मुंबई व दिल्ली से तीन घंटे विलंब से पहुंचे विमान h3>
दरभंगा। विमानों की लेटलतीफी और ऐन मौके पर उड़ानों को रद्द किए जाने से यात्रियों की परेशानी बढ़ती जा रही है। विमानों को रद्द किए जाने से विकल्प के अभाव में यात्री पटना एयरपोर्ट का रुख करने लगे हैं। सोमवार को भी कई उड़ानों की लेटलतीफी की वजह से यात्रियों को परेशान होना पड़ा। मुंबई से सुबह 10.05 बजे दरभंगा आने वाला विमान करीब तीन घंटे विलंब से पहुंचा। वहीं, नई दिल्ली से पहली फ्लाइट दोपहर 12.45 के बजाय 03.56 बजे दरभंगा एयरपोर्ट पर पहुंची। वह शाम में 4.31 बजे यहां से दिल्ली के लिए रवाना हुई। दिल्ली से दोपहर 3.15 बजे आने वाली फ्लाइट 3.48 बजे दरभंगा एयरपोर्ट पहुंची। शाम 4.31 बजे वह यहां से रवाना हुई। कई दिनों बाद दरभंगा एयरपोर्ट से सभी विमानों का परिचालन हुआ। दिल्ली और मुंबई से उड़ानों के घंटों लेट पहुंचने से दरभंगा एयरपोर्ट पर यात्रियों के बीच अफरातफरी मची रही। इस आशंका में कि कहीं ऐन मौके पर उड़ानों को तो रद्द नहीं किया जाएगा। हालांकि विमानों के टेक ऑफ करने के बाद यात्रियों ने राहत की सांस ली। रविवार को मुंबई की उड़ान रद्द किए जाने से यात्रियों ने दरभंगा एयरपोर्ट पर हंगामा किया था।
मुंबई जाने के लिए अपने रिश्तेदार को एयरपोर्ट पर छोड़ने सोमवार को अररिया से पहुंचे अमन कुमार ने बताया कि फ्लाइट की लेटलतीफी से काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। दरभंगा एयरपोर्ट पर समय पर पहुंचने के लिए अलसुबह घर से निकले। यहां आने पर पता चला कि फ्लाइट में काफी विलंब है। ऐन मौके पर फ्लाइट रद्द किए जाने को लेकर मन में हमेशा डर बैठा रहता है।
यात्रियों की बड़ी संख्या को लेकर पूर्व में सुर्खियों में रहने वाले एयरपोर्ट से विमानों की संख्या नहीं बढ़ाये जाने से रेवेन्यू की भी भारी क्षति हो रही है। कई महीने पूर्व बेंगलुरु की फ्लाइट रद्द किए जाने के बाद अभी तक दोबारा परिचालन नहीं शुरू होने को लेकर भी यात्री सवाल उठा रहे हैं। यात्रियों की बड़ी संख्या के बावजूद दरभंगा एयरपोर्ट से फ्लाइट कम कर दिए जाने से यात्री परेशान हैं। बता दें कि दरभंगा एयरपोर्ट की सफलता से लोगों को उम्मीद थी कि यहां से विमानों की संख्या में इजाफा किया जाएगा। कई अन्य विमानन कंपनियों को भी यहां से स्लॉट दिया जायेगा, पर ऐसा नहीं हो सका। एक कंपनी को समर शेड्यूल में दिल्ली व दरभंगा के बीच परिचालन के लिए स्लॉट दिया गया था, लेकिन उस कंपनी की ओर से अभी तक विमानों का परिचालन शुरू नहीं किया गया है।
दिवाली और छठ में घर आने वाले हैं सशंकित
दिवाली और छठ में परदेस से घर आने के लिए काफी ऊंची दरों पर यात्री टिकट बुक करा रहे हैं। मुंबई और दिल्ली से दरभंगा आने वाली सभी ट्रेनों में सीटें अभी से ही फुल हो चुकी हैं। फ्लाइट का भाड़ा अभी से ही आसमान छूने लगा है। लोग त्योहार में समय पर घर पहुंचने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने में जुटे हैं। समय नजदीक आते ही फ्लाइट का भाड़ा लोगों की पहुंच के बाहर हो सकता है। हालांकि