महुआ मोइत्रा प्रकरण पर निशिकांत दुबे के समर्थन में गिरिराज, जेडीयू पर बरसे; TMC सांसद पर गंभीर हैं आरोप

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महुआ मोइत्रा प्रकरण पर निशिकांत दुबे के समर्थन में गिरिराज, जेडीयू पर बरसे; TMC सांसद पर गंभीर हैं आरोप

महुआ मोइत्रा प्रकरण पर निशिकांत दुबे के समर्थन में गिरिराज, जेडीयू पर बरसे; TMC सांसद पर गंभीर हैं आरोप

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टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे के रिश्वतखोरी के आरोप का मामला गर्म होता जा रहा है। अब इस प्रकरण में बीजेपी और जेडीयू आमने सामने आ गए हैं। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को सांसद निशिकांत दुबे ने पत्र लिखा तो नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू  लाल हो गई। पार्टी नेता नीरज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला कर दिया। अब भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने जेडीयू को समझ बूझकर बोलने की नसीहत दी है। महुआ मोइत्रा पर  रुपए लेकर सदन में सवाल पूछने का आरोप लगाया गया है।

दरअसल सोमवार को जेडीयू प्रवक्ता नीरज ने निशिकांत दुबे के पत्र को लेकर मोदी सरकार पर हमला किया। उन्होंने कहा कि स्थिति यह हो गई है कि लोकसभा और राज्यसभा में कौन क्या प्रश्न पूछेगा, इसका अधिकाक भी अब सिर्फ उनके पास है जो मोदी सरकार के साथ हैं। ऐसा कैसे हो सकता है। देश में लोकतंत्र है और लोकतंत्र में किसी को भी सवाल पूछने का अधिकार है। उन्होंने निशिकांत दुबे के आरोप और पत्र को अनर्गल बताते हुए द्वारका एक्सप्रेस की लागत पर सवाल खड़ा कर दिया।

इस पर गिरिराज सिंह ने जेडीयू के करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा  कि गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे एक अवार्डेड पार्लियामेंटेरियन हैं। जब वह सवाल पूछने या जवाब देने के लिए संसद में खड़े होते हैं तो तथ्यों और सबूतों के साथ खड़े होते हैं। भारत के पार्लियामेंट में उनकी अपनी विश्वसनीयता है। अगर उन्होंने लोकभा अध्यक्ष को पत्र लिखा है तो जरूर उनके पास सबकुछ होगा। उनकी विश्वसनीयता को नकारा नहीं जा सकता है। जेडीयू के नेता इस विषय पर पहले समझ बूझ लें फिर बयानवाजी करें।

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दरअसल, झारखंड के गोड्डा लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने टीएमसी के सांसद महुआ मोइत्रा पर सदन में सवाल पूछने के लिए बड़े कारोबारी दर्शन हीरानंदानी से रिश्वत लेने का आरोप लगाया है। निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर पूरा मामले मामले की जानकारी दी और जांच की मांग की। उन्होंने एक मित्र वकील जय अनंत देहाद्राई के पत्र का हवाला देते हुए आरो लगाया और जांच की मांग की। वकील साहाब से मिले पत्र का हवाला देते हुए कहा कि उनके पास महुआ और एक बिजनेसमैन के बीच लेन-देन के ऐसे सबूत हैं जिन्हें काटा नहीं जा सकता।  महुआ मोइत्रा ने संसद में प्रश्न पूछकर बिजनेसमैन के व्यावसायिक हितों को पूरा करने के लिए आपराधिक साजिश को अंजाम दिया है। इसकी जांच होना चाहिए।

 

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