मुकेश सहनी की बर्खास्तगी पर राज्यपाल की मुहर, VIP चीफ ना घर के रहे ना घाट के, अब क्या करेंगे ‘सन ऑफ मल्लाह’ h3>
पटना : वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी (Mukesh Sahani Sacked Bihar Cabinet) को आखिरकार नीतीश कुमार मंत्रिमंडल (Nitish Kumar) से बर्खास्त कर दिया गया। बीजेपी की अनुशंसा पर सीएम ने रविवार को कैबिनेट मंत्री मुकेश सहनी हटाने का फैसला लिया। मुख्यमंत्री ने राज्यपाल से मत्स्य और पशुपालन मंत्री सहनी को मंत्रिमंडल से निष्कासित करने की सिफारिश की। जिस पर रविवार रात राज्यपाल फागू चौहान ने मुहर लगा दी। इस कार्रवाई के बाद अब खुद को सन ऑफ मल्लाह कहने वाले मुकेश सहनी की आगे की क्या रणनीति होगी देखना दिलचस्प होगा।
मुकेश सहनी पर एक्शन, अब नहीं रहे मंत्री
मुकेश सहनी पर कार्रवाई का अंदेशा यूपी चुनाव के दौरान से ही लगने लगा था। जिस तरह से वीआईपी चीफ ने बीजेपी के खिलाफ दावेदारी का ऐलान किया था उससे पार्टी नेतृत्व बेहद खफा था। यही नहीं मुजफ्फरपुर की बोचहां सीट पर भी बीजेपी ने उम्मीदवार उतारे तो पार्टी ने वीआईपी मुखिया से सपोर्ट की अपील की थी। हालांकि, मुकेश सहनी ने बोचहां विधानसभा उपचुनाव में भी गीता देवी को टिकट दे दिया। मुकेश सहनी और बीजेपी के बीच बढ़ती तनातनी से यह तय माना जा रहा था कि अब मुकेश सहनी, नीतीश मंत्रिमंडल में ज्यादा समय के मेहमान नहीं हैं।
सीएम की सिफारिश पर राज्यपाल ने लगाई मुहर
यूपी चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर बार-बार हमला करने के कारण बॉलीवुड के पूर्व सेट डिजाइनर सहनी से बीजेपी काफी नाराज थी। सहनी की पार्टी ने उत्तर प्रदेश में 50 से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। खुद को ‘सन ऑफ मल्लाह’ कहने वाले सहनी को पिछले हफ्ते तब बड़ा झटका लगा जब वीआईपी के तीनों विधायक पाला बदलते हुए बीजेपी में शामिल हो गए।
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लखनऊ में मुकेश सहनी पर कार्रवाई का लिया गया फैसला
इसी के बाद मुकेश सहनी पर एक्शन की चर्चा चल रही थी। ये भी माना जा रहा कि हाल ही में लखनऊ में हुए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के शपथ समारोह में ही सहनी पर कार्रवाई का फैसला लिया गया। शपथ समारोह में सीएम नीतीश कुमार, दोनों डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद और रेणू देवी शामिल हुई थीं। इस दौरान लखनऊ में पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत पार्टी के दिग्गज नेता मौजूद थे। ऐसा माना जा रहा कि वहीं बीजेपी नेतृत्व ने नीतीश कुमार से सहनी पर कार्रवाई को लेकर अपनी बात रखी। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने ये कार्रवाई की।
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मुकेश सहनी पर एक्शन, अब नहीं रहे मंत्री
मुकेश सहनी पर कार्रवाई का अंदेशा यूपी चुनाव के दौरान से ही लगने लगा था। जिस तरह से वीआईपी चीफ ने बीजेपी के खिलाफ दावेदारी का ऐलान किया था उससे पार्टी नेतृत्व बेहद खफा था। यही नहीं मुजफ्फरपुर की बोचहां सीट पर भी बीजेपी ने उम्मीदवार उतारे तो पार्टी ने वीआईपी मुखिया से सपोर्ट की अपील की थी। हालांकि, मुकेश सहनी ने बोचहां विधानसभा उपचुनाव में भी गीता देवी को टिकट दे दिया। मुकेश सहनी और बीजेपी के बीच बढ़ती तनातनी से यह तय माना जा रहा था कि अब मुकेश सहनी, नीतीश मंत्रिमंडल में ज्यादा समय के मेहमान नहीं हैं।
सीएम की सिफारिश पर राज्यपाल ने लगाई मुहर
यूपी चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर बार-बार हमला करने के कारण बॉलीवुड के पूर्व सेट डिजाइनर सहनी से बीजेपी काफी नाराज थी। सहनी की पार्टी ने उत्तर प्रदेश में 50 से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। खुद को ‘सन ऑफ मल्लाह’ कहने वाले सहनी को पिछले हफ्ते तब बड़ा झटका लगा जब वीआईपी के तीनों विधायक पाला बदलते हुए बीजेपी में शामिल हो गए।
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लखनऊ में मुकेश सहनी पर कार्रवाई का लिया गया फैसला
इसी के बाद मुकेश सहनी पर एक्शन की चर्चा चल रही थी। ये भी माना जा रहा कि हाल ही में लखनऊ में हुए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के शपथ समारोह में ही सहनी पर कार्रवाई का फैसला लिया गया। शपथ समारोह में सीएम नीतीश कुमार, दोनों डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद और रेणू देवी शामिल हुई थीं। इस दौरान लखनऊ में पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत पार्टी के दिग्गज नेता मौजूद थे। ऐसा माना जा रहा कि वहीं बीजेपी नेतृत्व ने नीतीश कुमार से सहनी पर कार्रवाई को लेकर अपनी बात रखी। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने ये कार्रवाई की।