मिशन 2024 पर आरजेडी ने कसी कमर, बने दो ‘वार रूम’, तेजस्वी करेंगे निगरानी; रणनीति में यह बदलाव h3>
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आगामी लोकसभा आम चुनाव को लेकर लालू यादव की पार्टी राजद ने कमर कस ली है। चुनाव में अधिक से अधिक सीटों पर जीत दर्ज करने के लिए पंचायत से लेकर शीर्ष स्तर के नेताओं को एक्टिव कर दिया गया है। पार्टी स्तर पर अलग-अलग दो वार रूम तैयार किए गए हैं। इनमें एक वार रूम उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव की सीधी निगरानी में काम करेगा तो, दूसरा वार रूम पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में बनाया गया है। राजद की प्रमुख प्राथमिकता संगठन को मजबूत बनाना है। इसके तहत सभी विधानसभा क्षेत्रों में बूथ कमेटी बनानी है। इस दिशा में वह लक्ष्य के करीब पहुंच गया है। 190 विधानसभा क्षेत्रों में बूथ कमेटी बनकर तैयार हो गयी है। जबकि, शेष विधानसभा क्षेत्रों में 70-80 प्रतिशत बूथ कमेटी बन चुकी है।
जमीनी सच्चाई जानने पर जोर
नयी चुनावी रणनीति के तहत राजद ने पहले प्रमंडलवार प्रदेश महासचिवों की, फिर प्रदेश सचिवों की बैठक कर प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र के तहत विभिन्न जिलों में पार्टी की स्थिति की जानकारी ली है। वहीं, राजद के प्रमंडलवार जिला अध्यक्षों एवं प्रधान सचिवों की अलग-अलग बैठक कर जमीनी स्तर पर समर्थकों का फीडबैक लिया है। प्राप्त जानकारी को क्रास चेक भी किया गया है। इनमें बूथ कमेटी के गठन, बूथ लेवल एजेंट की तैनाती, मतदाता सूची में नये नाम शामिल कराने व पुराने नामों को हटाने की भी जानकारी ली गयी है। इसके बाद प्रकोष्ठों के पदाधिकारियों की बैठक की जा रही है। गांव टोलों में ‘आंबेदकर परिचर्चा’ शुरू की गई। इसके माध्यम से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद एवं उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के संदेशों को पहुंचाया जा रहा है। इसके पूर्व जिला, अनुमंडल, प्रखंड एवं पंचायत स्तर पर यह चर्चा की जा चुकी है।
इसे भी पढ़ें- DMK दयानिधि मारन के बयान पर भड़के बीजेपी के सम्राट; लालू-नीतीश से पूछा, कब माफी मांगेंगे
रणनीति में बदलाव
राजद ने पिछले चुनावों से सीख लेकर पुरानी रणनीति में बदलाव किया है। पहले पार्टी के शीर्ष नेता जनता के बीच जाते थे और केवल जनसभा के माध्यम से अपनी बातों को पहुंचाते थे और चुनाव खत्म हो जाता था। इस बार, पार्टी ने लोगों के बीच जाकर उन्हें गोलबंद करने की कवायद करने की रणनीति बनायी है। राजद के रणनीतिकारों के अनुसार भाजपा लोगों के बीच पहुंच कर वोटों को गोलबंदी करती रही है। ऐसे में, रणनीति बदलना जरूरी हो गया था।
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आगामी लोकसभा आम चुनाव को लेकर लालू यादव की पार्टी राजद ने कमर कस ली है। चुनाव में अधिक से अधिक सीटों पर जीत दर्ज करने के लिए पंचायत से लेकर शीर्ष स्तर के नेताओं को एक्टिव कर दिया गया है। पार्टी स्तर पर अलग-अलग दो वार रूम तैयार किए गए हैं। इनमें एक वार रूम उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव की सीधी निगरानी में काम करेगा तो, दूसरा वार रूम पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में बनाया गया है। राजद की प्रमुख प्राथमिकता संगठन को मजबूत बनाना है। इसके तहत सभी विधानसभा क्षेत्रों में बूथ कमेटी बनानी है। इस दिशा में वह लक्ष्य के करीब पहुंच गया है। 190 विधानसभा क्षेत्रों में बूथ कमेटी बनकर तैयार हो गयी है। जबकि, शेष विधानसभा क्षेत्रों में 70-80 प्रतिशत बूथ कमेटी बन चुकी है।
जमीनी सच्चाई जानने पर जोर
नयी चुनावी रणनीति के तहत राजद ने पहले प्रमंडलवार प्रदेश महासचिवों की, फिर प्रदेश सचिवों की बैठक कर प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र के तहत विभिन्न जिलों में पार्टी की स्थिति की जानकारी ली है। वहीं, राजद के प्रमंडलवार जिला अध्यक्षों एवं प्रधान सचिवों की अलग-अलग बैठक कर जमीनी स्तर पर समर्थकों का फीडबैक लिया है। प्राप्त जानकारी को क्रास चेक भी किया गया है। इनमें बूथ कमेटी के गठन, बूथ लेवल एजेंट की तैनाती, मतदाता सूची में नये नाम शामिल कराने व पुराने नामों को हटाने की भी जानकारी ली गयी है। इसके बाद प्रकोष्ठों के पदाधिकारियों की बैठक की जा रही है। गांव टोलों में ‘आंबेदकर परिचर्चा’ शुरू की गई। इसके माध्यम से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद एवं उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के संदेशों को पहुंचाया जा रहा है। इसके पूर्व जिला, अनुमंडल, प्रखंड एवं पंचायत स्तर पर यह चर्चा की जा चुकी है।
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रणनीति में बदलाव
राजद ने पिछले चुनावों से सीख लेकर पुरानी रणनीति में बदलाव किया है। पहले पार्टी के शीर्ष नेता जनता के बीच जाते थे और केवल जनसभा के माध्यम से अपनी बातों को पहुंचाते थे और चुनाव खत्म हो जाता था। इस बार, पार्टी ने लोगों के बीच जाकर उन्हें गोलबंद करने की कवायद करने की रणनीति बनायी है। राजद के रणनीतिकारों के अनुसार भाजपा लोगों के बीच पहुंच कर वोटों को गोलबंदी करती रही है। ऐसे में, रणनीति बदलना जरूरी हो गया था।