मुजफ्फरनगर का नाम बदलकर ‘लक्ष्मीनगर हों’: बागेश्वर बाबा धीरेंद्र शास्त्री ने उठाई मांग, कहा, ‘औरंगजेब, बाबर और मुगलों का नामोनिशान न हो’ – Muzaffarnagar News

5
मुजफ्फरनगर का नाम बदलकर ‘लक्ष्मीनगर हों’:  बागेश्वर बाबा धीरेंद्र शास्त्री ने उठाई मांग, कहा, ‘औरंगजेब, बाबर और मुगलों का नामोनिशान न हो’ – Muzaffarnagar News

मुजफ्फरनगर का नाम बदलकर ‘लक्ष्मीनगर हों’: बागेश्वर बाबा धीरेंद्र शास्त्री ने उठाई मांग, कहा, ‘औरंगजेब, बाबर और मुगलों का नामोनिशान न हो’ – Muzaffarnagar News

वरुण शर्मा | मुजफ्फरनगर24 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

मुजफ्फरनगर में शनिवार देर शाम बागेश्वर बाबा धीरेंद्र शास्त्री एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत में कई अहम मुद्दों पर अपनी राय रखी। धीरेंद्र शास्त्री ने मुजफ्फरनगर का नाम बदलकर मां भगवती आदि शक्ति श्री लक्ष्मी माता के नाम पर “लक्ष्मी नगर” करने की मांग उठाई। साथ ही उन्होंने औरंगजेब और मुगलों के इतिहास को लेकर भी तीखी टिप्पणी की।

धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, “हम मुजफ्फरनगर वासियों से प्रार्थना करते हैं कि इस बार हनुमान जन्मोत्सव यात्रा निकालकर मुजफ्फरनगर का नाम बदलकर लक्ष्मी नगर करने का संकल्प लिया जाए।” उन्होंने आगे कहा कि भारत में औरंगजेब, बाबर और मुगलों की एक भी औलाद का नामोनिशान नहीं रहना चाहिए, क्योंकि ये देश को तोड़ने वाले थे। शुक्रताल तीर्थ का जिक्र करते हुए उन्होंने इसे कथा वाचकों और व्यास परंपरा के लिए प्रसिद्ध बताया और कहा कि भविष्य में वे वहां कथा सुनाने भी जाएंगे।

मेरठ हत्याकांड पर टिप्पणी मेरठ में हाल ही में हुए सौरभ राजपूत हत्याकांड पर बोलते हुए धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, “मेरठ का ब्लू ड्रामा बड़ा फेमस हो गया है। जहां बरसात नहीं होती, वहां फसलें खराब हो जाती हैं और जहां संस्कार नहीं रहते, वहां नस्लें खराब हो जाती हैं।” उन्होंने टीवी सीरियलों और पाश्चात्य संस्कृति को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया। उनके मुताबिक, “इनके कारण बिगड़ैल औलाद पैदा हो रही है, जिससे ऐसे कांड बढ़ रहे हैं।” युवाओं को सलाह देते हुए उन्होंने कहा, “सफलता पानी है तो नशा, नींद और नारी से दूर रहें।”

हिंदू राष्ट्र और सरकार पर निर्भरता धीरेंद्र शास्त्री ने यह भी कहा कि वे सरकार पर निर्भर नहीं हैं। “न्याय के लिए सरकार को देखना पड़ता है, लेकिन हम 100 करोड़ हिंदुओं के दिलों में हिंदू राष्ट्र चाहते हैं। हमारी अपनी पार्टी है- बजरंगबली की।” उन्होंने कानून-व्यवस्था को लेकर कहा कि यह ऊपर-नीचे चलती रहती है, लेकिन मुजफ्फरनगर में उनकी कथा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था अच्छी रही और इसे और बेहतर करने की जरूरत है।

संस्कारों की कमी पर चिंता उन्होंने मौजूदा समय में घटते संस्कारों पर चिंता जताई और कहा कि रामचरितमानस से दूरी और टीवी सीरियलों का प्रभाव इसके मुख्य कारण हैं। “यही वजह है कि अपराध बढ़ रहे हैं। बच्चों को समझना होगा कि सफलता के लिए गलत रास्तों से बचना जरूरी है।” इसके बाद उन्होंने बताया कि अब उन्हें हरिद्वार जाना है, जहां श्रद्धालुओं की दक्षिणा मिलने पर वे जल्द ही कथा करेंगे।

उत्तर प्रदेश की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Uttar Pradesh News