टिकट बुक कराने के बाद भी लोग इसे लेकर सशंकित हैं कि अगर ऐन मौके पर फ्लाइट रद्द कर दी जाती है तो त्योहार में घर पहुंचना मुश्किल हो जायेगा। मिश्रटोला के आलोक कुमार ने बताया कि उनका बेटा कोटा में कोचिंग करता है। दिवाली की छुट्टी में उसे घर आना है। दिल्ली से दरभंगा की फ्लाइट में टिकट बुक करा दी गई है। लेकिन इस बात का डर सता रहा है कि फ्लाइट अगर रद्द कर दी जाती है तो उसे काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा।
दरभंगा एयरपोर्ट पर लगातार घट रही यात्रियों की संख्या
विमानों की संख्या घटने से दरभंगा एयरपोर्ट पर आवागमन करने वाले यात्रियों की संख्या में भारी कमी आ रही है। यात्रियों की संख्या को लेकर लगातार सुर्खियों में रहने के बावजूद विमानों की संख्या बढ़ने के बजाय घट रही है। पूर्व में रोज औसतन 25 सौ से अधिक यात्री दरभंगा एयरपोर्ट से आवागमन करते थे। लेकिन इन दिनों यात्रियों की संख्या 15 सौ के पार भी नहीं जा पा रही है। दरभंगा एयरपोर्ट से 22 अगस्त को 10 विमानों का परिचालन हुआ था। इनमें 1261 लोगों ने यात्रा की थी। वहीं, 23 को आठ उड़ानों में 986,24 यात्री, 24 को 10 उड़ानों में 1334 यात्री, 25 को 10 उड़ानों में 1254 यात्री, 26 को आठ उड़ानों में 1031 यात्री, 27 को आठ उड़ानों में 1015 यात्री, 28 को आठ उड़ानों में 1060 यात्री और 30 अगस्त को आठ उड़ानों में 946 यात्रियों ने यात्रा की। छह अगस्त को कई उड़ानों को रद्द किए जाने से यात्रियों की संख्या मात्र 745 थी।
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दरभंगा। विमानों की लेटलतीफी और ऐन मौके पर उड़ानों को रद्द किए जाने से यात्रियों की परेशानी बढ़ती जा रही है। विमानों को रद्द किए जाने से विकल्प के अभाव में यात्री पटना एयरपोर्ट का रुख करने लगे हैं। सोमवार को भी कई उड़ानों की लेटलतीफी की वजह से यात्रियों को परेशान होना पड़ा। मुंबई से सुबह 10.05 बजे दरभंगा आने वाला विमान करीब तीन घंटे विलंब से पहुंचा। वहीं, नई दिल्ली से पहली फ्लाइट दोपहर 12.45 के बजाय 03.56 बजे दरभंगा एयरपोर्ट पर पहुंची। वह शाम में 4.31 बजे यहां से दिल्ली के लिए रवाना हुई। दिल्ली से दोपहर 3.15 बजे आने वाली फ्लाइट 3.48 बजे दरभंगा एयरपोर्ट पहुंची। शाम 4.31 बजे वह यहां से रवाना हुई। कई दिनों बाद दरभंगा एयरपोर्ट से सभी विमानों का परिचालन हुआ। दिल्ली और मुंबई से उड़ानों के घंटों लेट पहुंचने से दरभंगा एयरपोर्ट पर यात्रियों के बीच अफरातफरी मची रही। इस आशंका में कि कहीं ऐन मौके पर उड़ानों को तो रद्द नहीं किया जाएगा। हालांकि विमानों के टेक ऑफ करने के बाद यात्रियों ने राहत की सांस ली। रविवार को मुंबई की उड़ान रद्द किए जाने से यात्रियों ने दरभंगा एयरपोर्ट पर हंगामा किया था।
मुंबई जाने के लिए अपने रिश्तेदार को एयरपोर्ट पर छोड़ने सोमवार को अररिया से पहुंचे अमन कुमार ने बताया कि फ्लाइट की लेटलतीफी से काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। दरभंगा एयरपोर्ट पर समय पर पहुंचने के लिए अलसुबह घर से निकले। यहां आने पर पता चला कि फ्लाइट में काफी विलंब है। ऐन मौके पर फ्लाइट रद्द किए जाने को लेकर मन में हमेशा डर बैठा रहता है।
