। लेकिन उन्होंने मेरे साथ क्या किया?’
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रिंग के अंदर खुश थी मैं क्योंकि मुझे पता था कि जीत मेरी हुई- मेरीकॉम
उन्होंने कहा, ‘मैं रिंग के अंदर भी खुश थी, जब मैं बाहर आयी, मैं खुश थी क्योंकि मेरे दिमाग में था कि मैं जानती थी कि मैं जीत गयी थी। जब वे मुझे डोपिंग के लिए ले गए तो भी मैं खुश थी। जब मैंने सोशल मीडिया में देखा और मेरे कोच (छोटे लाल यादव ने मुझे दोहराकर बताया) तो मुझे अहसास हुआ कि मैं हार गयी थी।’ मेरी कॉम ने कहा, ‘मैंने पहले इस मुक्केबाज को दो बार हराया है। मैं विश्वास ही नहीं कर सकी कि रैफरी ने उसका हाथ उठाया था। कसम खाती हूं कि मुझे अहसास ही नहीं हुआ कि मैं हार गयी थी, मुझे इतना भरोसा था।’

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फैसले के खिलाफ नहीं जा सकती थी- मेरीकॉम
उन्होंने कहा, ‘सबसे खराब बात है कि फैसले की समीक्षा या विरोध नहीं दर्ज करा सकते। ईमानदारी से कहूं तो मुझे भरोसा है कि दुनिया ने देखा होगा, उन्होंने जो कुछ किया, यह कुछ ज्यादा ही है।’ उन्होंने कहा, ‘मुझे दूसरे राउंड में सर्वसम्मति से जीतना चाहिए था, तो यह 3-2 कैसे था?’ आईओसी के मुक्केबाजी कार्यबल ने इस बार अधिक पारदर्शिता वाले फैसलों का वादा किया था क्योंकि एमेच्योर मुक्केबाजी की 2016 रियो ओलिंपिक में गलत फैसलों की काफी आलोचना हुई थी। जिसके बाद 36 अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया था।



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