महिला टी20 विश्व कप: खराब फील्डिंग ने डुबोई टीम इंडिया की लुटिया, हाथ से फिसला विश्व कप की ट्रॉफी, जानिए हार का कारण
दरअसल मैच में हार का प्रमुख कारण गेंदबाजी के दौरान खराब फील्डिंग को माना जा सकता है, जिसका ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने खूब फायदा। फील्डिंग के दौरान ना सिर्फ भारतीय खिलाड़ियों ने कैच और स्टंपिंग मिस किए बल्कि थ्रो करने में भी उनसे ऐसी गलतियां हुई जिसके कारण विरोधी टीम ने एक की जगह दो और कई बार चौके भी हासिल किए।
भारतीय फील्डरों के द्वारा दिए जीवनदान
ऑस्ट्रेलिया के लिए 37 गेंद में 54 रनों की दमदार अर्धशतकीय पारी खेलने वाली ओपनर बल्लेबाज बेथ मूनी को उस समय जीवनदान मिला जब वह सिर्फ 32 रन बनाकर खेल रहीं थीं। फिर क्या था इसके बाद उन्होंने अपना गियर बदला और तेजी से रन बनाना शुरू कर दिया।
बेथ मूनी के अलावा ऑस्ट्रेलिया की कप्तान मेग लैनिंग दो-दो बार जीवनदान मिला। लैनिंग को पहला जीवनदान तब मिला था जब वह सिर्फ एक रन बनाकर खेल रही थी। यहां पर उनका कैच छूटा था। इसके बाद दूसरा मौका तब मिला जब सिर्फ 9 रन के स्कोर पर थी। उस समय विकेटकीपर के द्वारा उनका स्टंपिंग मिस हो गया। इस जीवनदान का खामियाजा यह हुआ कि लैनिंग आखिर तक बल्लेबाजी करते हुए 34 गेंद में 49 रनों की नाबाद पारी खेली।
हरमनप्रीत कौर ने जड़ा अर्धशतक
ऑस्ट्रेलिया के द्वारा दिए गए 173 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम इंडिया की शुरुआत कुछ खास नहीं रही थी। शुरुआत के तीन विकेट सिर्फ 15 रन पर गिर गए थे लेकिन इसके बाद जेमिमा रोड्रिगेज और हरमनप्रीत कौर ने पारी को संभाला और टीम इंडिया की दमदार वापसी कराई।
हालांकि इस दौरान जेमिमा ने भी अपना विकेट आसानी से गंवा दिया जबकि दूसरी तरफ हरमनप्रीत कौर दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से रन आउट होई। इस कारण दमदार वापसी के बावजूद सेमीफाइनल मुकाबले में भारत पांच रन से पीछे रह गई।