यात्रियों की बड़ी संख्या को लेकर पूर्व में सुर्खियों में रहने वाले एयरपोर्ट से विमानों की संख्या नहीं बढ़ाये जाने से रेवेन्यू की भी भारी क्षति हो रही है। कई महीने पूर्व बेंगलुरु की फ्लाइट रद्द किए जाने के बाद अभी तक दोबारा परिचालन नहीं शुरू होने को लेकर भी यात्री सवाल उठा रहे हैं। यात्रियों की बड़ी संख्या के बावजूद दरभंगा एयरपोर्ट से फ्लाइट कम कर दिए जाने से यात्री परेशान हैं। बता दें कि दरभंगा एयरपोर्ट की सफलता से लोगों को उम्मीद थी कि यहां से विमानों की संख्या में इजाफा किया जाएगा। कई अन्य विमानन कंपनियों को भी यहां से स्लॉट दिया जायेगा, पर ऐसा नहीं हो सका। एक कंपनी को समर शेड्यूल में दिल्ली व दरभंगा के बीच परिचालन के लिए स्लॉट दिया गया था, लेकिन उस कंपनी की ओर से अभी तक विमानों का परिचालन शुरू नहीं किया गया है।
दिवाली और छठ में घर आने वाले हैं सशंकित
दिवाली और छठ में परदेस से घर आने के लिए काफी ऊंची दरों पर यात्री टिकट बुक करा रहे हैं। मुंबई और दिल्ली से दरभंगा आने वाली सभी ट्रेनों में सीटें अभी से ही फुल हो चुकी हैं। फ्लाइट का भाड़ा अभी से ही आसमान छूने लगा है। लोग त्योहार में समय पर घर पहुंचने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने में जुटे हैं। समय नजदीक आते ही फ्लाइट का भाड़ा लोगों की पहुंच के बाहर हो सकता है। हालांकि टिकट बुक कराने के बाद भी लोग इसे लेकर सशंकित हैं कि अगर ऐन मौके पर फ्लाइट रद्द कर दी जाती है तो त्योहार में घर पहुंचना मुश्किल हो जायेगा। मिश्रटोला के आलोक कुमार ने बताया कि उनका बेटा कोटा में कोचिंग करता है। दिवाली की छुट्टी में उसे घर आना है। दिल्ली से दरभंगा की फ्लाइट में टिकट बुक करा दी गई है। लेकिन इस बात का डर सता रहा है कि फ्लाइट अगर रद्द कर दी जाती है तो उसे काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा।
दरभंगा एयरपोर्ट पर लगातार घट रही यात्रियों की संख्या
विमानों की संख्या घटने से दरभंगा एयरपोर्ट पर आवागमन करने वाले यात्रियों की संख्या में भारी कमी आ रही है। यात्रियों की संख्या को लेकर लगातार सुर्खियों में रहने के बावजूद विमानों की संख्या बढ़ने के बजाय घट रही है। पूर्व में रोज औसतन 25 सौ से अधिक यात्री दरभंगा एयरपोर्ट से आवागमन करते थे। लेकिन इन दिनों यात्रियों की संख्या 15 सौ के पार भी नहीं जा पा रही है। दरभंगा एयरपोर्ट से 22 अगस्त को 10 विमानों का परिचालन हुआ था। इनमें 1261 लोगों ने यात्रा की थी। वहीं, 23 को आठ उड़ानों में 986,24 यात्री, 24 को 10 उड़ानों में 1334 यात्री, 25 को 10 उड़ानों में 1254 यात्री, 26 को आठ उड़ानों में 1031 यात्री, 27 को आठ उड़ानों में 1015 यात्री, 28 को आठ उड़ानों में 1060 यात्री और 30 अगस्त को आठ उड़ानों में 946 यात्रियों ने यात्रा की। छह अगस्त को कई उड़ानों को रद्द किए जाने से यात्रियों की संख्या मात्र 745 थी।